4464005860401745 स्वास्थ्य घरेलू नुस्खे गुड़ के गुण, फायदे, उपयोग एवं नुकसान | Jaggery Benefits or Gud ke Fayde Hindi By वनिता कासनियां पंजाब गुड़ के गुण, खाने के फायदे, उपयोग, नुकसान (Jaggery Benefits or Gud ke Fayde Hindi) (Side Effects) गन्ने के रस को पकाकर बना गुड सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद है. हमने अधिकतर गुड को गन्ने के खेतो के आस-पास बड़ी बड़ी कड़ाइयों मे पकते देखा है, हालाकि आज कल गुड मशीनों के द्वारा भी बनाया जाता है, परंतु मशीनों से बने इस गुड का स्वाद पारंपरिक तरीके से बने गुड की तरह नहीं होता. गुड का स्वाद गन्ने की तरह ही मीठा मुह मे रस घोलने वाला होता है, परंतु आज के समय मे शायद ही आपको असली और शुध्द गुड बाजार मे मिल पाये. jaggery Table of Contents गुड़ के बारें में पूरी जानकारी गुड़ के गुण (Jaggery Gun) गुड़ के फायदे एवं उपयोग (Gud ke Fayde and Upyog) सर्दी का घरेलू इलाज पेट का रखे ख्याल महिलाओ के लिए वरदान शरीर को ऊर्जा देने वाला और दर्द को दूर भगाने वाला शरीर के लिए फायदेमंद अस्थमा मे उपयोगी खांसी को दूर भगाये सांस के रोगो मे लाभकारी जोड़ो के दर्द मे लाभकारी पीलिया मे लाभकारी वजन कम करने में फायदे बालों के लिए फायदे लंग्स के लिए फायदे गर्मियों में लाभ गुड़ खाने के कुछ अन्य लाभ (Jaggery Benefits) गुड़ में पाए जाने वाले पोषक तत्व (Nutrition Value) गुड़ के नुकसान (Jaggery Side Effects) FAQ गुड़ के बारें में पूरी जानकारी स्वाद मे मीठा गुड मे गुणो की खान भरी हुई है ये सेहत, शरीर, और त्वचा के साथ-साथ कई चीजों के लिए बहुत ही फायदेमंद है. आज हम हमारे इस लेख मे आपको गुड के कई फ़ायदों से अवगत करा रहे है, जिससे आप भी गुणो से भरी इस चीज के कई फायदे जान पाये. गुड़ के गुण (Jaggery Gun) स्वाद मे मीठे गुड की तासीर गर्म होती है. अगर गुड को पानी के साथ मिलाकर लिया जाए, तो इसकी तासीर ठंडी हो जाती है. यह आपके शरीर से हानिकारक टॉक्सिन को बाहर निकालता है. सर्दी के साथ साथ गुड कान के दर्द मे भी फायदे मंद है. गुड खाने से खून बढ़ता है. गुड भूख को बढ़ाता है. गुड खाने से आखो की रोशनी बढ़ती है. गुड खाने से इंसान की याददाश्त भी तेज होती है. गुड़ के फायदे एवं उपयोग (Gud ke Fayde and Upyog) सर्दी का घरेलू इलाज यदि आप ठंड के मौसम मे सर्दी ख़ासी कफ आदि समस्या से परेशान है, तो गुड आपके लिए बहुत ही फायदे मंद है. क्यूकि गुड की तासीर गर्म होती है, तो वह इन रोगो मे फायदा पहुचाता है. इसके लिए ठंड के मौसम मे गुड की चाय बनाकर पीना बहुत अच्छा होता है| आप चाहे तो गुड को दूध मे मिलाकर या इसका काढ़ा बनाकर भी पी सकते है. पेट का रखे ख्याल अगर आपको खाने के बाद मीठा खाने की आदत है, तो गुड खाइये यह आपको गैस और खाना न पचने जैसी समस्याओ से बचाएगा तथा आपका हाजमा भी अच्छा रहेगा. अगर आपको गैस की समस्या अधिक है, तो रोजाना गुड का सेवन पानी मे मिलाकर करे, आपकी समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी. गुड़ के गुण (Jaggery Gun) स्वाद मे मीठे गुड की तासीर गर्म होती है. अगर गुड को पानी के साथ मिलाकर लिया जाए, तो इसकी तासीर ठंडी हो जाती है. यह आपके शरीर से हानिकारक टॉक्सिन को बाहर निकालता है. सर्दी के साथ साथ गुड कान के दर्द मे भी फायदे मंद है. गुड खाने से खून बढ़ता है. गुड भूख को बढ़ाता है. गुड खाने से आखो की रोशनी बढ़ती है. गुड खाने से इंसान की याददाश्त भी तेज होती है. गुड़ के फायदे एवं उपयोग (Gud ke Fayde and Upyog) सर्दी का घरेलू इलाज यदि आप ठंड के मौसम मे सर्दी ख़ासी कफ आदि समस्या से परेशान है, तो गुड आपके लिए बहुत ही फायदे मंद है. क्यूकि गुड की तासीर गर्म होती है, तो वह इन रोगो मे फायदा पहुचाता है. इसके लिए ठंड के मौसम मे गुड की चाय बनाकर पीना बहुत अच्छा होता है| आप चाहे तो गुड को दूध मे मिलाकर या इसका काढ़ा बनाकर भी पी सकते है. पेट का रखे ख्याल अगर आपको खाने के बाद मीठा खाने की आदत है, तो गुड खाइये यह आपको गैस और खाना न पचने जैसी समस्याओ से बचाएगा तथा आपका हाजमा भी अच्छा रहेगा. अगर आपको गैस की समस्या अधिक है, तो रोजाना गुड का सेवन पानी मे मिलाकर करे, आपकी समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी. महिलाओ के लिए वरदान महिलाओ को अपनी त्वचा का ख्याल सबसे ज्यादा होता है और अगर आप रोजाना गुड का सेवन करते है, तो यह आपके शरीर से हानिकारक टॉक्सिन को बाहर कर देता है और आपकी त्वचा का ख्याल रखता है. इसी के साथ यदि किसी महिला को पीरियड के समय समस्या होती है तो वह उन दिनो गुड का सेवन करे तो बहुत ही फायदेमंद होता है. शरीर को ऊर्जा देने वाला और दर्द को दूर भगाने वाला यदि आपको अचानक से थकान महसूस हो रही है, तो ऐसे समय गुड राम बाण की तरह काम करता है. ऐसे समय मे आप अपनी इच्छा अनुसार गुड को पानी या दूध मे मिलाकर ले सकते है यकीन मानिए आपको फायदा जरूर होगा. अगर आपके कान मे दर्द है तो ऐसे मे भी आप गुड को घी मे मिलाकर ले सकते है आपके कान दर्द मे राहत मिलेगी. शरीर के लिए फायदेमंद गुड शरीर मे खून की सफाई करता है और शरीर के मेटाबोलिस्म को भी मेंटेन करता है. इसी के साथ साथ गुड का सेवन गले और फेफड़ो के इन्फ़ैकशन के समय भी लाभकारी है. अगर आपको माइग्रेन की समस्या है, तब भी गुड आपको फायदा पहुचायेगा. अस्थमा मे उपयोगी गुड़ मे एंटि एलरजिक तत्व होते है, जिससे यह आस्थमा के मरीजो के लिए भी फायदेमंद है. इसके लिए आप चाहे तो काली तिल मे गुड डालकर लड्डू बनाकर उसका सेवन रोजाना कर सकते है. खांसी को दूर भगाये अगर आपके गले मे खराश है, या आपको ख़ासी है, तो यदि आप अदरक के रस को गुड मे डालकर गरम करे और इसका नियमित सेवन करे, तो आपकी समस्या दूर हो जायेगी. सांस के रोगो मे लाभकारी यदि आपको सास की समस्या है तो आप गुड मे बराबर मात्रा मे सरसो का तेल मिलाकर उसका सेवन नियमित रूप से करे, तो आपको फायदा अवश्य होगा. जोड़ो के दर्द मे लाभकारी अगर आप जोड़ो के दर्द से परेशान है, तो रोजाना गुड का टुकड़ा अदरक के साथ चबाने से आपको फायदा अवश्य होगा. पीलिया मे लाभकारी अगर आपको पीलिया हो गया है, तो आप 5 ग्राम सोठ मे 1 ग्राम गुड मिलाकर उसका सेवन करे, तो आपको फायदा जरूर होगा. वजन कम करने में फायदे अगर आपको अपना वजन कम करना है तो अपनी दिनचर्या में गुड का सेवन करना शुरू कर दें। इससे कैलोरी कम होती है, साथ ही पाचन क्रिया की समस्या और शरीर में डिटाक्स की समस्या भी नहीं होगी। जिसके कारण आपका वजन अपने आप ही कम होने लगेगा। इसलिए इसका सेवन शुरू करें वजन खुद ही कम हो जाएगा। बालों के लिए फायदे गुड में अच्छा आयरन स्त्रोत होता है जिसके कारण आपके बालो को सही मात्रा में विटामिन सी अच्छे से मिलता है। इसलिए आपके बाल घने और लंबे होते हैं। साथ ही काले और हेल्दी भी। ऐसा कहा जाता है कि, महीने में दो बार शैंपू की जगह गुड और मुल्तानी मिट्टी लगाए जिसके बाद आपके बाल कूदरती खूबसूरत और संब हो जाएगे। लंग्स के लिए फायदे गुड खाने से आपके लंग्स अच्छे से काम करने लगते हैं, इससे ऑक्सीजन पूरी तरह से आपके शरीर में बनी रहती है इसलिए लंग्स के लिए गुड सबसे फायदेमंद होता है। गर्मियों में लाभ गर्मियों में गुड पेट में दर्द, पीरियड में, निमोनिया में, शुगर आदि में सहायक होता है। लेकिन इसे एक मात्रा के रूप में ले जिसके बाद आपको ये हानि ना दे सिर्फ लाभ ही पहुंचाए। गुड़ खाने के कुछ अन्य लाभ (Jaggery Benefits) अगर आपका गला बैठ गया है और आपकी आवाज नहीं निकल रही है, तो ऐसे मे गरम चावल मे गुड मिलाकर खाने से आपको फायदा मिलेगा. गुड की तासीर गर्म होती है और अगर इसे पानी मे लेते है, तो यह पेट को ठंडक देता है तो हम कह सकते है की गुड शरीर के टेम्प्रेचर को मेंटेन करता है. अगर आपको खट्टी डकारे आ रही है, तो गुड को काले नमक के साथ चाटने से आपको लाभ होगा. अगर आपका वजन बढ़ गया है, तब भी अगर आप गुड का सेवन रोजाना करते है, तो आपका वजन कम होगा. इससे आपका वजन कम होने के साथ साथ आपके मीठा खाने की तलब भी दूर होगी. अगर आपके शरीर मे आइरन की कमी है, तब भी गुड आपके लिए फायदेमंद होगा| एनिमिया के रोगियो के लिए तो यह बहुत ही फायदेमंद है. गुड़ में पाए जाने वाले पोषक तत्व (Nutrition Value) कैलोरी 383 प्रोटीन 0.4 ग्राम फैट 0.1 ग्राम पोटाशियम 1050 मिली. ग्राम और 30% आरडीआई सुरक्रोस 65-85 ग्राम गुड़ के नुकसान (Jaggery Side Effects) जहा हमने गुड खाने के इतने फायदे देखे वही गुड खाने के कुछ नुकसान भी है| जैसे कई बार गुड किसी को सूट नहीं करता है और गर्मी के मौसम मे गुड ज्यादा खा लेने से नाक मे से ख़ुन निकलने लगता है. कई बार गुड की मात्रा ज्यादा खा लेने से जिनहे शुगर की बीमारी है, उनकी शुगर लेवल बढ़ जाता है और उन्हे दिक्कतो का सामना करना पड़ता है. वैसे हम सभी यह तो जानते ही है कि किसी भी चीज की आवश्यकता से अति नुकसानदायक होती है| इसलिए हमे चाहिए कि हम किसी भी चीज का सेवन देखकर और अपने स्वास्थ के अनुसार करे. FAQ Q : गुड के फायदे क्या है ? Ans : गुड का सेवन करने से आपके शरीर में ऊर्जा बनी रहती है। Q : गुड लंग्स के लिए कितना फायदेमंद है ? Ans : लंग्स के लिए गुड खाना काफी फायदेमंद है इससे आपके शरीर में ऑक्सीजन बनी रहती है। Q : गुड गर्मियों में क्यो खाना चाहिए ? Ans : गर्मियों में गुड खाने से आपकी पाचन क्रिया अच्छी बनी रहती है। Q : गुड बालों के लिए अच्छा क्यों है ? Ans : गुड से बालों में जान और खूबसूरती बनी रहती है। Q : गुड का इस्तेमाल आप किस तरह कर सकते हैं ? Ans : गुड का सेवन आप छाछ के साथ कर सकते हैं। सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

He fell asleep because we could sleep peacefully.It was an Indian soldier who got martyred today.Jai HindMilitaryThere are lights in our Diwali because someone is standing on the border in the dark.Jai Hindwhat did a soldier lose

हम चैन से सो पाए इसलिए ही वो सो गया, वो भारतीय फौजी ही था जो आज शहीद हो गया. जय हिन्द Army  हमारी दिवाली में रोशनी इसलिए हैं क्योंकि सरहद पर अँधेरे में कोई खड़ा हैं. जय हिन्द एक सैनिक ने क्या खूब कहा है. किसी गजरे की खुशबु को महकता छोड़ आया हूँ, मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूँ, मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ऐ भारत माँ, मैं अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ। जय हिन्द जहाँ हम और तुम हिन्दू-मुसलमान के फर्क में लड़ रहे हैं, कुछ लोग हम दोनों के खातिर सरहद की बर्फ में मर रहे हैं. नींद उड़ गया यह सोच कर, हमने क्या किया देश के लिए, आज फिर सरहद पर बहा हैं खून मेरी नींद के लिए. जय हिन्द जहर पिलाकर मजहब का, इन कश्मीरी परवानों को, भय और लालच दिखलाकर तुम भेज रहे नादानों को, खुले प्रशिक्षण, खुले शस्त्र है खुली हुई शैतानी है, सारी दुनिया जान चुकी ये हरकत पाकिस्तानी है, जय हिन्द फ़ौजी की मौत पर परिवार को दुःख कम और गर्व ज्यादा होता हैं, ऐसे सपूतो को जन्म देकर माँ का कोख भी धन्य हो जाता हैं. जिसकी वजह से पूरा हिन्दुस्तान चैन से सोता हैं, कड़ी ठंड, गर्मी और बरसात में अपना धैर्य न खोता ह...

स्वास्थ्य घरेलू नुस्खे गुड़ के गुण, फायदे, उपयोग एवं नुकसान | Jaggery Benefits or Gud ke Fayde Hindi By वनिता कासनियां पंजाब गुड़ के गुण, खाने के फायदे, उपयोग, नुकसान (Jaggery Benefits or Gud ke Fayde Hindi) (Side Effects) गन्ने के रस को पकाकर बना गुड सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद है. हमने अधिकतर गुड को गन्ने के खेतो के आस-पास बड़ी बड़ी कड़ाइयों मे पकते देखा है, हालाकि आज कल गुड मशीनों के द्वारा भी बनाया जाता है, परंतु मशीनों से बने इस गुड का स्वाद पारंपरिक तरीके से बने गुड की तरह नहीं होता. गुड का स्वाद गन्ने की तरह ही मीठा मुह मे रस घोलने वाला होता है, परंतु आज के समय मे शायद ही आपको असली और शुध्द गुड बाजार मे मिल पाये. jaggery Table of Contents गुड़ के बारें में पूरी जानकारी गुड़ के गुण (Jaggery Gun) गुड़ के फायदे एवं उपयोग (Gud ke Fayde and Upyog) सर्दी का घरेलू इलाज पेट का रखे ख्याल महिलाओ के लिए वरदान शरीर को ऊर्जा देने वाला और दर्द को दूर भगाने वाला शरीर के लिए फायदेमंद अस्थमा मे उपयोगी खांसी को दूर भगाये सांस के रोगो मे लाभकारी जोड़ो के दर्द मे लाभकारी पीलिया मे लाभकारी वजन कम करने में फायदे बालों के लिए फायदे लंग्स के लिए फायदे गर्मियों में लाभ गुड़ खाने के कुछ अन्य लाभ (Jaggery Benefits) गुड़ में पाए जाने वाले पोषक तत्व (Nutrition Value) गुड़ के नुकसान (Jaggery Side Effects) FAQ गुड़ के बारें में पूरी जानकारी स्वाद मे मीठा गुड मे गुणो की खान भरी हुई है ये सेहत, शरीर, और त्वचा के साथ-साथ कई चीजों के लिए बहुत ही फायदेमंद है. आज हम हमारे इस लेख मे आपको गुड के कई फ़ायदों से अवगत करा रहे है, जिससे आप भी गुणो से भरी इस चीज के कई फायदे जान पाये. गुड़ के गुण (Jaggery Gun) स्वाद मे मीठे गुड की तासीर गर्म होती है. अगर गुड को पानी के साथ मिलाकर लिया जाए, तो इसकी तासीर ठंडी हो जाती है. यह आपके शरीर से हानिकारक टॉक्सिन को बाहर निकालता है. सर्दी के साथ साथ गुड कान के दर्द मे भी फायदे मंद है. गुड खाने से खून बढ़ता है. गुड भूख को बढ़ाता है. गुड खाने से आखो की रोशनी बढ़ती है. गुड खाने से इंसान की याददाश्त भी तेज होती है. गुड़ के फायदे एवं उपयोग (Gud ke Fayde and Upyog) सर्दी का घरेलू इलाज यदि आप ठंड के मौसम मे सर्दी ख़ासी कफ आदि समस्या से परेशान है, तो गुड आपके लिए बहुत ही फायदे मंद है. क्यूकि गुड की तासीर गर्म होती है, तो वह इन रोगो मे फायदा पहुचाता है. इसके लिए ठंड के मौसम मे गुड की चाय बनाकर पीना बहुत अच्छा होता है| आप चाहे तो गुड को दूध मे मिलाकर या इसका काढ़ा बनाकर भी पी सकते है. पेट का रखे ख्याल अगर आपको खाने के बाद मीठा खाने की आदत है, तो गुड खाइये यह आपको गैस और खाना न पचने जैसी समस्याओ से बचाएगा तथा आपका हाजमा भी अच्छा रहेगा. अगर आपको गैस की समस्या अधिक है, तो रोजाना गुड का सेवन पानी मे मिलाकर करे, आपकी समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी. गुड़ के गुण (Jaggery Gun) स्वाद मे मीठे गुड की तासीर गर्म होती है. अगर गुड को पानी के साथ मिलाकर लिया जाए, तो इसकी तासीर ठंडी हो जाती है. यह आपके शरीर से हानिकारक टॉक्सिन को बाहर निकालता है. सर्दी के साथ साथ गुड कान के दर्द मे भी फायदे मंद है. गुड खाने से खून बढ़ता है. गुड भूख को बढ़ाता है. गुड खाने से आखो की रोशनी बढ़ती है. गुड खाने से इंसान की याददाश्त भी तेज होती है. गुड़ के फायदे एवं उपयोग (Gud ke Fayde and Upyog) सर्दी का घरेलू इलाज यदि आप ठंड के मौसम मे सर्दी ख़ासी कफ आदि समस्या से परेशान है, तो गुड आपके लिए बहुत ही फायदे मंद है. क्यूकि गुड की तासीर गर्म होती है, तो वह इन रोगो मे फायदा पहुचाता है. इसके लिए ठंड के मौसम मे गुड की चाय बनाकर पीना बहुत अच्छा होता है| आप चाहे तो गुड को दूध मे मिलाकर या इसका काढ़ा बनाकर भी पी सकते है. पेट का रखे ख्याल अगर आपको खाने के बाद मीठा खाने की आदत है, तो गुड खाइये यह आपको गैस और खाना न पचने जैसी समस्याओ से बचाएगा तथा आपका हाजमा भी अच्छा रहेगा. अगर आपको गैस की समस्या अधिक है, तो रोजाना गुड का सेवन पानी मे मिलाकर करे, आपकी समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी. महिलाओ के लिए वरदान महिलाओ को अपनी त्वचा का ख्याल सबसे ज्यादा होता है और अगर आप रोजाना गुड का सेवन करते है, तो यह आपके शरीर से हानिकारक टॉक्सिन को बाहर कर देता है और आपकी त्वचा का ख्याल रखता है. इसी के साथ यदि किसी महिला को पीरियड के समय समस्या होती है तो वह उन दिनो गुड का सेवन करे तो बहुत ही फायदेमंद होता है. शरीर को ऊर्जा देने वाला और दर्द को दूर भगाने वाला यदि आपको अचानक से थकान महसूस हो रही है, तो ऐसे समय गुड राम बाण की तरह काम करता है. ऐसे समय मे आप अपनी इच्छा अनुसार गुड को पानी या दूध मे मिलाकर ले सकते है यकीन मानिए आपको फायदा जरूर होगा. अगर आपके कान मे दर्द है तो ऐसे मे भी आप गुड को घी मे मिलाकर ले सकते है आपके कान दर्द मे राहत मिलेगी. शरीर के लिए फायदेमंद गुड शरीर मे खून की सफाई करता है और शरीर के मेटाबोलिस्म को भी मेंटेन करता है. इसी के साथ साथ गुड का सेवन गले और फेफड़ो के इन्फ़ैकशन के समय भी लाभकारी है. अगर आपको माइग्रेन की समस्या है, तब भी गुड आपको फायदा पहुचायेगा. अस्थमा मे उपयोगी गुड़ मे एंटि एलरजिक तत्व होते है, जिससे यह आस्थमा के मरीजो के लिए भी फायदेमंद है. इसके लिए आप चाहे तो काली तिल मे गुड डालकर लड्डू बनाकर उसका सेवन रोजाना कर सकते है. खांसी को दूर भगाये अगर आपके गले मे खराश है, या आपको ख़ासी है, तो यदि आप अदरक के रस को गुड मे डालकर गरम करे और इसका नियमित सेवन करे, तो आपकी समस्या दूर हो जायेगी. सांस के रोगो मे लाभकारी यदि आपको सास की समस्या है तो आप गुड मे बराबर मात्रा मे सरसो का तेल मिलाकर उसका सेवन नियमित रूप से करे, तो आपको फायदा अवश्य होगा. जोड़ो के दर्द मे लाभकारी अगर आप जोड़ो के दर्द से परेशान है, तो रोजाना गुड का टुकड़ा अदरक के साथ चबाने से आपको फायदा अवश्य होगा. पीलिया मे लाभकारी अगर आपको पीलिया हो गया है, तो आप 5 ग्राम सोठ मे 1 ग्राम गुड मिलाकर उसका सेवन करे, तो आपको फायदा जरूर होगा. वजन कम करने में फायदे अगर आपको अपना वजन कम करना है तो अपनी दिनचर्या में गुड का सेवन करना शुरू कर दें। इससे कैलोरी कम होती है, साथ ही पाचन क्रिया की समस्या और शरीर में डिटाक्स की समस्या भी नहीं होगी। जिसके कारण आपका वजन अपने आप ही कम होने लगेगा। इसलिए इसका सेवन शुरू करें वजन खुद ही कम हो जाएगा। बालों के लिए फायदे गुड में अच्छा आयरन स्त्रोत होता है जिसके कारण आपके बालो को सही मात्रा में विटामिन सी अच्छे से मिलता है। इसलिए आपके बाल घने और लंबे होते हैं। साथ ही काले और हेल्दी भी। ऐसा कहा जाता है कि, महीने में दो बार शैंपू की जगह गुड और मुल्तानी मिट्टी लगाए जिसके बाद आपके बाल कूदरती खूबसूरत और संब हो जाएगे। लंग्स के लिए फायदे गुड खाने से आपके लंग्स अच्छे से काम करने लगते हैं, इससे ऑक्सीजन पूरी तरह से आपके शरीर में बनी रहती है इसलिए लंग्स के लिए गुड सबसे फायदेमंद होता है। गर्मियों में लाभ गर्मियों में गुड पेट में दर्द, पीरियड में, निमोनिया में, शुगर आदि में सहायक होता है। लेकिन इसे एक मात्रा के रूप में ले जिसके बाद आपको ये हानि ना दे सिर्फ लाभ ही पहुंचाए। गुड़ खाने के कुछ अन्य लाभ (Jaggery Benefits) अगर आपका गला बैठ गया है और आपकी आवाज नहीं निकल रही है, तो ऐसे मे गरम चावल मे गुड मिलाकर खाने से आपको फायदा मिलेगा. गुड की तासीर गर्म होती है और अगर इसे पानी मे लेते है, तो यह पेट को ठंडक देता है तो हम कह सकते है की गुड शरीर के टेम्प्रेचर को मेंटेन करता है. अगर आपको खट्टी डकारे आ रही है, तो गुड को काले नमक के साथ चाटने से आपको लाभ होगा. अगर आपका वजन बढ़ गया है, तब भी अगर आप गुड का सेवन रोजाना करते है, तो आपका वजन कम होगा. इससे आपका वजन कम होने के साथ साथ आपके मीठा खाने की तलब भी दूर होगी. अगर आपके शरीर मे आइरन की कमी है, तब भी गुड आपके लिए फायदेमंद होगा| एनिमिया के रोगियो के लिए तो यह बहुत ही फायदेमंद है. गुड़ में पाए जाने वाले पोषक तत्व (Nutrition Value) कैलोरी 383 प्रोटीन 0.4 ग्राम फैट 0.1 ग्राम पोटाशियम 1050 मिली. ग्राम और 30% आरडीआई सुरक्रोस 65-85 ग्राम गुड़ के नुकसान (Jaggery Side Effects) जहा हमने गुड खाने के इतने फायदे देखे वही गुड खाने के कुछ नुकसान भी है| जैसे कई बार गुड किसी को सूट नहीं करता है और गर्मी के मौसम मे गुड ज्यादा खा लेने से नाक मे से ख़ुन निकलने लगता है. कई बार गुड की मात्रा ज्यादा खा लेने से जिनहे शुगर की बीमारी है, उनकी शुगर लेवल बढ़ जाता है और उन्हे दिक्कतो का सामना करना पड़ता है. वैसे हम सभी यह तो जानते ही है कि किसी भी चीज की आवश्यकता से अति नुकसानदायक होती है| इसलिए हमे चाहिए कि हम किसी भी चीज का सेवन देखकर और अपने स्वास्थ के अनुसार करे. FAQ Q : गुड के फायदे क्या है ? Ans : गुड का सेवन करने से आपके शरीर में ऊर्जा बनी रहती है। Q : गुड लंग्स के लिए कितना फायदेमंद है ? Ans : लंग्स के लिए गुड खाना काफी फायदेमंद है इससे आपके शरीर में ऑक्सीजन बनी रहती है। Q : गुड गर्मियों में क्यो खाना चाहिए ? Ans : गर्मियों में गुड खाने से आपकी पाचन क्रिया अच्छी बनी रहती है। Q : गुड बालों के लिए अच्छा क्यों है ? Ans : गुड से बालों में जान और खूबसूरती बनी रहती है। Q : गुड का इस्तेमाल आप किस तरह कर सकते हैं ? Ans : गुड का सेवन आप छाछ के साथ कर सकते हैं।

 स्वास्थ्य घरेलू नुस्खे

जबरदस्त ठंड पड़ रही है लेकिन अगर गुड़ का, (वो भी केमिकल मुक्त हो तो), सेवन करें तो...

ये देसी गुड़ अमृततुल्य हो जाता है।

जानिये देसी गुड़ खाने के लाभ... 

 (1). देसी गुड़ का नियमित सेवन करने से सर्दी से होने वाले रोगों से बचा जा सकता है।

(2). आयुर्वेद के अनुसार गुड़ बशर्ते देसी हो तो ये...

जल्दी पचने वाला,

खून बढ़ाने वाला व

भूख बढ़ाने वाला होता है।


(3). गुड़ के साथ पकाये गये चावल खाने से, बैठा हुआ गला व आवाज़ खुलती है। 


(4). गुड़ और काले तिल के लड्डू खाने से सर्दी में अस्थमा परेशान नहीं करता।


(5). गुड़ और घी मिला कर खाने से कान का दर्द ठीक हो जाता है।


(6). गुड़ का हलवा खाने से स्मरणशक्ति भी बढ़ती है।


(7). गुड़ आयरन का प्रमुख स्रोत है इसलिए यह अनीमिया के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद है। खासतौर पर महिलाओं के लिए इसका सेवन बहुत अधिक ज़रूरी है। 


(8). गुड़ शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है।  


(9). इसमें एंटी एलर्जिक तत्व हैं इसलिए दमा के मरीजों के लिए इसका सेवन काफी फायदेमंद है।  


(10). प्रतिदिन गुड़ के एक टुकड़े के साथ अदरक के सेवन से सर्दियों में जोड़ों के दर्द से दूर रहा जा सकता है।.  


गुड़ के गुण, फायदे, उपयोग एवं नुकसान 

गन्ने के रस को पकाकर बना गुड सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद है. हमने अधिकतर गुड को गन्ने के खेतो के आस-पास बड़ी बड़ी कड़ाइयों मे पकते देखा है, हालाकि आज कल गुड मशीनों के द्वारा भी बनाया जाता है, परंतु मशीनों से बने इस गुड का स्वाद पारंपरिक तरीके से बने गुड की तरह नहीं होता. गुड का स्वाद गन्ने की तरह ही मीठा मुह मे रस घोलने वाला होता है, परंतु आज के समय मे शायद ही आपको असली और शुध्द गुड बाजार मे मिल पाये.


गुड़ के फायदे एवं उपयोग 

सर्दी का घरेलू इलाज 


पेट का रखे ख्याल


महिलाओ के लिए वरदान 


शरीर को ऊर्जा देने वाला और दर्द को दूर भगाने वाला 


शरीर के लिए फायदेमंद 


अस्थमा मे उपयोगी


खांसी को दूर भगाये 


सांस के रोगो मे लाभकारी 


जोड़ो के दर्द मे लाभकारी 


पीलिया मे लाभकारी 


वजन कम करने में फायदे


बालों के लिए फायदे


लंग्स के लिए फायदे


गर्मियों में लाभ


गुड़ खाने के कुछ अन्य लाभ 


गुड़ में पाए जाने वाले पोषक तत्व 


गुड़ के नुकसान


गुड़ के बारें में पूरी जानकारी

स्वाद मे मीठा गुड मे गुणो की खान भरी हुई है ये सेहत, शरीर, और त्वचा के साथ-साथ कई चीजों के लिए बहुत ही फायदेमंद है. आज हम हमारे इस लेख मे आपको गुड के कई फ़ायदों से अवगत करा रहे है, जिससे आप भी गुणो से भरी इस चीज के कई फायदे जान पाये.


स्वाद मे मीठे गुड की तासीर गर्म होती है.


अगर गुड को पानी के साथ मिलाकर लिया जाए, तो इसकी तासीर ठंडी हो जाती है.


यह आपके शरीर से हानिकारक टॉक्सिन को बाहर निकालता है.

सर्दी के साथ साथ गुड कान के दर्द मे भी फायदे मंद है.

गुड खाने से खून बढ़ता है.

गुड भूख को बढ़ाता है.


गुड खाने से आखो की रोशनी बढ़ती है.


गुड खाने से इंसान की याददाश्त भी तेज होती है.


गुड़ के फायदे एवं उपयोग 

सर्दी का घरेलू इलाज 


यदि आप ठंड के मौसम मे सर्दी ख़ासी कफ आदि समस्या से परेशान है, तो गुड आपके लिए बहुत ही फायदे मंद है. क्यूकि गुड की तासीर गर्म होती है, तो वह इन रोगो मे फायदा पहुचाता है. इसके लिए ठंड के मौसम मे गुड की चाय बनाकर पीना बहुत अच्छा होता है| आप चाहे तो गुड को दूध मे मिलाकर या इसका काढ़ा बनाकर भी पी सकते है.


पेट का रखे ख्याल



अगर आपको खाने के बाद मीठा खाने की आदत है, तो गुड खाइये यह आपको गैस और खाना न पचने जैसी समस्याओ से बचाएगा तथा आपका हाजमा भी अच्छा रहेगा. अगर आपको गैस की समस्या अधिक है, तो रोजाना गुड का सेवन पानी मे मिलाकर करे, आपकी समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी.

 स्वास्थ्य घरेलू नुस्खे

गुड़ के गुण, फायदे, उपयोग एवं नुकसान | Jaggery Benefits or Gud ke Fayde Hindi

By वनिता कासनियां पंजाब 

गुड़ के गुण, खाने के फायदे, उपयोग, नुकसान (Jaggery Benefits or Gud ke Fayde Hindi) (Side Effects)


गन्ने के रस को पकाकर बना गुड सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद है. हमने अधिकतर गुड को गन्ने के खेतो के आस-पास बड़ी बड़ी कड़ाइयों मे पकते देखा है, हालाकि आज कल गुड मशीनों के द्वारा भी बनाया जाता है, परंतु मशीनों से बने इस गुड का स्वाद पारंपरिक तरीके से बने गुड की तरह नहीं होता. गुड का स्वाद गन्ने की तरह ही मीठा मुह मे रस घोलने वाला होता है, परंतु आज के समय मे शायद ही आपको असली और शुध्द गुड बाजार मे मिल पाये.


jaggery

Table of Contents

गुड़ के बारें में पूरी जानकारी

गुड़ के गुण (Jaggery Gun)

गुड़ के फायदे एवं उपयोग (Gud ke Fayde and Upyog)

सर्दी का घरेलू इलाज 

पेट का रखे ख्याल

महिलाओ के लिए वरदान 

शरीर को ऊर्जा देने वाला और दर्द को दूर भगाने वाला 

शरीर के लिए फायदेमंद 

अस्थमा मे उपयोगी

खांसी को दूर भगाये 

सांस के रोगो मे लाभकारी 

जोड़ो के दर्द मे लाभकारी 

पीलिया मे लाभकारी 

वजन कम करने में फायदे

बालों के लिए फायदे

लंग्स के लिए फायदे

गर्मियों में लाभ

गुड़ खाने के कुछ अन्य लाभ (Jaggery Benefits)

गुड़ में पाए जाने वाले पोषक तत्व (Nutrition Value)

गुड़ के नुकसान (Jaggery Side Effects)

FAQ

गुड़ के बारें में पूरी जानकारी

स्वाद मे मीठा गुड मे गुणो की खान भरी हुई है ये सेहत, शरीर, और त्वचा के साथ-साथ कई चीजों के लिए बहुत ही फायदेमंद है. आज हम हमारे इस लेख मे आपको गुड के कई फ़ायदों से अवगत करा रहे है, जिससे आप भी गुणो से भरी इस चीज के कई फायदे जान पाये.


गुड़ के गुण (Jaggery Gun)

स्वाद मे मीठे गुड की तासीर गर्म होती है.

अगर गुड को पानी के साथ मिलाकर लिया जाए, तो इसकी तासीर ठंडी हो जाती है.

यह आपके शरीर से हानिकारक टॉक्सिन को बाहर निकालता है.

सर्दी के साथ साथ गुड कान के दर्द मे भी फायदे मंद है.

गुड खाने से खून बढ़ता है.

गुड भूख को बढ़ाता है.

गुड खाने से आखो की रोशनी बढ़ती है.

गुड खाने से इंसान की याददाश्त भी तेज होती है.

गुड़ के फायदे एवं उपयोग (Gud ke Fayde and Upyog)

सर्दी का घरेलू इलाज 

यदि आप ठंड के मौसम मे सर्दी ख़ासी कफ आदि समस्या से परेशान है, तो गुड आपके लिए बहुत ही फायदे मंद है. क्यूकि गुड की तासीर गर्म होती है, तो वह इन रोगो मे फायदा पहुचाता है. इसके लिए ठंड के मौसम मे गुड की चाय बनाकर पीना बहुत अच्छा होता है| आप चाहे तो गुड को दूध मे मिलाकर या इसका काढ़ा बनाकर भी पी सकते है.


पेट का रखे ख्याल

अगर आपको खाने के बाद मीठा खाने की आदत है, तो गुड खाइये यह आपको गैस और खाना न पचने जैसी समस्याओ से बचाएगा तथा आपका हाजमा भी अच्छा रहेगा. अगर आपको गैस की समस्या अधिक है, तो रोजाना गुड का सेवन पानी मे मिलाकर करे, आपकी समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी.


गुड़ के गुण (Jaggery Gun)

स्वाद मे मीठे गुड की तासीर गर्म होती है.

अगर गुड को पानी के साथ मिलाकर लिया जाए, तो इसकी तासीर ठंडी हो जाती है.

यह आपके शरीर से हानिकारक टॉक्सिन को बाहर निकालता है.

सर्दी के साथ साथ गुड कान के दर्द मे भी फायदे मंद है.

गुड खाने से खून बढ़ता है.

गुड भूख को बढ़ाता है.

गुड खाने से आखो की रोशनी बढ़ती है.

गुड खाने से इंसान की याददाश्त भी तेज होती है.

गुड़ के फायदे एवं उपयोग (Gud ke Fayde and Upyog)

सर्दी का घरेलू इलाज 

यदि आप ठंड के मौसम मे सर्दी ख़ासी कफ आदि समस्या से परेशान है, तो गुड आपके लिए बहुत ही फायदे मंद है. क्यूकि गुड की तासीर गर्म होती है, तो वह इन रोगो मे फायदा पहुचाता है. इसके लिए ठंड के मौसम मे गुड की चाय बनाकर पीना बहुत अच्छा होता है| आप चाहे तो गुड को दूध मे मिलाकर या इसका काढ़ा बनाकर भी पी सकते है.


पेट का रखे ख्याल

अगर आपको खाने के बाद मीठा खाने की आदत है, तो गुड खाइये यह आपको गैस और खाना न पचने जैसी समस्याओ से बचाएगा तथा आपका हाजमा भी अच्छा रहेगा. अगर आपको गैस की समस्या अधिक है, तो रोजाना गुड का सेवन पानी मे मिलाकर करे, आपकी समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी.


महिलाओ के लिए वरदान 

महिलाओ को अपनी त्वचा का ख्याल सबसे ज्यादा होता है और अगर आप रोजाना गुड का सेवन करते है, तो यह आपके शरीर से हानिकारक टॉक्सिन को बाहर कर देता है और आपकी त्वचा का ख्याल रखता है. इसी के साथ यदि किसी महिला को पीरियड के समय समस्या होती है तो वह उन दिनो गुड का सेवन करे तो बहुत ही फायदेमंद होता है.


शरीर को ऊर्जा देने वाला और दर्द को दूर भगाने वाला 

यदि आपको अचानक से थकान महसूस हो रही है, तो ऐसे समय गुड राम बाण की तरह काम करता है. ऐसे समय मे आप अपनी इच्छा अनुसार गुड को पानी या दूध मे मिलाकर ले सकते है यकीन मानिए आपको फायदा जरूर होगा. अगर आपके कान मे दर्द है तो ऐसे मे भी आप गुड को घी मे मिलाकर ले सकते है आपके कान दर्द मे राहत मिलेगी.


शरीर के लिए फायदेमंद 

गुड शरीर मे खून की सफाई करता है और शरीर के मेटाबोलिस्म को भी मेंटेन करता है. इसी के साथ साथ गुड का सेवन गले और फेफड़ो के इन्फ़ैकशन के समय भी लाभकारी है. अगर आपको माइग्रेन की समस्या है, तब भी गुड आपको फायदा पहुचायेगा.


अस्थमा मे उपयोगी

गुड़ मे एंटि एलरजिक तत्व होते है, जिससे यह आस्थमा के मरीजो के लिए भी फायदेमंद है. इसके लिए आप चाहे तो काली तिल मे गुड डालकर लड्डू बनाकर उसका सेवन रोजाना कर सकते है.


खांसी को दूर भगाये 

अगर आपके गले मे खराश है, या आपको ख़ासी है, तो यदि आप अदरक के रस को गुड मे डालकर गरम करे और इसका नियमित सेवन करे, तो आपकी समस्या दूर हो जायेगी.


सांस के रोगो मे लाभकारी 

यदि आपको सास की समस्या है तो आप गुड मे बराबर मात्रा मे सरसो का तेल मिलाकर उसका सेवन नियमित रूप से करे, तो आपको फायदा अवश्य होगा.


जोड़ो के दर्द मे लाभकारी 

अगर आप जोड़ो के दर्द से परेशान है, तो रोजाना गुड का टुकड़ा अदरक के साथ चबाने से आपको फायदा अवश्य होगा.


पीलिया मे लाभकारी 

अगर आपको पीलिया हो गया है, तो आप 5 ग्राम सोठ मे 1 ग्राम गुड मिलाकर उसका सेवन करे, तो आपको फायदा जरूर होगा.


वजन कम करने में फायदे

अगर आपको अपना वजन कम करना है तो अपनी दिनचर्या में गुड का सेवन करना शुरू कर दें। इससे कैलोरी कम होती है, साथ ही पाचन क्रिया की समस्या और शरीर में डिटाक्स की समस्या भी नहीं होगी। जिसके कारण आपका वजन अपने आप ही कम होने लगेगा। इसलिए इसका सेवन शुरू करें वजन खुद ही कम हो जाएगा।


बालों के लिए फायदे

गुड में अच्छा आयरन स्त्रोत होता है जिसके कारण आपके बालो को सही मात्रा में विटामिन सी अच्छे से मिलता है। इसलिए आपके बाल घने और लंबे होते हैं। साथ ही काले और हेल्दी भी। ऐसा कहा जाता है कि, महीने में दो बार शैंपू की जगह गुड और मुल्तानी मिट्टी लगाए जिसके बाद आपके बाल कूदरती खूबसूरत और संब हो जाएगे।


लंग्स के लिए फायदे

गुड खाने से आपके लंग्स अच्छे से काम करने लगते हैं, इससे ऑक्सीजन पूरी तरह से आपके शरीर में बनी रहती है इसलिए लंग्स के लिए गुड सबसे फायदेमंद होता है।


गर्मियों में लाभ

गर्मियों में गुड पेट में दर्द, पीरियड में, निमोनिया में, शुगर आदि में सहायक होता है। लेकिन इसे एक मात्रा के रूप में ले जिसके बाद आपको ये हानि ना दे सिर्फ लाभ ही पहुंचाए।


गुड़ खाने के कुछ अन्य लाभ (Jaggery Benefits)

अगर आपका गला बैठ गया है और आपकी आवाज नहीं निकल रही है, तो ऐसे मे गरम चावल मे गुड मिलाकर खाने से आपको फायदा मिलेगा.

गुड की तासीर गर्म होती है और अगर इसे पानी मे लेते है, तो यह पेट को ठंडक देता है तो हम कह सकते है की गुड शरीर के टेम्प्रेचर को मेंटेन करता है.

अगर आपको खट्टी डकारे आ रही है, तो गुड को काले नमक के साथ चाटने से आपको लाभ होगा.

अगर आपका वजन बढ़ गया है, तब भी अगर आप गुड का सेवन रोजाना करते है, तो आपका वजन कम होगा. इससे आपका वजन कम होने के साथ साथ आपके मीठा खाने की तलब भी दूर होगी.

अगर आपके शरीर मे आइरन की कमी है, तब भी गुड आपके लिए फायदेमंद होगा| एनिमिया के रोगियो के लिए तो यह बहुत ही फायदेमंद है.

गुड़ में पाए जाने वाले पोषक तत्व (Nutrition Value)

कैलोरी 383

प्रोटीन 0.4 ग्राम

फैट 0.1 ग्राम

पोटाशियम 1050 मिली. ग्राम और 30% आरडीआई

सुरक्रोस 65-85 ग्राम

गुड़ के नुकसान (Jaggery Side Effects)

जहा हमने गुड खाने के इतने फायदे देखे वही गुड खाने के कुछ नुकसान भी है| जैसे कई बार गुड किसी को सूट नहीं करता है और गर्मी के मौसम मे गुड ज्यादा खा लेने से नाक मे से ख़ुन निकलने लगता है. कई बार गुड की मात्रा ज्यादा खा लेने से जिनहे शुगर की बीमारी है, उनकी शुगर लेवल बढ़ जाता है और उन्हे दिक्कतो का सामना करना पड़ता है. वैसे हम सभी यह तो जानते ही है कि किसी भी चीज की आवश्यकता से अति नुकसानदायक होती है| इसलिए हमे चाहिए कि हम किसी भी चीज का सेवन देखकर और अपने स्वास्थ  के अनुसार करे.


FAQ

Q : गुड के फायदे क्या है ?

Ans : गुड का सेवन करने से आपके शरीर में ऊर्जा बनी रहती है।


Q : गुड लंग्स के लिए कितना फायदेमंद है ?

Ans : लंग्स के लिए गुड खाना काफी फायदेमंद है इससे आपके शरीर में ऑक्सीजन बनी रहती है।


Q : गुड गर्मियों में क्यो खाना चाहिए ?

Ans : गर्मियों में गुड खाने से आपकी पाचन क्रिया अच्छी बनी रहती है।


Q : गुड बालों के लिए अच्छा क्यों है ?  

Ans : गुड से बालों में जान और खूबसूरती बनी रहती है।


Q : गुड का इस्तेमाल आप किस तरह कर सकते हैं ?

Ans : गुड का सेवन आप छाछ के साथ कर सकते हैं।


🙏

टिप्पणियाँ

बलुवाना न्यूज 6 कोरोना वायरस का प्रसार:बीते 24 घंटे में देश में 19,100 नया केस, महाराष्ट्र-केरल के ब

बलुवाना न्यूज पंजाब ऑटो डेस्क : बदलती टेक्नोलॉजी में हर दिन कुछ न कुछ नया देखने को मिल रहा है। ऑटोमोबाइल सेक्टर भी काफी प्रयोग किए जा रहे हैं। आजतक आपने गोबर का इस्तेमाल ईंधन में होते सुना और देखा भी होगा लेकिन क्या आपने कभी गोबर से चलता ट्रैक्टर देखा है क्या? वैज्ञानिकों ने गोबर से चलने वाला ट्रैक्टर बनाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस ट्रैक्टर को ब्रिटिश कंपनी बेनामन (Bennamann) ने बनाया है। इस ट्रैक्टर का नाम New Holland T7 है। इस ट्रैक्टर में डीजल की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। आइए जानते हैं आखिर गोबर से कैसे चलेगा यह ट्रैक्टर.. 270 हॉर्सपावर, डीजल की छुट्टी खेती में गोबर की जरूरत काफी होती है। जैविक खेती के तौर पर गोबर का यूज होता रहा है। ऐसे में गोबर से चलने वाला ट्रैक्टर आने से गोबर की अहमियत बढ़ने की संभावना है। यह ट्रैक्टर 270 हॉर्सपावर का है और डीजल ट्रैक्टर की तरह ही काम करता है। गोबर का ही इस्तेमाल क्यों दरअसल, गाय के गोबर में फ्यूजिटिव मीथेन गैस पाई जाती है। बाद में यह बायोमीथेन ईंधन में बदल जाती है। इससे किसानों का काम काफी आसान हो जाने की बात कही जा रही है। इससे पॉल्युशन रोकने में भी मदद मिलेगी। बायोमीथेन फ्यूज का यूज एक्सपर्ट्स के मुताबिक, गाय के गोबर से जो बायोमीथेन ईंधन तैयार होता है, उससे 270 BHP का ट्रैक्टर आसानी से चलाया जा सकता है। ब्रिटेन के साइंटिस्ट ने इस ट्रैक्टर को बनाने का काम किया है। यह उसी तरह काम करेगा, जिस तरह से CNG की गाड़ियां काम करती हैं। किस तरह काम करेगा यह ट्रैक्टर इस ट्रैक्टर को चलाने के लिए गायों के गोबर को इकट्ठा कर उसे बायोमीथेन (Positive Methane) में बदला गया। इसके लिए ट्रैक्टर में एक क्रॉयोजेनिक टैंक भी वैज्ञानिकों ने लगाया है। जिसमें गोबर से तैयार बायोमीथेन फ्यूल का यूज किया जाता है। क्रॉयोजेनिक टैंक (cryogenic tank) 162 डिग्री के टेंपरेचर में बायोमीथेन को लिक्विफाइड करने का काम करता है। खेती-किसानी होगा आसान इस ट्रैक्टर का टेस्ट कॉर्नवॉल (Cornwall) के एक खेत में किया गया है। इसका फायदा ये हुआ कि सिर्फ एक साल में ही कार्बन डाई ऑक्साइड का उत्सर्जन 2,500 टन से घटकर 500 टन हो गया। इस ट्रैक्टर के आने से खेती-किसानी आसान होगी और डीजल पर आने वाला खर्च कम होगा।

   बलुवाना न्यूज पंजाब ऑटो डेस्क : बदलती टेक्नोलॉजी में हर दिन कुछ न कुछ नया देखने को मिल रहा है। ऑटोमोबाइल सेक्टर भी काफी प्रयोग किए जा रहे हैं। आजतक आपने गोबर का इस्तेमाल ईंधन में होते सुना और देखा भी होगा लेकिन क्या आपने कभी गोबर से चलता ट्रैक्टर देखा है क्या? वैज्ञानिकों ने गोबर से चलने वाला ट्रैक्टर बनाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस ट्रैक्टर को ब्रिटिश कंपनी बेनामन (Bennamann) ने बनाया है। इस ट्रैक्टर का नाम New Holland T7 है। इस ट्रैक्टर में डीजल की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।   आइए जानते हैं आखिर गोबर से कैसे चलेगा यह ट्रैक्टर.. 270 हॉर्सपावर, डीजल की छुट्टी खेती में गोबर की जरूरत काफी होती है। जैविक खेती के तौर पर गोबर का यूज होता रहा है। ऐसे में गोबर से चलने वाला ट्रैक्टर आने से गोबर की अहमियत बढ़ने की संभावना है। यह ट्रैक्टर 270 हॉर्सपावर का है और डीजल ट्रैक्टर की तरह ही काम करता है। गोबर का ही इस्तेमाल क्यों दरअसल, गाय के गोबर में फ्यूजिटिव मीथेन गैस पाई जाती है। बाद में यह बायोमीथेन ईंधन में बदल जाती है। इससे किसानों का काम काफी आसान हो जाने की बात कही जा रह...

*💐💐💐 ज्ञान की पोटली 💐💐💐* *सदैव प्रथम स्थान पर रहें_* *मुस्कराने में...*, *प्रशंसा करने में....*, *सहयोग करने में...* *क्षमा करने में..."* *और,**अपनी गलती मान लेने में ॥* 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹*तकलीफ़ तो खुद ही* *कम हो गयी**जब लोगों कि उम्मीद* *हमसे कम हो गयी*🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹वनिता कासनियां पंजाब *आपके प्रयत्न केवल आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिये न हों, बल्कि परिवार में विवेक जागृत करने के लिये भी हो।* *जिंदगी में खुशियाँ आपके पास पैसा कितना है इस बात पर कम व आपके पास धैर्य कितना है, इस बात पर ज्यादा निर्भर करता है।* *आप में परिवार के अन्दर की समस्याओं और बाहरी द्वेष से विवेकपूर्ण ढंग से निपटने की तथा गलत को गलत कहने की क्षमता कितनी हे।**!!!....एक शांत मन* *चुनौतियों के खिलाफ* *सबसे बड़ा* *हथियार होता है...!!!**💐💐💐💐शुभ प्रभात 💐💐💐**🌷🌷आपका दिन मंगलमय हो 🌷🌷*

*💐💐💐 ज्ञान की पोटली 💐💐💐*  *सदैव प्रथम स्थान पर रहें_*        *मुस्कराने में...*,  *प्रशंसा करने में....*,        *सहयोग करने में...*  *क्षमा करने में..."*              *और,* *अपनी गलती मान लेने में ॥*    🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 *तकलीफ़ तो खुद ही*  *कम हो गयी* *जब लोगों कि उम्मीद*  *हमसे कम हो गयी* 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 वनिता कासनियां पंजाब               *आपके प्रयत्न केवल आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिये न हों, बल्कि परिवार में विवेक जागृत करने के लिये भी हो।*               *जिंदगी में खुशियाँ आपके पास पैसा कितना है इस बात पर कम व आपके पास धैर्य कितना है, इस बात पर ज्यादा निर्भर करता है।*           *आप में परिवार के अन्दर की समस्याओं और बाहरी द्वेष से विवेकपूर्ण ढंग से निपटने की तथा गलत को गलत कहने की क्षमता कितनी हे।* *!!!....एक शांत मन*  *चुनौतियों के खिलाफ*...

,,आप पारद शिवलिंग में पारे के ठोस अवस्था में रूपांतरण की व्याख्या कैसे करेंगे? By वनिता कासनियां पंजाब पारद शिवलिंग को भगवान शिव का स्वरूप माना गया है। ताम्र को माता पार्वती का स्वरूप माना जाता है। इन दोनों के समन्वय से शिव और शक्ति का सशक्त रूप उभर कर सामने आ जाता है।सभी शिवलिंगों में पारद के शिवलिंग का स्थान सबसे ऊपर है इसका कारण है इसकी पूजन करने के लाभपारद शिवलिंग की महिमा अलग है। ठोस पारद के साथ ताम्र को जब उच्च तापमान पर गर्म करते हैं तो ताम्र का रंग स्वर्णमयी हो जाता है। इसीलिए ऐसे शिवलिंग को "सुवर्ण रसलिंग" भी कहते हैं। पारद शिव लिंग की महिमा का वर्णन रूद्र संहिता, पारद संहिता, रसमार्तंड ग्रन्थ, ब्रह्म पुराण, शिव पुराण आदि में मिलता है। योग शिखोपनिषद ग्रन्थ में पारद के शिवलिंग को स्वयंभू भोलेनाथ का प्रतिनिधि माना गया है। इस ग्रन्थ में इसे "महालिंग" की उपाधि मिली है और इसमें शिव की समस्त शक्तियों का वास मानते हुए पारद से बने शिवलिंग को सम्पूर्ण शिवालय की भी मान्यता मिली है ।पारा को धातुओं में सर्वोत्तम माना गया है। यह अपनी चमत्कारिक और हीलिंग प्रापर्टीज के लिए वैज्ञानिक तौर पर भी मशहूर है। पारद के शिवलिंग को शिव का स्वयंभू प्रतीक भी माना गया है। रूद्र संहिता में रावण के शिव स्तुति की जब चर्चा होती है तो पारद के शिवलिंग का विशेष वर्णन मिलता है।अगर आप अध्यात्म पथ पर आगे बढऩा चाहते हों, योग और ध्यान में आपका मन लगता हो और मोक्ष के प्राप्ति की इच्छा हो तो आपको पारे से बने शिवलिंग की पूजा एवं उपासना करनी चाहिए। ऐसा करने से आपको मोक्ष की प्राप्ति भी हो सकती है।यदि आपको जीवन में कष्टों से मुक्ति नहीं मिल रही हो, लोग आपसे विश्वासघात कर देते हों तो पारद के शिवलिंग को यथाविधि शिव परिवार के साथ पूजन करें। ऐसा करने से आपकी समस्त कष्ट दूर हो जायेगे।संकटों से मुक्ति के लिए किसी भी माह में प्रदोष के दिन पारद के शिवलिंग की षोडशोपचार पूजा करके शिव महिमा मन्त्र से अभिषेक करें। फिर हर दिन पूजन करते रहें, कुछ ही समय में आर्थिक स्थिति ठीक होने लगती है। कर्ज मुक्ति होती है।अगर आपके घर या व्यापार स्थल पर अशांति, क्लेश आदि बना रहता हो। तो पारद के शिवलिंग की पूजा करे।आप को नींद ठीक से नहीं आती हो, घर के सदस्यों में टकराव और वैचारिक मतभेद बना रहता हो तो आपको पारद निर्मित एक कटोरी में जल डाल कर घर के मध्य भाग में रखना चाहिए। उस जल को रोज़ बाहर किसी गमले में डाल देना चाहिए। ऐसा करने से धीरे-धीरे घर में सदस्यों के बीच में प्रेम बढऩा शुरू हो जाएगा और मानसिक शान्ति की अनुभूति भी होगी। मेरे घर मे जो जल पारद के शिवलिंग पर चढ़ता है, वही गमले मे डाल दिया जाता है।पारद शिवलिंग का विधिपूर्वक पूजन करने से समस्त दोषों से मुक्ति मिल जाती है। इसका यथाविधि पूजन करने से मानसिक, शारीरिक, तामसिक या अन्य कई विकृतियां स्वत: ही समाप्त हो जाती हैं। घर में सुख और समृद्धि बनी रहती है।पारद के शिवलिंग के दर्शन मात्र से आपकी सभी इच्छा पूरी हो जाती हैं। इनकी पूजा करने से स्वास्थ्य और धन-यश की इच्छा पूर्ण होती है।जो भी भक्त पारद शिवलिंग की पूजा करते हैं, उनकी रक्षा स्वयं महाकाल और महाकाली करते हैं।इस शिवलिंग के स्पर्श मात्र से दैवीय शक्तियां व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर जाती हैं।आत्मविश्वास की कमी है तो करे पारद के शिवलिंग की पूजा। जो लोग अपनी बात सार्वजनिक रूप से खुलकर नही रख पाते है।लोग आपको दब्बू की संज्ञा देते हैं तो आपको नियमित रूप से पारद शिवलिंग की पूजा करना चाहिए। इससे मस्तिष्क को उर्वरता प्राप्त होती है। वाक सिद्धि प्राप्त होती है। हजारों लोगों को अपनी वाणी से सम्मोहित करने की क्षमता आ जाती है।पारद शिवलिंग की पूजा करने से धन से संबंधित, परिवार से संबंधित, स्वास्थ्य से संबंधित और आपके जीवन से जुड़ी हुई हर छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी समस्या का अंत होता है।यह शिवलिंग घर की बुरी शक्तियों को दूर करती है |किसी भी तरह का जादू टोना घर के सदस्यों पर होने से रोकता है |परिवार के सदस्यों को असीम शांति और सौभाग्य की प्राप्ति होती है |यह घर के सभी प्रकार के वास्तु दोष को दूर करता हैअगर घर का कोई सदस्य बीमार हो जाए तो उसे पारद शिवलिंग पर अभिषेक किया हुआ पानी पिलाने से वह ठीक होने लगता है।यदि किसी को पितृ दोष हो तो उसे प्रतिदिन पारद शिवलिंग की पूजा करनी चाहिए। इससे पितृ दोष समाप्त हो जाता है।य़दि बहुत प्रचण्ड तान्त्रिक प्रयोग या अकाल मृत्यु या वाहन दुर्घटना योग हो तो ऐसा शुद्ध पारद शिवलिंग उसे अपने ऊपर ले लेता है | ऐसी स्थिति में यह अपने आप टूट जाता है, और साधक की रक्षा करता है |ऐसे करे पारद के शिवलिंग की पूजासर्वप्रथम शिवलिंग को सफेद कपड़े पर आसन पर रखें।स्वयं पूर्व-उत्तर दिशा की ओर मुँह करके बैठ जाए।अपने आसपास जल, गंगाजल, रोली, मोली, चावल, दूध और हल्दी, चन्दन रख लें।सबसे पहले पारद शिवलिंग के दाहिनी तरफ दीपक जला कर रखो।थोडा सा जल हाथ में लेकर तीन बार निम्न मन्त्र का उच्चारण करके पी लें।प्रथम बार ॐ मुत्युभजाय नम:दूसरी बार ॐ नीलकण्ठाय: नम:तीसरी बार ॐ रूद्राय नम:चौथी बार ॐशिवाय नम:हाथ में फूल और चावल लेकर शिवजी का ध्यान करें और मन में ''ॐ नम: शिवाय`` का 5 बार स्मरण करें और चावल और फूल को शिवलिंग पर चढ़ा दें।इसके बाद ॐ नम: शिवाय का निरन्तर उच्चारण करते रहे।फिर हाथ में चावल और पुष्प लेकर ''ॐ पार्वत्यै नम:`` मंत्र का उच्चारण कर माता पार्वती का ध्यान कर चावल पारा शिवलिंग पर चढ़ा दें।इसके बाद ॐ नम: शिवाय का निरन्तर उच्चारण करें।फिर मोली को और इसके बाद बनेऊ को पारद शिवलिंग पर चढ़ा दें।इसके पश्चात हल्दी और चन्दन का तिलक लगा दे।चावल अर्पण करे इसके बाद पुष्प चढ़ा दें।मीठे का भोग लगा दे।भांग, धतूरा और बेलपत्र शिवलिंग पर चढ़ा दें।फिर अन्तिम में शिव की आरती करे और प्रसाद आदि ले लो।जो व्यक्ति इस प्रकार से पारद शिवलिंग का पूजन करता है इसे शिव की कृपा से सुख समृद्धि आदि की प्राप्ति होती है।मेरे घर के पारद के शिवलिंगमेरे घर के पूजा घर के दो जगहों पर दो पारद के शिवलिंग थे । एक पूजा घर से चोरी हो गया या ग़ायब हो गया नही पता चला।उस शिवलिंग का पता नही चला उसकी मैं पूजा और ध्यान किया करता था। मुझे काफी लाभ मिला था । उस शिवलिंग पर मुझे बहुत श्रद्धा थी। चोरी हो गया अफसोस है , शायद मुझसे ज्यादा उसको जरूरत होगी ।ये पारद शिवलिंग है मेरे घर के पूजा घर मे है ।पारद का शिवलिंग बहुत कम देखने को मिलता है , पारद का शिवलिंग बनाने की एक विधि होती है । मेरे गुरुजी के शिष्य ने ये विद्या गुरुजी से सीखी थी , उन्होंने बना कर दो हम लोगो को दिया था , एक छोटा था , एक बड़ा था । उस शिष्य ने जब इस विद्या का धंधा शुरू कर दिया तो गुरुजी ने उसे आश्रम से निकाल दिया तब से आज तक उससे मुलाकात नही हो पाई।पारद के शिवलिंग का महत्वप्राचीन ग्रंथों में पारद को स्वयं सिद्ध धातु माना गया है। इसका वर्णन चरक संहिता आदि महत्वपूर्ण ग्रन्थों में भी मिलता है। शिवपुराण में पारद को शिव का वीर्य कहा गया है। वीर्य बीज है, जो संपूर्ण जीवों की उत्पत्ति का कारक है। इसी के माध्यम से भौतिक सृष्टि का विस्तार होता है। पारे को प्राकृतिक रूप से प्रबल ऊर्जा प्रदान करने वाला रासायनिक तत्व कहा गया है। पारे से बने शिवलिंग को समस्त प्रकार की वस्तुओं से बने शिवलिंगों में सर्वश्रेष्ठ कहा गया है और इसकी पूजा सर्वमनोकामना पूर्ण करने वाली कही गई है। ग्रंथों में शिव लिंग को ब्रम्हांड का प्रतीक माना गया है। जानकारों के अनुसार रुद्र संहिता में शिव लिंगों के भी प्रकार बताए गए हैं, जो सृष्टि में व्याप्त अलग-अलग ब्रम्हांडों के प्रतीक माने जाते हैं। वैदिक ग्रंथों में पारे को संसार के समस्त राग, द्वेष, विकार का विनाशक माना गया है। जो लोग अध्यात्म की राह पर चलना चाहते हैं, उनके लिए पारद शिवलिंग की पूजा अवश्य करना चाहिए। समस्त प्रकार के सांसारिक सुखों की प्राप्ति के लिए भी पारद शिवलिंग की पूजा की जाती है। शास्त्रों में इस बात का भी उल्लेख है कि पारे के शिव लिंग को यदि निश्चित आकार में घर पर रखा जाए तो सारे वास्तुदोष्ज्ञ स्वत: समाप्त हो जाते हैं। इस शिवलिंग को पूरे शिव परिवार के साथ रखा जाना चाहिए। पूजन विधि में, समस्त मनोकामनाओं की पूर्ति में पारद से बने शिवलिंग एवं अन्य आकृतियों का विशेष महत्व होता है।सरल नही है पारद का शिवलिंग बनानापारद शिव लिंग का निर्माण क्रमशः तीन मुख्य धातुओ के रासायनिक संयोग से होता है. “अथर्वन महाभाष्य में लिखा है क़ि-“द्रत्यान्शु परिपाकेनलाब्धो यत त्रीतियाँशतः. पारदम तत्द्वाविन्शत कज्जलमभिमज्जयेत. उत्प्लावितम जरायोगम क्वाथाना दृष्टोचक्षुषः तदेव पारदम शिवलिंगम पूजार्थं प्रति गृह्यताम।इस प्रकार कम से कम सत्तर प्रतिशत पारा, सोना, चाँदी,ताबा, पंद्रह प्रतिशत मणि फेन या मेगनीसियम तथा दस प्रतिशत कज्जल या कार्बन तथा पांच प्रतिशत अंगमेवा या पोटैसियम कार्बोनेट होना चाहिए। इन सब को मिलाकर ठोस रूप दिया जाता है।पारद का शोधन अत्यंत कठिन कार्य होता है। इसको शोधित करने जैसी कठिन एवं जटिल प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है, तब जाकर पारा ठोस आकार ग्रहण करता है पारद शिवलिंग बनाने की एक विद्या होती है जिसको सीखना पड़ता है । इसे ठोस बनाने के लिए वैदिक क्रियाओं सहित चौसठ दिव्य औषधियों का मिश्रण करना पड़ता है। निर्माण के बाद उसे मांत्रिक क्रियाओं के जरिए रससिद्ध एवं चैतन्य किया जाता है, तब जाकर पारद शिवलिंग पूर्ण सक्षम एवं प्रभावयुक्त बनता है तो उसकी पूजा होती है। असली पारद शिवलिंग का निर्माण एक विशेष समय अवधि में ही होता है | इस विशेष समय को विजयकाल के नाम से जाना जाता है | बाजार में दिखावे के भी पारद शिवलिंग भी मिलते है जो ठग विद्या के लिए बने है | इन्हे खरीदने से पहले इनकी अच्छे से जांच कर लेनी चाहिएवनिता कासनियां पंजाबकहाँ होता है निर्माणभोपाल से 142 किमी दूर नर्मदा नदी के किनारे बने बापौली-मांगरोल आश्रम में इन दिनों पारद शिवलिंग बनाए जा रहे हैं। 8 महीने में 64 जड़ी-बूटियों के साथ सोना-चांदी-ताबा मिलाकर इन्हें तैयार किया जा रहा है। इनकी कीमत 11000 रुपए से शुरू होकर 1 करोड़ तक होती है। यहाँ साल भर में 30 से 35 पारद शिवलिंग बनते है। रायसेन जिले के बरेली तहसील में नर्मदा किनारे मांगरौल आश्रम बना है। यहां बरसों से पारद शिवलिंग बनाया जाता है। देश के कई हिस्सों से लोग साल भर यहां शिवलिंग बनवाने आते हैं। ये काम पूरे साल चलता रहता है। सावन सोमवार और महाशिवरात्रि आने पर इनकी मांग बढ़ जाती है। पारद शिवलिंग को बनाना बेहद मुश्किल काम है। बिना किसी मशीनी मदद से पारे को साफ करने के लिए 8 संस्कार किए जाते हैं। अष्ट संस्कार में 6 महीने लग जाते हैं। 2 महीने 15 दिन से लगते हैं बाकी क्रियाओं में और इसके बाद पारद शिवलिंग बन कर तैयार होता है बाद सभी 64 औषधियां मिलाकर पारद को ठोस बनाया जाता है। कपारद का प्रभाव बढ़ाने के लिए सोना-चांदी भी मिलाया जाता है।स्रोत इमेज गूगल/ मेरा फोनस्रोत लिंकसमस्त सुखों की प्राप्ति के लिए कीजिए पारद शिवलिंग की पूजापारद शिवलिंग का महत्व महिमा और इसे पूजने से होने वाले लाभघर में रखें पारद शिवलिंग, जानें इनकी पूजा के कितने हैं फायदेपारद शिवलिंगपारद शिवलिंग

,, आप पारद शिवलिंग में पारे के ठोस अवस्था में रूपांतरण की व्याख्या कैसे करेंगे? By वनिता कासनियां पंजाब पारद शिवलिंग को भगवान शिव का स्वरूप माना गया है। ताम्र को माता पार्वती का स्वरूप माना जाता है। इन दोनों के समन्वय से शिव और शक्ति का सशक्त रूप उभर कर सामने आ जाता है। सभी शिवलिंगों में पारद के शिवलिंग का स्थान सबसे ऊपर है इसका कारण है इसकी पूजन करने के लाभ पारद शिवलिंग की महिमा अलग है। ठोस पारद के साथ ताम्र को जब उच्च तापमान पर गर्म करते हैं तो ताम्र का रंग स्वर्णमयी हो जाता है। इसीलिए ऐसे शिवलिंग को "सुवर्ण रसलिंग" भी कहते हैं। पारद शिव लिंग की महिमा का वर्णन रूद्र संहिता, पारद संहिता, रसमार्तंड ग्रन्थ, ब्रह्म पुराण, शिव पुराण आदि में मिलता है। योग शिखोपनिषद ग्रन्थ में पारद के शिवलिंग को स्वयंभू भोलेनाथ का प्रतिनिधि माना गया है। इस ग्रन्थ में इसे "महालिंग" की उपाधि मिली है और इसमें शिव की समस्त शक्तियों का वास मानते हुए पारद से बने शिवलिंग को सम्पूर्ण शिवालय की भी मान्यता मिली है । पारा को धातुओं में सर्वोत्तम माना गया है। यह अपनी चमत्कारिक और हीलिंग प्रापर्टीज क...