4464005860401745 🌹🇮🇳🌹🪴वनिता कासनियां पंजाब🪴🌹🇮🇳🌹 सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

जुलाई, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

He fell asleep because we could sleep peacefully.It was an Indian soldier who got martyred today.Jai HindMilitaryThere are lights in our Diwali because someone is standing on the border in the dark.Jai Hindwhat did a soldier lose

हम चैन से सो पाए इसलिए ही वो सो गया, वो भारतीय फौजी ही था जो आज शहीद हो गया. जय हिन्द Army  हमारी दिवाली में रोशनी इसलिए हैं क्योंकि सरहद पर अँधेरे में कोई खड़ा हैं. जय हिन्द एक सैनिक ने क्या खूब कहा है. किसी गजरे की खुशबु को महकता छोड़ आया हूँ, मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूँ, मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ऐ भारत माँ, मैं अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ। जय हिन्द जहाँ हम और तुम हिन्दू-मुसलमान के फर्क में लड़ रहे हैं, कुछ लोग हम दोनों के खातिर सरहद की बर्फ में मर रहे हैं. नींद उड़ गया यह सोच कर, हमने क्या किया देश के लिए, आज फिर सरहद पर बहा हैं खून मेरी नींद के लिए. जय हिन्द जहर पिलाकर मजहब का, इन कश्मीरी परवानों को, भय और लालच दिखलाकर तुम भेज रहे नादानों को, खुले प्रशिक्षण, खुले शस्त्र है खुली हुई शैतानी है, सारी दुनिया जान चुकी ये हरकत पाकिस्तानी है, जय हिन्द फ़ौजी की मौत पर परिवार को दुःख कम और गर्व ज्यादा होता हैं, ऐसे सपूतो को जन्म देकर माँ का कोख भी धन्य हो जाता हैं. जिसकी वजह से पूरा हिन्दुस्तान चैन से सोता हैं, कड़ी ठंड, गर्मी और बरसात में अपना धैर्य न खोता ह...

*एक आदमी की चार पत्नियाँ थी। वह अपनी चौथी पत्नी से बहुत ही प्यार करता था और उसकी खूब देखभाल करता, व उसको सबसे श्रेष्ठ देता।*,,*वह अपनी तीसरी पत्नी से भी प्यार करता था और हमेशा उसे अपने मित्रों को दिखाना चाहता था। हालांकि उसे हमेशा डर था की वह कभी भी किसी दुसरे इंसान के साथ भाग सकती है।**वह अपनी दूसरी पत्नी से भी प्यार करता था। जब भी उसे कोई परेशानी आती तो वे अपनी दुसरे पत्नी के पास जाता और वो उसकी समस्या सुलझा देती।**वह अपनी पहली पत्नी से प्यार नहीं करता था, जबकि पहली पत्नी उससे बहुत गहरा प्यार करती थी और उसकी खूब देखभाल करती।* *एक दिन वह बहुत बीमार पड़ गया और जानता था की जल्दी ही वह मर जाएगा। उसने अपने आप से कहा-" मेरी चार पत्नियां हैं, उनमें से मैं एक को अपने साथ ले जाता हूँ...जब मैं मरूं तो वह मरने में मेरा साथ दे।"**तब उसने चौथी पत्नी से अपने साथ आने को कहा तो वह बोली-" नहीं नहीं, ऐसा तो हो ही नहीं सकता और वो चली गयी।**उसने तीसरी पत्नी से पूछा तो वह बोली की- " ज़िन्दगी बहुत अच्छी है यहाँ। जब तुम मरोगे तो मैं दूसरी विवाह कर लूंगी।"**उसने दूसरी पत्नी से कहा तो वह बोली- " माफ़ कर दो, इसबार मैं तुम्हारी कोई मदद नहीं कर सकती। ज्यादा से ज्यादा मैं श्मशानघाट तक तुम्हारे साथ रह सकती हूँ।"**अब तक उसका दिल बैठ सा गया और ठंडा पड़ गया। तब एक आवाज़ आई- " मैं तुम्हारे साथ चलने को तैयार हूँ। तुम जहाँ जाओगे मैं तुम्हारे साथ चलूंगी।"। ये मेरी वचन है।**उस आदमी ने जब देखा तो वह उसकी पहली पत्नी थी। वह बहुत बीमार सी हो गयी थी खाने पीने के अभाव में।**वह आदमी पश्चाताप के आंसूं के साथ बोला-" मुझे तुम्हारी अच्छी देखभाल करनी चाहिए थी और मैं कर सकता थाI"... पर तुम्हें कभी भी आदर दिया नहीं।* *दरअसल हम सब की चार पत्नियां हैं जीवन में।*👇1. चौथी पत्नी हमारा शरीर है। हम चाहें जितना सजा लें संवार लें इसको, पर जब हम मरेंगे तो यह हमारा साथ छोड़ देगा।*2. तीसरी पत्नी है हमारी जमापूँजी,रुतबा । जब हम मरेंगे तो ये दूसरों के पास चले जायेंगे।*3. दूसरी पत्नी है हमारे #दोस्त व रिश्तेदार। चाहें वे कितने भी करीबी क्यूँ ना हों हमारे जीवन काल में, पर मरने के बाद हद से हद वे हमारे अंतिम संस्कार तक साथ रहते हैं।*4. पहली पत्नी हमारी आत्मा है, जो सांसारिक मोह माया में हमेशा हमारे द्वारा उपेक्षित रहती है।**यही वह चीज़ है जो हमारे साथ रहती है, जहाँ भी हम जाएँ....... कुछ देना है तो इसे दो.... देखभाल करनी है तो इसकी करो.... प्यार करना है तो इससे करो...इसकी सद्गति की सोचो एवम् हरि गुरु की शरण में जाओ...

*एक आदमी की चार पत्नियाँ थी। वह अपनी चौथी पत्नी से बहुत ही प्यार करता था और उसकी खूब देखभाल करता, व उसको सबसे श्रेष्ठ देता।* ,, *वह अपनी तीसरी पत्नी से भी प्यार करता था और हमेशा उसे अपने मित्रों को दिखाना चाहता था। हालांकि उसे हमेशा डर था की वह कभी भी किसी दुसरे इंसान के साथ भाग सकती है।* *वह अपनी दूसरी पत्नी से भी प्यार करता था। जब भी उसे कोई परेशानी आती तो वे अपनी दुसरे पत्नी के पास जाता और वो उसकी समस्या सुलझा देती।* *वह अपनी पहली पत्नी से प्यार नहीं करता था, जबकि पहली पत्नी उससे बहुत गहरा प्यार करती थी और उसकी खूब देखभाल करती।*  *एक दिन वह बहुत बीमार पड़ गया और जानता था की जल्दी ही वह मर जाएगा। उसने अपने आप से कहा-" मेरी चार पत्नियां हैं, उनमें से मैं एक को अपने साथ ले जाता हूँ...जब मैं मरूं तो वह मरने में मेरा साथ दे।"* *तब उसने चौथी पत्नी से अपने साथ आने को कहा तो वह बोली-" नहीं नहीं, ऐसा तो हो ही नहीं सकता और वो चली गयी।* *उसने तीसरी पत्नी से पूछा तो वह बोली की- " ज़िन्दगी बहुत अच्छी है यहाँ। जब तुम मरोगे तो मैं दूसरी विवाह कर लूंगी।"* *उसने द...

बलुवाना न्यूज #पंजाब Maruti 800 STD: यह 2011 मॉडल की पेट्रोल इंजन कार है जिसके लिए 50 हजार रुपये मांगे गए हैं. यह 111480 किलोमीटर चली है और कार का नंबर जोधपुर का है और जोधपुर में ही बिक्री के लिए उपलब्ध है.Second Hand Cars: पुरानी कारें भी अलग अलग व्यक्ति के लिए अलग तरह से मायने रखती हैं और उन्हें खरीदने के फायदे और नुकसान दोनों ही होते हैं. लेकिन बहुत से लोग अपनी जरूरत के अनुसार पुरानी कार खरीदना पसंद करते हैं क्योंकि इसे वह कम कीमत में भी खरीद सकते हैं. यदि आप भी किसी पुरानी कार की तलाश में हैं तो आज हम बताने जा रहे हैं कुछ ऐसी पुरानी कारों के बारे में जो मारुति सुजुकी ट्रू वैल्यू की वेबसाइट पर उपलब्ध हैं. यह मारुती की सर्टिफाइड पुरानी कारों के लिए प्लेटफॉर्म है जहां बहुत सी कारें कम कीमत पर बिक्री के लिए उपलब्ध हैं.Maruti Alto LXIमारुति की यह ऑल्टो एलएक्सआई कार 2007 मॉडल की पेट्रोल इंजन कार है और अभी तक 85236 किलोमीटर चल चुकी है. यह एक फोर्थ ओनर कार है, जिसके लिए 30 हजार रुपये की डिमांड रखी गई है. यह कार भुवनेश्वर की RTO रजिस्टर्ड है और भुवनेश्वर में ही बिक रही है.#Maruti 800 STDवनिता कासनियां पंजाब की वेबसाइट पर Maruti 800 STD के लिए 35 हजार रुपये डिमांड है. यह कार 2007 का पेट्रोल इंजन मॉडल है. जो कि अभी तक 82456 किलोमीटर चली है. इसका नंबर कानपुर रजिस्टर्ड है और यह कानपुर में ही बिक्री के लिए मौजूद है.Maruti Alto LXIमारूति की इस Alto LXI की बिक्री बहादुरगढ़ में हो रही है. यह 2009 मॉडल की पेट्रोल इंजन कार है और 109233 किलोमीटर चल चुकी है. इस फर्स्ट ओनर कार के लिए 49 हजार रुपये मांगे गए हैं.Maruti 800 STDयह 2011 मॉडल की पेट्रोल इंजन कार है जिसके लिए 50 हजार रुपये मांगे गए हैं. यह 111480 किलोमीटर चली है और कार का नंबर जोधपुर का है और जोधपुर में ही बिक्री के लिए उपलब्ध है.

बलुवाना  न्यूज   #पंजाब  Maruti 800 STD: यह 2011 मॉडल की पेट्रोल इंजन कार है जिसके लिए 50 हजार रुपये मांगे गए हैं. यह 111480 किलोमीटर चली है और कार का नंबर जोधपुर का है और जोधपुर में ही बिक्री के लिए उपलब्ध है.Second Hand Cars: पुरानी कारें भी अलग अलग व्यक्ति के लिए अलग तरह से मायने रखती हैं और उन्हें खरीदने के फायदे और नुकसान दोनों ही होते हैं. लेकिन बहुत से लोग अपनी जरूरत के अनुसार पुरानी कार खरीदना पसंद करते हैं क्योंकि इसे वह कम कीमत में भी खरीद सकते हैं. यदि आप भी किसी पुरानी कार की तलाश में हैं तो आज हम बताने जा रहे हैं कुछ ऐसी पुरानी कारों के बारे में जो मारुति सुजुकी ट्रू वैल्यू की वेबसाइट पर उपलब्ध हैं. यह मारुती की सर्टिफाइड पुरानी कारों के लिए प्लेटफॉर्म है जहां बहुत सी कारें कम कीमत पर बिक्री के लिए उपलब्ध हैं.Maruti Alto LXIमारुति की यह ऑल्टो एलएक्सआई कार 2007 मॉडल की पेट्रोल इंजन कार है और अभी तक 85236 किलोमीटर चल चुकी है. यह एक फोर्थ ओनर कार है, जिसके लिए 30 हजार रुपये की डिमांड रखी गई है. यह कार भुवनेश्वर की RTO रजिस्टर्ड है और भुवनेश्वर म...

blogger धोखाधड़ी से लड़ने के लिए अपने व्यवसाय को सशक्त बनाएंसर्कल के साथ कार्ड और एसीएच भुगतान स्वीकार करते समय हम आपके व्यवसाय में धोखाधड़ी को प्रबंधित करने में सहायता के लिए आपको बुद्धिमान स्वयं-सेवा उपकरण प्रदान करते हैं।संपर्क बिक्रीसर्कल क्यों? चार्ट-सेब-96,ड्र ाइव का उपयोग और राजस्वअपने आप को धोखाधड़ी से बचाने के लिए कदम उठाएं और प्रत्येक कार्ड और एसीएच भुगतान पर प्राधिकरण दरों में वृद्धि करें।कार्ड-गमड्रॉप-96चार्जबैक के कारण होने वाले नुकसान को कम करेंविभिन्न प्रकार की स्थितियों और मानदंडों के आधार पर लेन-देन को ब्लॉक करने के लिए लचीले और कस्टम उपकरण।डेवलपर्स-बाज़ूका-96अपने उपयोगकर्ता अनुभव को पूरी तरह से अपनाएंकार्ड लेनदेन पर कोई तृतीय पक्ष UX प्रवाह, अधिरोपित सीमा या सीमा नहीं है।वॉचलिस्ट के साथ नियंत्रण रखेंअपने सर्कल अकाउंट डैशबोर्ड के माध्यम से सीधे कुछ लेनदेन को ब्लॉक करने और अनुमति देने के लिए मजबूत और सटीक नियम निर्धारित करें। विभिन्न स्थितियों के आधार पर "ब्लॉक" और "अनुमति दें" सूचियां बनाएं, जिनमें शामिल हैं:कार्ड के प्रकारजारी करने वाला या बिलिंग देशईमेल डोमेनजारीकर्ता पहचान संख्यादूरभाष संख्यासर्किल अकाउंट डैशबोर्ड के माध्यम से इन वॉचलिस्ट को प्रबंधित करके, आप समय बचा सकते हैं, नुकसान कम कर सकते हैं और अपने व्यवसाय की रक्षा कर सकते हैं। सक्रिय धोखाधड़ी प्रबंधन सभी आकार के संगठनों को खतरों से आगे रहने और आंतरिक रूप से नई मांसपेशियों के निर्माण में मदद करता है।सर्किल खाता डैशबोर्ड क्या है?सर्कल खाता डैशबोर्ड एपीआई ग्राहकों के लिए एपीआई गतिविधि देखने और बिलिंग और धोखाधड़ी जैसी सेटिंग्स और टूल प्रबंधित करने के लिए एक आसान इंटरफ़ेस है। ग्राहक भुगतान और भुगतान गतिविधि को ट्रैक कर सकते हैं, वॉचलिस्ट बना सकते हैं और जल्द ही बैंक खातों को जोड़ने और धन को अंदर और बाहर स्थानांतरित करने में सक्षम होंगे।सर्कल खाते के बारे में जानेंव्यापक जोखिम और धोखाधड़ी परामर्शआपका पहला भुगतान स्वीकार करने से पहले ऑनबोर्डिंग के दौरान सर्किल की जोखिम टीम के साथ आधारभूत नियम कॉन्फ़िगरेशन सेट किए जाते हैं।संपर्क बिक्रीधोखाधड़ी प्रबंधन उपयोग का मामला,आपके क्रिप्टो उत्पाद में रैंप परधोखाधड़ी से निपटने के पुराने तरीकों को कभी भी आधुनिक क्रिप्टो देशी व्यवसायों जैसे एक्सचेंज, वॉलेट और बचत और भुगतान ऐप के लिए डिज़ाइन नहीं किया गया था। हमारे पेमेंट्स एपीआई के साथ आप अपने उत्पाद में मूल रूप से क्रेडिट या डेबिट कार्ड के माध्यम से भुगतान स्वीकार कर सकते हैं और सर्किल की डेटा की ताकत और हमारे 6+ वर्षों के इतिहास और उपभोक्ता क्रिप्टो उत्पादों के लिए अरबों डॉलर के प्रोसेसिंग कार्ड और बैंक भुगतान का लाभ उठा सकते हैं।ज्यादा

blogger धोखाधड़ी से लड़ने के लिए अपने व्यवसाय को सशक्त बनाएं सर्कल के साथ कार्ड और एसीएच भुगतान स्वीकार करते समय हम आपके व्यवसाय में धोखाधड़ी को प्रबंधित करने में  सहायता  के लिए आपको बुद्धिमान स्वयं-सेवा उपकरण प्रदान करते हैं। संपर्क बिक्री सर्कल क्यों? , ड्राइव का उपयोग और राजस्व अपने आप को धोखाधड़ी से बचाने के लिए कदम उठाएं और प्रत्येक कार्ड और एसीएच भुगतान पर प्राधिकरण दरों में वृद्धि करें। चार्जबैक के कारण होने वाले नुकसान को कम करें विभिन्न प्रकार की स्थितियों और मानदंडों के आधार पर लेन-देन को ब्लॉक करने के लिए लचीले और कस्टम उपकरण। अपने उपयोगकर्ता अनुभव को पूरी तरह से अपनाएं कार्ड लेनदेन पर कोई तृतीय पक्ष UX प्रवाह, अधिरोपित सीमा या सीमा नहीं है। वॉचलिस्ट के साथ नियंत्रण रखें अपने सर्कल अकाउंट डैशबोर्ड के माध्यम से सीधे कुछ लेनदेन को ब्लॉक करने और अनुमति देने के लिए मजबूत और सटीक नियम निर्धारित करें।  विभिन्न स्थितियों के आधार पर "ब्लॉक" और "अनुमति दें" सूचियां बनाएं, जिनमें शामिल हैं: कार्ड के प्रकार जारी करने वाला या बिलिंग देश ईमेल डोमेन जारीकर्ता पहचान सं...

#बलुवाना #न्यूजसाल 2021-22 में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) पाने में दिल्ली तीसरे और #हरियाणा पांचवें स्थान पर रहा है। देश में शीर्ष पांच राज्यों में पहले स्थान पर 37.55 फीसदी रकम के साथ कर्नाटक रहा है।दूसरे पर 26.26 फीसदी के साथ महाराष्ट्र और चौथे पर #तमिलनाडु रहा जिसे 5.10 फीसदी रकम मिली है। दिल्ली को 13.93 फीसदी रकम और हरियाणा को 4.76 फीसदी रकम मिली है। कोरोना और वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत 2021-22 में कुल 84.83 अरब #डॉलर का एफडीआई हासिल किया था। वाणिज्य मंत्रालय ने कहा, पिछले वित्तवर्ष में देश के विनिर्माण क्षेत्र में कुल 21.34 अरब डॉलर का एफडीआई आया था। उसके पहले के साल के 12.09 अरब डॉलर की तुलना में यह 76 फीसदी ज्यादा है।विनिर्माण क्षेत्र में 21.34 अरब डॉलरसिंगापुर से सबसे ज्यादा 27.01 फीसदी जबकि अमेरिका से 17.94 फीसदी एफडीआई आया है। 15.98 फीसदी के साथ मॉरीशस तीसरे और 7.86 फीसदी के साथ नीदरलैंड चौथे स्थान पर है। स्विटजरलैंड पांचवें स्थान पर है।कर्ज की मांग बढ़ी, जमा पर मिलेगा ज्यादा ब्याजदेश में कर्ज की मांग तेजी से बढ़ रही है। यह तीन साल के ऊपरी स्तर पर पहुंच गई है। आर्थिक गतिविधियों में सुधार से आगे इसमें और तेजी की उम्मीद है। ऐसे में बैंक पैसों की जरूरत के लिए जमा पर ब्याज दरें बढ़ा सकते हैं। दरअसल, जमा पर मिल रहे कम ब्याज से बैंकों के पास पैसों की कमी हो रही है। बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस कहते हैं कि जमाकर्ता शेयर्स और म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं, जहां उन्हें ज्यादा रिटर्न मिल रहा है। एनआरआई को ज्यादा ब्याज...एचडीएफसी बैंक ने हाल में जमाकर्ताओं को आकर्षित करने के लिए अप्रवासी भारतीयों यानी एनआरआई के जमा पर ब्याज बढ़ा दिया है। आने वाले समय में और भी बैंक ज्यादा ब्याज दे सकते हैं।जमा में 9.8 फीसदी की बढ़तदेश में बैंकों के जमा की वृद्धि दर अभी 9.8 फीसदी है जो 14 महीने से 10 फीसदी से नीचे है। जबकि उधारी की वृद्धि दर एक जुलाई के पखवाड़े में 14.4 फीसदी थी। 2021 में रिकॉर्ड 5.6 फीसदी के निचले स्तर से इसमें करीब तीन गुना की बढ़त हुई है। खुदरा कर्ज जिसमें पर्सनल, हाउसिंग, ऑटो वाले कर्ज होते हैं, वे तेजी से बढ़ रहे हैं। बैंकों का फोकस भी इसी पर होता है।रेलिगेयर के मामले में 60 करोड़ का जुर्मानानई दिल्ली। सेबी ने रेलिगेयर फिनवेस्ट के 2,473 करोड़ गबन के मामले में मालविंदर मोहन और शिविंदर मोहन सिंह सहित कुल 10 लोगों पर 60 करोड़ जुर्माना लगाया है। मामला 2014-15 से 2017-18 के बीच का है। सिंह भाईयों को शेयर बाजार में कारोबार करने पर 3 साल या गबन पैसों की रिकवरी होने तक प्रतिबंध लगा दिया गया है।

#बलुवाना #न्यूज साल 2021-22 में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) पाने में दिल्ली तीसरे और #हरियाणा पांचवें स्थान पर रहा है। देश में शीर्ष पांच राज्यों में पहले स्थान पर 37.55 फीसदी रकम के साथ कर्नाटक रहा है।दूसरे पर 26.26 फीसदी के साथ महाराष्ट्र और चौथे पर #तमिलनाडु रहा जिसे 5.10 फीसदी रकम मिली है। दिल्ली को 13.93 फीसदी रकम और हरियाणा को 4.76 फीसदी रकम मिली है। कोरोना और वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत 2021-22 में कुल 84.83 अरब #डॉलर का एफडीआई हासिल किया था। वाणिज्य मंत्रालय ने कहा, पिछले वित्तवर्ष में देश के विनिर्माण क्षेत्र में कुल 21.34 अरब डॉलर का एफडीआई आया था। उसके पहले के साल के 12.09 अरब डॉलर की तुलना में यह 76 फीसदी ज्यादा है। विनिर्माण क्षेत्र में 21.34 अरब डॉलर सिंगापुर से सबसे ज्यादा 27.01 फीसदी जबकि अमेरिका से 17.94 फीसदी एफडीआई आया है। 15.98 फीसदी के साथ मॉरीशस तीसरे और 7.86 फीसदी के साथ नीदरलैंड चौथे स्थान पर है। स्विटजरलैंड पांचवें स्थान पर है। कर्ज की मांग बढ़ी, जमा पर मिलेगा ज्यादा ब्याज देश में कर्ज की मांग तेजी से बढ़ रही है। यह तीन साल के ऊपरी स्तर पर ...

,जीव विज्ञान में, सबसे छोटी इकाई जो अपने आप रह सकती है और जो सभी जीवित जीवों और शरीर के ऊतकों को बनाती है। By Vnita kasnia Punjab एक कोशिका के तीन मुख्य भाग होते हैं: कोशिका झिल्ली, केंद्रक और कोशिका द्रव्य। कोशिका झिल्ली कोशिका को घेर लेती है और उन पदार्थों को नियंत्रित करती है जो कोशिका के अंदर और बाहर जाते हैं। नाभिक कोशिका के अंदर एक संरचना है जिसमें न्यूक्लियोलस और कोशिका के अधिकांश डीएनए होते हैं। यह वह जगह भी है जहां सबसे ज्यादा आरएनए बनता है। साइटोप्लाज्म कोशिका के अंदर का तरल पदार्थ है। इसमें अन्य छोटे कोशिका भाग होते हैं जिनमें विशिष्ट कार्य होते हैं, जिनमें गोल्गी कॉम्प्लेक्स, माइटोकॉन्ड्रिया और एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम शामिल हैं। साइटोप्लाज्म वह जगह है जहां अधिकांश रासायनिक प्रतिक्रियाएं होती हैं और जहां अधिकांश प्रोटीन बनते हैं। मानव शरीर में 30 ट्रिलियन से अधिक कोशिकाएं होती हैं।न्यूक्लियस (डीएनए शामिल है), न्यूक्लियोलस, गॉल्गी कॉम्प्लेक्स, माइटोकॉन्ड्रिया और एंडोप्लाज़मिक रेटिकुलम सहित ऑर्गेनेल युक्त एक सेल दिखाते हुए आरेखण। यह भी दिखाया गया है कि कोशिका झिल्ली और एक झिल्ली रिसेप्टर हैं।बड़े आकार मेंनई विंडो में यह छविएक कोशिका के भाग। एक कोशिका एक झिल्ली से घिरी होती है, जिसकी सतह पर रिसेप्टर्स होते हैं। एक कोशिका के अंदर कई छोटी संरचनाएं होती हैं, जिनमें नाभिक, माइटोकॉन्ड्रिया, एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम और गोल्गी कॉम्प्लेक्स शामिल हैं। इन सभी के कोशिका में विशिष्ट कार्य होते हैं।एनसीआई की डिक्शनरी ऑफ कैंसर टर्म्स खोजें,इसके साथ आरंभ होता हैरोकना

, जीव विज्ञान में, सबसे छोटी इकाई जो अपने आप रह सकती है और जो सभी जीवित जीवों और शरीर के ऊतकों को बनाती है।   By Vnita kasnia Punjab एक कोशिका के तीन मुख्य भाग होते हैं: कोशिका झिल्ली, केंद्रक और कोशिका द्रव्य।  कोशिका झिल्ली कोशिका को घेर लेती है और उन पदार्थों को नियंत्रित करती है जो कोशिका के अंदर और बाहर जाते हैं।  नाभिक कोशिका के अंदर एक संरचना है जिसमें न्यूक्लियोलस और कोशिका के अधिकांश डीएनए होते हैं।  यह वह जगह भी है जहां सबसे ज्यादा आरएनए बनता है।  साइटोप्लाज्म कोशिका के अंदर का तरल पदार्थ है।  इसमें अन्य छोटे कोशिका भाग होते हैं जिनमें विशिष्ट कार्य होते हैं, जिनमें गोल्गी कॉम्प्लेक्स, माइटोकॉन्ड्रिया और एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम शामिल हैं।  साइटोप्लाज्म वह जगह है जहां अधिकांश रासायनिक प्रतिक्रियाएं होती हैं और जहां अधिकांश प्रोटीन बनते हैं।  मानव शरीर में 30 ट्रिलियन से अधिक कोशिकाएं होती हैं। बड़े आकार में नई विंडो में यह छवि एक कोशिका के भाग।  एक कोशिका एक झिल्ली से घिरी होती है, जिसकी सतह पर रिसेप्टर्स होते हैं।  एक कोशिक...

'तकदीर और किस्मत' देखा जाए तो ये एक सिक्के के दो पहलू जैसे हैं। एक के साथ दूसरा जुड़ा हुआ ही है। By Vnita kasnia Punjab तकदीर - बहुतों का यही कहना है कि जो तकदीर में लिखा है वही सही होता है। कहने वाले सही कहते हैं।अब कोई गरीब खानदान में पैदा होता है,वो उसकी तकदीर है क्योंकि उसमें वो कुछ नहीं कर सकता है। उसके माता पिता कौन होंगे यह सब उसकी तकदीर में लिखा होता है, जिसे बदला नहीं जा सकता है।पर इंसान गरीब घर में जन्म लेकर गरीब ही रहे, यह तकदीर नहीं बल्कि उसके कर्म तय करते हैं।किस्मत - कहने वाले तो यह भी कहते हैं किस्मत का लिखा बदला नहीं जा सकता है।मेरा कहना है, जरूर बदला जा सकता है।गीता में दिए गए उपदेश जो कर्म को प्रधान बताते हैं और साथ में आज के अनेक उदाहरण जो यह साबित करते हैं कि कर्म से किस्मत को बदला जा सकता है।धीरू भाई अंबानी हो, बिल गेट्स हो,अलकेम दवा कंपनी के मालिक या ग्लैमर दुनिया के कई सितारे जैसे- राजकुमार राव, पंकज त्रिपाठी हों। सबने शुरुआत जी़रो से की थी आज वो किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं।अपने देश के प्रधानमंत्री का उदाहरण क्या कम है?जिस परिवेश में उन्होंने जन्म लिया ये उनकी तकदीर थी। अपने मेहनत से वो प्रधानमंत्री बने ये उनकी मेहनत, लगन, धैर्य, अटूट परिश्रम का ही परिणाम है।आइए आपको एक तस्वीर दिखाते हैं।यह किसी इंसान के हाथ की तस्वीर है। इस हाथ में कई रेखाएँ दिखायी दे रही हैं जो उनकी तकदीर से जुड़ी कई कहानी को बयां करती होगी। कई लोग हाथ देखकर बता सकते हैं कि यह रेखा है तो यह होगा, वो रेखा है तो वो होगा।मानते हैं कुछ सही होंगी और कुछ नहीं होंगी। जहाँ नहीं वाली बात है तो क्या हम उस नहीं को सच मानकर बैठ जाएँ और कुछ करें ही नहीं ?आप हाथ को गौर से देखिए !!हमें बनाने वाले ने हाथों की लकीरों के आगे ऊंगलियाँ क्यों दी हैं ?वो इसलिए कि हम हाथों से मेहनत करके अपनी किस्मत अपने हाथ से लिख सकें।मैं अपना ही उदाहरण दे सकती हूँ। जब Quora शुरू हुआ था तो कोई हमें नहीं जानता था, आज कुछ लोग मुझे जानते हैं तो यह मेरी मेहनत ही है कि मैं यहाँ निरंतर लिखने, पढ़ने और सब के साथ जुड़े रहने का प्रयास करती रहती हूँ।पूरे लेख का सार यही है कि कुछ चीजें जो हमारे जन्म के साथ तकदीर से जुड़ी होती हैं, वो सत्य है, जिसे बदला नहीं जा सकता है लेकिन किस्मत को बदलना हमारे अपने कर्म पर निर्भर है।यह मेरी सोच है। सहमति या असहमति आपका अधिकार है।

' तकदीर और किस्मत '   देखा जाए तो ये एक सिक्के के दो पहलू जैसे हैं। एक के साथ दूसरा जुड़ा हुआ ही है। By Vnita kasnia Punjab तकदीर -  बहुतों का यही कहना है कि जो तकदीर में लिखा है वही सही होता है। कहने वाले सही कहते हैं। अब कोई  गरीब खानदान  में पैदा   होता है,वो उसकी तकदीर है क्योंकि उसमें वो कुछ नहीं कर सकता है। उसके माता पिता कौन होंगे यह सब उसकी तकदीर में लिखा होता है, जिसे बदला नहीं जा सकता है। पर इंसान गरीब घर में जन्म लेकर गरीब ही रहे, यह तकदीर नहीं बल्कि उसके कर्म तय करते हैं। किस्मत -  कहने वाले तो यह भी कहते हैं किस्मत का लिखा बदला नहीं जा सकता है। मेरा कहना है, जरूर बदला जा सकता है। गीता में दिए गए उपदेश जो कर्म को प्रधान बताते हैं और साथ में आज के अनेक उदाहरण जो यह साबित करते हैं कि कर्म से किस्मत को बदला जा सकता है। धीरू भाई अंबानी हो, बिल गेट्स हो,अलकेम दवा कंपनी के मालिक या ग्लैमर दुनिया के कई सितारे जैसे- राजकुमार राव, पंकज त्रिपाठी हों। सबने शुरुआत जी़रो से की थी आज वो किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। अपने देश के प्रधानमंत्री का उदाहरण क्या कम...

स्मार्टफोन : अब ऐसे में ऐसे लोग मौजूद हैं जो पानी में भी पानी डालते हैं। By Vnita kasnia Punjab स्मार्टफोनस्मार्टफोन : हर मौसम में। इस खेल में यह तेज़ है। मौसम खुला रहता है और जैसे कि बार चालू होता है और मूसलाधार चालू होता है। ऐसे में साझा करने वालों के लिए समानुपाती है। इस तरह से तैयार किया गया है। पूरी तरह से पूरी तरह से प्रतिरोधी। यह गलत है।सैमसंग गैलेक्सी S21 अल्ट्रासैमसंग गैलेक्सी एस21 अल्ट्रा एस21 है। यह एक ही बार में बदलने वाला है. तक की तरफ़ से धूप सेंकें। . इसके साथ ही, कैमरा 5G के लिए है और फिल्म 6.8- AMOLED के साथ 108MP का कैमरा है। अगर बजट आपके लिए कोई समस्या नहीं है, तो आप खरीद सकते हैं। 80 हजार अरब डॉलर के आस-पास है।आईफोन 13 प्रो मैक्सiPhone 13 प्रो मैक्स भारत में सबसे अच्छा है। यह IP68 के साथ है; ताकि अपना खेल। सुरक्षित साथ में ही, 6GB एप्पल 2778 x 1284 10 .यह भी जब सोने की कीमत आज:वनप्लस 9 प्रोवनप्लस 9 प्रो है है इस आईपी68 के साथ यह भी है कि आप इस वायरस से संक्रमित हैं. साथ ही, यह 120Hz Fluid2 AMOLED एक अद्भुत और 888 टेलीफोन के साथ है। यह टेलीफोन 256GB UFS 3.1 और 12GB के साथ फास्ट फास्ट है। यह भारत में अच्छी गुणवत्ता वाला है।

स्मार्टफोन : अब ऐसे में ऐसे लोग मौजूद हैं जो पानी में भी पानी डालते हैं। By Vnita kasnia Punjab स्मार्टफोन  :  हर मौसम में।  इस खेल में यह तेज़ है।  मौसम खुला रहता है और जैसे कि बार चालू होता है और मूसलाधार चालू होता है।  ऐसे में साझा करने वालों के लिए समानुपाती है।  इस तरह से तैयार किया गया है।  पूरी तरह से पूरी तरह से प्रतिरोधी।  यह गलत है। सैमसंग गैलेक्सी S21 अल्ट्रा सैमसंग गैलेक्सी एस21 अल्ट्रा एस21 है।  यह एक ही बार में बदलने वाला है.  तक की तरफ़ से धूप सेंकें।  .  इसके साथ ही, कैमरा 5G के लिए है और फिल्म 6.8- AMOLED के साथ 108MP का कैमरा है।  अगर बजट आपके लिए कोई समस्या नहीं है, तो आप खरीद सकते हैं।  80 हजार अरब डॉलर के आस-पास है। आईफोन 13 प्रो मैक्स iPhone 13 प्रो मैक्स भारत में सबसे अच्छा है।  यह IP68 के साथ है;  ताकि अपना खेल।  सुरक्षित  साथ में ही, 6GB  एप्पल 2778 x 1284 10 . यह भी  जब सोने की कीमत आज: वनप्लस 9 प्रो वनप्लस 9 प्रो है है  इस आईपी68 के साथ यह भी है कि आप इस वा...

कौन-कौन से फूल देवताओं को नहीं चढ़ाए जाते :By वनिता कासनियां पंजाब : भगवान राम को ना करें यह फूल अर्पितभगवान राम की पूजा में कभी-भी कनेर के फूलों का प्रयोग नहीं करना चाहिए इससे वह नाराज होते हैं। मगर मां दुर्गा की पूजा में आप कनेर के फूलों को उपयोग कर सकते हैं।भगवान विष्णु को ना करें यह फूल अर्पितभगवान विष्णु के भक्तों को श्रीहरि पूजन के दौरान अगस्त्य के फूलों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इसके साथ माधवी और लोध के फूलों का भी उपयोग नहीं करना चाहिए।मां पार्वती को ना चढ़ाएं यह फूलमां पार्वती यानी आदिशक्ति को कभी भी आंवला या मदार के फूल अर्पित नहीं करने चाहिए। इससे मां पार्वती नाराज होती हैं और भक्तों के ऊपर से उनकी कृपा हट जाती है।शिव पूजन में ना करें इन फूलों का उपयोगभगवान शिव के भक्तों को कभी भी उनकी पूजा आराधना के दौरान केतकी या केवड़ा के फूल का उपयोग नहीं करना चाहिए। इससे भगवान शिव क्रोधित होते हैं।भगवान सूर्य को ना अर्पित करें बिलवा या बेलपत्रभगवान सूर्य की पूजा आराधना के दौरान कभी भी बेलपत्र या बिलवा का उपयोग नहीं करना चाहिए। इससे भगवान सूर्य नाराज होते हैं तथा उनकी कृपा भक्तों के ऊपर से हट जाती ।रेफरेन्स

कौन-कौन से फूल देवताओं को नहीं चढ़ाए जाते  : By  वनिता कासनियां पंजाब : भगवान राम को ना करें यह फूल अर्पित भगवान राम की पूजा में कभी-भी कनेर के फूलों का प्रयोग नहीं करना चाहिए इससे वह नाराज होते हैं। मगर मां दुर्गा की पूजा में आप कनेर के फूलों को उपयोग कर सकते हैं। भगवान विष्णु को ना करें यह फूल अर्पित भगवान विष्णु के भक्तों को श्रीहरि पूजन के दौरान अगस्त्य के फूलों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इसके साथ माधवी और लोध के फूलों का भी उपयोग नहीं करना चाहिए। मां पार्वती को ना चढ़ाएं यह फूल मां पार्वती यानी आदिशक्ति को कभी भी आंवला या मदार के फूल अर्पित नहीं करने चाहिए। इससे मां पार्वती नाराज होती हैं और भक्तों के ऊपर से उनकी कृपा हट जाती है। शिव पूजन में ना करें इन फूलों का उपयोग भगवान शिव के भक्तों को कभी भी उनकी पूजा आराधना के दौरान केतकी या केवड़ा के फूल का उपयोग नहीं करना चाहिए। इससे भगवान शिव क्रोधित होते हैं। भगवान सूर्य को ना अर्पित करें बिलवा या बेलपत्र भगवान सूर्य की पूजा आराधना के दौरान कभी भी बेलपत्र या बिलवा का उपयोग नहीं करना चाहिए। इससे भगवान सूर्य नाराज होते हैं तथा उन...

,मेरो छोटो सो गोपाल छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥आगे आगे गैया पीछे पीछे ग्वाल ।बीच में मेरो मदन गोपाल ॥छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल । छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥कारी कारी गैया, गोरे गोरे ग्वाल।श्याम वरण मेरो मदन गोपाल॥छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥घास खाए गैया, दूध पीवे ग्वाल ।माखन खावे मेरो मदन गोपाल ॥छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥छोटी छोटी लकुटी, छोले छोटे हाथ ।बंसी बजावे मेरो मदन गोपाल ॥छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥छोटी छोटी सखियाँ, मधुबन बाग ।रास राचावे मेरो मदन गोपाल ॥कान्हा दीवानी वनिता...!!

, मेरो छोटो सो गोपाल छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल । छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥ छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल । छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥ आगे आगे गैया पीछे पीछे ग्वाल । बीच में मेरो मदन गोपाल ॥ छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल । छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥ कारी कारी गैया, गोरे गोरे ग्वाल। श्याम वरण मेरो मदन गोपाल॥ छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल । छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥ घास खाए गैया, दूध पीवे ग्वाल । माखन खावे मेरो मदन गोपाल ॥ छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल । छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥ छोटी छोटी लकुटी, छोले छोटे हाथ । बंसी बजावे मेरो मदन गोपाल ॥ छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल । छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥ छोटी छोटी सखियाँ, मधुबन बाग । रास राचावे मेरो मदन गोपाल ॥ कान्हा दीवानी वनिता...!!

बलुवाना न्यूज पंजाब चीन (China) ने धरती पर कोरोना जैसी महामारी फैला दी. इसके बाद भी चीन ने अपनी गलती नहीं मानी और इस बात से लगातार पल्ला झाड़ रहा है. लेकिन चीन की हरकतों से दुनिया वाकिफ है. कई लोगों का कहना है कि चीन द्वारा कोरोना के रूप में बायो वेपन तैयार किये गए थे.वो इसके जरिये दुनिया में तबाही लाना चाहता था. इसमें एक हद तक चीन कामयाब भी हो गया. अब चीन की एक और हरकत से दुनिया में तबाही मच सकती है. चीन का एक रॉकेट (Chinese Out Of Control Rocket) अंतरिक्ष में कई हिस्सों में टूट गया है. अब इसका मलबा तेजी से धरती की तरफ बढ़ रहा है.इस 21 टन के रॉकेट का मलबा कहां गिरेगा, इसकी किसी को जानकारी नहीं है. एस्ट्रोनॉमर्स ने इसे लेकर चेतावनी जारी करते हुए कहा कि इसका एक 30 मीटर लंबा हिस्सा धरती में कहीं भी गिर सकता है. ये इतना बड़ा है कि अगर किसी शहर पर गिरा, तो वहां तबाही आ जाएगी. इस चीनी रॉकेट का वजन तीन T-Rex डायनासोर के बराबर है. एक्सपर्ट्स इसकी डायरेक्शन पता करने में जुटे हैं. इसके बाद अगर पॉसिबल हो पाएगा तो इसके दिशा को बदलने की कोशिश की जाएगी. लेकिन अभी इसकी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है.रविवार को हुआ था लॉन्चचीन का ये रॉकेट रविवार को ही लॉन्च हुआ था. ऑर्बिट में छोड़े जाने के बाद ये स्पेस स्टेशन से भटक गया और अंतरिक्ष में इसके कई टुकड़े हो गए. लेकिन कुछ टुकड़े काफी बड़े हैं. इस रॉकेट का मॉड्यूल सुरक्षित है लेकिन लॉन्चर तेजी से अनियंत्रित होकर धरती की तरफ बढ़ रहा है. एस्ट्रोनॉमर जोनाथन मैकडोवेल्ल ने चेतावनी दी है कि ये रॉकेट कब और कहां टकराएगा इसका कोई अंदाजा नहीं है. लेकिन जहां भी ये गिरेगा वहां तबाही आ जाएगी. स्पीड से गिरेगा हिस्साएस्ट्रोनॉमर ने Gizmodo से बातचीत में बताया कि अंदाजा नहीं लगाया जा पा रहा है कि ये रोकेट कहां गिरेगा? इतने बड़े मलबे का यूं ऑर्बिट में अनियंत्रित होकर घूमना खतरनाक है. इससे कितना खतरा है इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है. लेकिन अभी भी एक्सपर्ट्स इसकी जानकारी में लगे हुए हैं. हर कोशिश की जा रही है कि या तो इसका रुख मोड़ दिया जाए या इसके कुछ और टुकड़े कर दिए जाए. अभी इसकी रफ़्तार कुछ सौ किलोमीटर की बताई जा रही है. अगर इसी स्पीड से ये टकराएगा तो तबाही निश्चित है. आमतौर पर अंतरिक्ष से आने वाले मलबों का रुख महासागर में मोड़ दिया जाता है. ऐसे में कोशिश जारी है कि इसके साथ भी ऐसा ही कुछ किया जा सके ताकि इंसानों को इससे ज्यादा नुकसान ना पहुंचे.

बलुवाना न्यूज पंजाब   चीन (China) ने धरती पर कोरोना जैसी महामारी फैला दी. इसके बाद भी चीन ने अपनी गलती नहीं मानी और इस बात से लगातार पल्ला झाड़ रहा है. लेकिन चीन की हरकतों से दुनिया वाकिफ है. कई लोगों का कहना है कि चीन द्वारा कोरोना के रूप में बायो वेपन तैयार किये गए थे. वो इसके जरिये दुनिया में तबाही लाना चाहता था. इसमें एक हद तक चीन कामयाब भी हो गया. अब चीन की एक और हरकत से दुनिया में तबाही मच सकती है. चीन का एक रॉकेट (Chinese Out Of Control Rocket) अंतरिक्ष में कई हिस्सों में टूट गया है. अब इसका मलबा तेजी से धरती की तरफ बढ़ रहा है. इस 21 टन के रॉकेट का मलबा कहां गिरेगा, इसकी किसी को जानकारी नहीं है. एस्ट्रोनॉमर्स ने इसे लेकर चेतावनी जारी करते हुए कहा कि इसका एक 30 मीटर लंबा हिस्सा धरती में कहीं भी गिर सकता है. ये इतना बड़ा है कि अगर किसी शहर पर गिरा, तो वहां तबाही आ जाएगी. इस चीनी रॉकेट का वजन तीन T-Rex डायनासोर के बराबर है. एक्सपर्ट्स इसकी डायरेक्शन पता करने में जुटे हैं. इसके बाद अगर पॉसिबल हो पाएगा तो इसके दिशा को बदलने की कोशिश की जाएगी. लेकिन अभी इसकी कोई जानकारी न...

बलुवाना न्यूज पंजाब अगले महीने भारत में बना स्वदेशी एयर क्राफ्ट कैरियर विक्रांत भारतीय नौसेना में शामिल हो जाएगा। इससे नौसेना की क्षमता में इजाफा होगा। हिंद महासागर में चीनी नौसेना की बढ़ी हलचल को देखते हुए भारत अपनी नौसेना की ताकत बढ़ा रहा है।अभी दुनिया की दस सबसे ताकतवर नौसेनाओं में भारत का स्थान सातवां है। विक्रांत के शामिल होने से इस रैंकिंग में बदलाव हो सकता है। पड़ोसी देश पाकिस्तान की नौसेना का नाम दुनिया की दस सबसे ताकतवर नौसेनाओं की लिस्ट में नहीं है। आगे पढ़ें दुनिया की 10 सबसे ताकतवर नौसेनाओं के बारे में... (स्रोत- मिलिट्री टूडे) अमेरिकी नौसेना दुनिया में सबसे ताकतवर है। यूएस नेवी में करीब 3.20 लाख सैनिक हैं। इसके पास 11 बड़े एयरक्राफ्ट कैरियर हैं। ये एयरक्राफ्ट कैरियर इतने बड़े हैं कि इनपर 70-80 विमानों को तैनात किया जा सकता है। यूएस नेवी के पास 8-9 एम्फिबियस शिप, 22 मिसाइल क्रूजर, 64 डिस्ट्रॉयर और 52 सबमरीन हैं। अमेरिकी नौसेना 3700 से अधिक विमानों का इस्तेमाल करती है। इसका मुख्य लड़ाकू विमान F/A-18 है। ताकत के मामले में रूस की नौसेना का दूसरा स्थान है। रूसी नौसेना के पास करीब 1.40 लाख सैनिक हैं। रूस के पास एक एयरक्राफ्ट कैरियर है। इसके पास Petr Veliky नाम का एक बैटलक्रूजर, तीन स्लावा क्लास के मिसाइल क्रूजर और 15 डिस्ट्रॉयर हैं। इसके साथ ही रूस के पास 9 फ्रिगेट्स और 24 कॉर्वेस्ट्स हैं। रूसी नौसेना में अकूला क्लास और ऑस्कर टू क्लास की कई परमाणु शक्ति से चलने वाली पनडुब्बियां हैं। चीन लगातार अपनी नौसेना की ताकत बढ़ा रहा है। पिछले दिनों ही उसने अपने बेड़े में नया एयरक्राफ्ट कैरियर शामिल किया है। दुनिया की तीसरी सबसे ताकतवर चीनी नौसेना के पास करीब 2.55 लाख सैनिक हैं। चीन के पास तीन एयरक्राफ्ट कैरियर हैं। इसके साथ ही इसके पास 30 डिस्ट्रॉयर, 50 फ्रिगेट्स और 40 कॉर्वेस्ट्स हैं। चीन के पास 68 पनडुब्बियां हैं। जापान के पास दुनिया की चौथी सबसे ताकतवर नौसेना है। इसके पास 150 से अधिक युद्धपोत और 346 विमान हैं। जापान के पास कोई एयरक्राफ्ट कैरियर नहीं है। इसके पास दो बड़े हेलिकॉप्टर कैरियर हैं। इन युद्धपोतों का इस्तेमाल एम्फिबियस ऑपरेशन, एंटी सरफेस और एंटी सबमरीन लड़ाई में किया जा सकता है। जापान के पास 26 डिस्ट्रॉयर, 10 फ्रिगेट्स और 6 कॉर्वेट्स हैं। यूनाइटेड किंगडम की नौसेना को रॉयल नेवी कहा जाता है। यह ताकत के मामले में पांचवे स्थान पर है। 18वीं शताब्दी में यह दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेना थी। रॉयल नेवी के पास करीब 33 हजार सैनिक हैं। इसके पास एक एयरक्राफ्ट कैरियर है। यूके की नौसेना के पास 6 डिस्ट्रॉयर, 13 फ्रिगेट्स, 6 परमाणु पनडुब्बियां और चार बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बियां हैं। इनमें हर एक पनडुब्बी इतनी बड़ी है कि परमाणु हथियार वाले 192 मिसाइलों से लैस की जा सकती है। फ्रांस की नौसेना ताकत के मामले में छठे स्थान पर है। इसके पास एक एयरक्राफ्ट कैरियर है। फ्रांस के पास 8 डिस्ट्रॉयर, चार गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट्स और 11 फ्रिगेट्स हैं। इसके पास परमाणु ऊर्जा से चलने वाले छह सबमरीन हैं। इसके साथ ही फ्रेंच नेवी 4 बैलिस्टिक मिसाइल सबमरीन भी ऑपरेट करती है। फ्रांस की नौसेना के पास 210 विमान हैं। भारतीय नौसेना को दुनिया की 7वीं सबसे ताकतवर नौसेना माना जाता है। इंडियन नेवी के पास 67 हजार सैनिक हैं। वर्तमान में भारत के पास एक एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रमादित्य है। एक नया एयरक्राफ्ट कैरियर विक्रांत नौसेना में अगले महीने शामिल होने वाला है। भारतीय नौसेना के पास 11 डिस्ट्रॉयर, 13 फ्रिगेट्स और 20 कॉर्वेट्स हैं। नौसेना के पास परमाणु ऊर्जा से चलने वाली एक बैलिस्टिक मिसाइल सबमरीन अरिहंत और आईएनएस चक्र है। इसके साथ ही इंडियन नेवी के पास 13 से अधिक अन्य पनडुब्बियां भी हैं। दक्षिण कोरिया की नौसेना के पास 70 हजार सैनिक हैं। इसके पास कोई एयरक्राफ्ट कैरियर नहीं है। दक्षिण कोरिया का सबसे बड़ा युद्धपोत Dokdo क्लास का एम्फिबियस जहाज है। इसका आकार छोटे एयरक्राफ्ट कैरियर जितना बड़ा है। इसके साथ ही दक्षिण कोरिया के पास 3 गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर और 3 अन्य डिस्ट्रॉयर हैं। दक्षिण कोरिया के पास 13 फ्रिगेट्स और 16 पनडुब्बियां हैं। इटली की नौसेना के पास करीब 31 हजार सैनिक हैं। इसके पास एक एयरक्राफ्ट कैरियर है। इटली की नौसेना के पास 10 डिस्ट्रॉयर, 6 एंटी सबमरीन फ्रिगेट्स और दो गश्त करने वाले दो फ्रिगेट्स हैं। इसके पास आठ पनडुब्बियां हैं। ताइवान की नौसेना ताकत के मामले में 10वें स्थान पर है। चीन के खतरे का सामना करने के लिए ताइवान ने अपनी नौसेना को अत्याधुनिक और घातक बनाया है। इसके पास 38 हजार सैनिक हैं। ताइवान के पास चार डिस्ट्रॉयर, 20 फ्रिगेट्स और दो पनडुब्बियां हैं।

बलुवाना न्यूज पंजाब    अगले महीने भारत में बना स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर विक्रांत भारतीय नौसेना में शामिल हो जाएगा। इससे नौसेना की क्षमता में इजाफा होगा। हिंद महासागर में चीनी नौसेना की बढ़ी हलचल को देखते हुए भारत अपनी नौसेना की ताकत बढ़ा रहा है। अभी दुनिया की दस सबसे ताकतवर नौसेनाओं में भारत का स्थान सातवां है। विक्रांत के शामिल होने से इस रैंकिंग में बदलाव हो सकता है। पड़ोसी देश पाकिस्तान की नौसेना का नाम दुनिया की दस सबसे ताकतवर नौसेनाओं की लिस्ट में नहीं है।  आगे पढ़ें दुनिया की 10 सबसे ताकतवर नौसेनाओं के बारे में...  (स्रोत- मिलिट्री टूडे) अमेरिकी नौसेना दुनिया में सबसे ताकतवर है। यूएस नेवी में करीब 3.20 लाख सैनिक हैं। इसके पास 11 बड़े एयरक्राफ्ट कैरियर हैं। ये एयरक्राफ्ट कैरियर इतने बड़े हैं कि इनपर 70-80 विमानों को तैनात किया जा सकता है। यूएस नेवी के पास 8-9 एम्फिबियस शिप, 22 मिसाइल क्रूजर, 64 डिस्ट्रॉयर और 52 सबमरीन हैं। अमेरिकी नौसेना 3700 से अधिक विमानों का इस्तेमाल करती है। इसका मुख्य लड़ाकू विमान F/A-18 है। ताकत के मामले में रूस की नौसेना का द...