हम चैन से सो पाए इसलिए ही वो सो गया, वो भारतीय फौजी ही था जो आज शहीद हो गया. जय हिन्द Army हमारी दिवाली में रोशनी इसलिए हैं क्योंकि सरहद पर अँधेरे में कोई खड़ा हैं. जय हिन्द एक सैनिक ने क्या खूब कहा है. किसी गजरे की खुशबु को महकता छोड़ आया हूँ, मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूँ, मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ऐ भारत माँ, मैं अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ। जय हिन्द जहाँ हम और तुम हिन्दू-मुसलमान के फर्क में लड़ रहे हैं, कुछ लोग हम दोनों के खातिर सरहद की बर्फ में मर रहे हैं. नींद उड़ गया यह सोच कर, हमने क्या किया देश के लिए, आज फिर सरहद पर बहा हैं खून मेरी नींद के लिए. जय हिन्द जहर पिलाकर मजहब का, इन कश्मीरी परवानों को, भय और लालच दिखलाकर तुम भेज रहे नादानों को, खुले प्रशिक्षण, खुले शस्त्र है खुली हुई शैतानी है, सारी दुनिया जान चुकी ये हरकत पाकिस्तानी है, जय हिन्द फ़ौजी की मौत पर परिवार को दुःख कम और गर्व ज्यादा होता हैं, ऐसे सपूतो को जन्म देकर माँ का कोख भी धन्य हो जाता हैं. जिसकी वजह से पूरा हिन्दुस्तान चैन से सोता हैं, कड़ी ठंड, गर्मी और बरसात में अपना धैर्य न खोता ह...
फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करते ही लोगराफेल की गति से इनबॉक्स में एंट्री मारते हैं। किसी को हाय करनी है…किसी को हैलो…किसी को दोस्ती करनी है…तो किसी को शादी…कोई साथ में चाय पीना चाहता है…तो कोई कॉफी…..🙄😖कोई साथ में लंच करना चाहता हैतो कोई कैंडिल लाइट डिनर…कोई किये जा रहा है लगातार मैसेंजर पर कॉलकोई भेज रहा लव इमोजीकोई भेज रहा फ्लाइंग किसकोई 15 साल का है…कोई 50 साल का है…तो कोई है 75 साल का….सबको जानना है क्या करती होकहाँ रहती होकहाँ जॉब करती होअकेले रहती हो…??सब मोहित हैं चेहरे पर….सबको अच्छी लग रही है मासूमियतसब डूब जाना चाहते हैं आंखों मेंसब बांध रहे हैं पुल तारीफों केसब लगे हैं साबित करने में खुद को श्रेष्ठ आशिकइनबॉक्स में आने वालों कीउम्र, जाति, मजहब, नाम सब अलग है,लेकिन कुछ की है…एक सी नीयत….इतना आसान भी नहीं हैऔरत होकर फेसबुक चला पाना…इतना आसान नहीं हैमैसेंजर का इनबॉक्स खोल पाना…आप इस पर अवश्य सोचें।हाँ ऐसा नहीं है कि सब गलत हैकुछ ने तो अनजाने से रिश्ते बना लिए हैं….कोई कहता दीदी,कोई कहता बहन,कोई कहता गुरु जी…"तो कोई कहता है…पुरूष हो तुम..।।"Byवनिता कासनियां पंजाब द्वारामेरे लिए मंगल कामना करने वालों का रात और दिन मंगल हो🙏😊
फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करते ही लोग राफेल की गति से इनबॉक्स में एंट्री मारते हैं। किसी को हाय करनी है… किसी को हैलो… किसी को दोस्ती करनी है… तो किसी को शादी… कोई साथ में चाय पीना चाहता है… तो कोई कॉफी…..🙄😖 कोई साथ में लंच करना चाहता है तो कोई कैंडिल लाइट डिनर… कोई किये जा रहा है लगातार मैसेंजर पर कॉल कोई भेज रहा लव इमोजी कोई भेज रहा फ्लाइंग किस कोई 15 साल का है… कोई 50 साल का है… तो कोई है 75 साल का…. सबको जानना है क्या करती हो कहाँ रहती हो कहाँ जॉब करती हो अकेले रहती हो…?? सब मोहित हैं चेहरे पर…. सबको अच्छी लग रही है मासूमियत सब डूब जाना चाहते हैं आंखों में सब बांध रहे हैं पुल तारीफों के सब लगे हैं साबित करने में खुद को श्रेष्ठ आशिक इनबॉक्स में आने वालों की उम्र, जाति, मजहब, नाम सब अलग है, लेकिन कुछ की है…एक सी नीयत…. इतना आसान भी नहीं है औरत होकर फेसबुक चला पाना… इतना आसान नहीं है मैसेंजर का इनबॉक्स खोल पाना… आप इस पर अवश्य सोचें। हाँ ऐसा नहीं है कि सब गलत है कुछ ने तो अनजाने से रिश्ते बना लिए हैं…. कोई कहता दीदी, कोई कहता बहन, कोई कहता गुरु जी… "तो कोई कहता है…प...