हम चैन से सो पाए इसलिए ही वो सो गया, वो भारतीय फौजी ही था जो आज शहीद हो गया. जय हिन्द Army हमारी दिवाली में रोशनी इसलिए हैं क्योंकि सरहद पर अँधेरे में कोई खड़ा हैं. जय हिन्द एक सैनिक ने क्या खूब कहा है. किसी गजरे की खुशबु को महकता छोड़ आया हूँ, मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूँ, मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ऐ भारत माँ, मैं अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ। जय हिन्द जहाँ हम और तुम हिन्दू-मुसलमान के फर्क में लड़ रहे हैं, कुछ लोग हम दोनों के खातिर सरहद की बर्फ में मर रहे हैं. नींद उड़ गया यह सोच कर, हमने क्या किया देश के लिए, आज फिर सरहद पर बहा हैं खून मेरी नींद के लिए. जय हिन्द जहर पिलाकर मजहब का, इन कश्मीरी परवानों को, भय और लालच दिखलाकर तुम भेज रहे नादानों को, खुले प्रशिक्षण, खुले शस्त्र है खुली हुई शैतानी है, सारी दुनिया जान चुकी ये हरकत पाकिस्तानी है, जय हिन्द फ़ौजी की मौत पर परिवार को दुःख कम और गर्व ज्यादा होता हैं, ऐसे सपूतो को जन्म देकर माँ का कोख भी धन्य हो जाता हैं. जिसकी वजह से पूरा हिन्दुस्तान चैन से सोता हैं, कड़ी ठंड, गर्मी और बरसात में अपना धैर्य न खोता ह...
#बलुवाना #न्यूजसाल 2021-22 में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) पाने में दिल्ली तीसरे और #हरियाणा पांचवें स्थान पर रहा है। देश में शीर्ष पांच राज्यों में पहले स्थान पर 37.55 फीसदी रकम के साथ कर्नाटक रहा है।दूसरे पर 26.26 फीसदी के साथ महाराष्ट्र और चौथे पर #तमिलनाडु रहा जिसे 5.10 फीसदी रकम मिली है। दिल्ली को 13.93 फीसदी रकम और हरियाणा को 4.76 फीसदी रकम मिली है। कोरोना और वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत 2021-22 में कुल 84.83 अरब #डॉलर का एफडीआई हासिल किया था। वाणिज्य मंत्रालय ने कहा, पिछले वित्तवर्ष में देश के विनिर्माण क्षेत्र में कुल 21.34 अरब डॉलर का एफडीआई आया था। उसके पहले के साल के 12.09 अरब डॉलर की तुलना में यह 76 फीसदी ज्यादा है।विनिर्माण क्षेत्र में 21.34 अरब डॉलरसिंगापुर से सबसे ज्यादा 27.01 फीसदी जबकि अमेरिका से 17.94 फीसदी एफडीआई आया है। 15.98 फीसदी के साथ मॉरीशस तीसरे और 7.86 फीसदी के साथ नीदरलैंड चौथे स्थान पर है। स्विटजरलैंड पांचवें स्थान पर है।कर्ज की मांग बढ़ी, जमा पर मिलेगा ज्यादा ब्याजदेश में कर्ज की मांग तेजी से बढ़ रही है। यह तीन साल के ऊपरी स्तर पर पहुंच गई है। आर्थिक गतिविधियों में सुधार से आगे इसमें और तेजी की उम्मीद है। ऐसे में बैंक पैसों की जरूरत के लिए जमा पर ब्याज दरें बढ़ा सकते हैं। दरअसल, जमा पर मिल रहे कम ब्याज से बैंकों के पास पैसों की कमी हो रही है। बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस कहते हैं कि जमाकर्ता शेयर्स और म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं, जहां उन्हें ज्यादा रिटर्न मिल रहा है। एनआरआई को ज्यादा ब्याज...एचडीएफसी बैंक ने हाल में जमाकर्ताओं को आकर्षित करने के लिए अप्रवासी भारतीयों यानी एनआरआई के जमा पर ब्याज बढ़ा दिया है। आने वाले समय में और भी बैंक ज्यादा ब्याज दे सकते हैं।जमा में 9.8 फीसदी की बढ़तदेश में बैंकों के जमा की वृद्धि दर अभी 9.8 फीसदी है जो 14 महीने से 10 फीसदी से नीचे है। जबकि उधारी की वृद्धि दर एक जुलाई के पखवाड़े में 14.4 फीसदी थी। 2021 में रिकॉर्ड 5.6 फीसदी के निचले स्तर से इसमें करीब तीन गुना की बढ़त हुई है। खुदरा कर्ज जिसमें पर्सनल, हाउसिंग, ऑटो वाले कर्ज होते हैं, वे तेजी से बढ़ रहे हैं। बैंकों का फोकस भी इसी पर होता है।रेलिगेयर के मामले में 60 करोड़ का जुर्मानानई दिल्ली। सेबी ने रेलिगेयर फिनवेस्ट के 2,473 करोड़ गबन के मामले में मालविंदर मोहन और शिविंदर मोहन सिंह सहित कुल 10 लोगों पर 60 करोड़ जुर्माना लगाया है। मामला 2014-15 से 2017-18 के बीच का है। सिंह भाईयों को शेयर बाजार में कारोबार करने पर 3 साल या गबन पैसों की रिकवरी होने तक प्रतिबंध लगा दिया गया है।
#बलुवाना #न्यूज
साल 2021-22 में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) पाने में दिल्ली तीसरे और #हरियाणा पांचवें स्थान पर रहा है। देश में शीर्ष पांच राज्यों में पहले स्थान पर 37.55 फीसदी रकम के साथ कर्नाटक रहा है।दूसरे पर 26.26 फीसदी के साथ महाराष्ट्र और चौथे पर #तमिलनाडु रहा जिसे 5.10 फीसदी रकम मिली है। दिल्ली को 13.93 फीसदी रकम और हरियाणा को 4.76 फीसदी रकम मिली है। कोरोना और वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत 2021-22 में कुल 84.83 अरब #डॉलर का एफडीआई हासिल किया था। वाणिज्य मंत्रालय ने कहा, पिछले वित्तवर्ष में देश के विनिर्माण क्षेत्र में कुल 21.34 अरब डॉलर का एफडीआई आया था। उसके पहले के साल के 12.09 अरब डॉलर की तुलना में यह 76 फीसदी ज्यादा है।
विनिर्माण क्षेत्र में 21.34 अरब डॉलर
सिंगापुर से सबसे ज्यादा 27.01 फीसदी जबकि अमेरिका से 17.94 फीसदी एफडीआई आया है। 15.98 फीसदी के साथ मॉरीशस तीसरे और 7.86 फीसदी के साथ नीदरलैंड चौथे स्थान पर है। स्विटजरलैंड पांचवें स्थान पर है।
कर्ज की मांग बढ़ी, जमा पर मिलेगा ज्यादा ब्याज
देश में कर्ज की मांग तेजी से बढ़ रही है। यह तीन साल के ऊपरी स्तर पर पहुंच गई है। आर्थिक गतिविधियों में सुधार से आगे इसमें और तेजी की उम्मीद है। ऐसे में बैंक पैसों की जरूरत के लिए जमा पर ब्याज दरें बढ़ा सकते हैं। दरअसल, जमा पर मिल रहे कम ब्याज से बैंकों के पास पैसों की कमी हो रही है। बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस कहते हैं कि जमाकर्ता शेयर्स और म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं, जहां उन्हें ज्यादा रिटर्न मिल रहा है। एनआरआई को ज्यादा ब्याज...एचडीएफसी बैंक ने हाल में जमाकर्ताओं को आकर्षित करने के लिए अप्रवासी भारतीयों यानी एनआरआई के जमा पर ब्याज बढ़ा दिया है। आने वाले समय में और भी बैंक ज्यादा ब्याज दे सकते हैं।
जमा में 9.8 फीसदी की बढ़त
देश में बैंकों के जमा की वृद्धि दर अभी 9.8 फीसदी है जो 14 महीने से 10 फीसदी से नीचे है। जबकि उधारी की वृद्धि दर एक जुलाई के पखवाड़े में 14.4 फीसदी थी। 2021 में रिकॉर्ड 5.6 फीसदी के निचले स्तर से इसमें करीब तीन गुना की बढ़त हुई है। खुदरा कर्ज जिसमें पर्सनल, हाउसिंग, ऑटो वाले कर्ज होते हैं, वे तेजी से बढ़ रहे हैं। बैंकों का फोकस भी इसी पर होता है।
रेलिगेयर के मामले में 60 करोड़ का जुर्माना
नई दिल्ली। सेबी ने रेलिगेयर फिनवेस्ट के 2,473 करोड़ गबन के मामले में मालविंदर मोहन और शिविंदर मोहन सिंह सहित कुल 10 लोगों पर 60 करोड़ जुर्माना लगाया है। मामला 2014-15 से 2017-18 के बीच का है। सिंह भाईयों को शेयर बाजार में कारोबार करने पर 3 साल या गबन पैसों की रिकवरी होने तक प्रतिबंध लगा दिया गया है।
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