4464005860401745 सीजन में गजरे के तौर पर, पूजा पाठ, घर की सजावट और कई ऐसी चीजें और है जहां गुलाब के फूलों का इस्तेमाल किया जाता है। अक्सर इनके इस्तेमाल के बाद हम इन्हें निकाल कर फेंक देते हैं। परंतु क्या आपको मालूम है खूबसूरत गुलाब की पंखुड़ियों में कई ऐसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो आपकी त्वचा से जुड़ी समस्याओं के लिए कमाल कर सकते हैं। एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर गुलाब की पत्तियां काफी फायदेमंद होती हैं। इसलिए इन्हें भूलकर भी इस्तेमाल करने के बाद न फेंके। तो अब आप सोच रही होंगी कि आखिर इनका क्या किया जाए! तो आज हम लेकर आये हैं ऐसे ही 3 प्रभावी DIY हैक्स (Rose petals DIY hacks), जिनकी मदद से आप गुलाब की पंखुड़ियों को सही तरीके से उपयोग में ला सकती हैं। इसके साथ ही जानेंगे आखिर यह हमारी त्वचा पर किस तरह काम करती हैं।हेल्थ शॉट्स ने गुलाब की पंखुड़ियों के फायदे एवं उपयोग में लाने के तरीकों पर आयुर्वेद विशेषज्ञ और सोलट्री की टेक्निकल हेड, वनिता कासनियां पंजाब से बातचीत की। उन्होंने इससे जुड़ी कुछ जरूरी बातें बताई हैं। तो चलिए जानते हैं आखिर इन्हें किस तरह इस्तेमाल में लाना है।यहां जाने त्वचा के लिए किस तरह फायदेमंद हैं गुलाब की पंखुड़ियां1. प्रीमेच्योर एजिंग को रोकेगुलाब की पंखुरी में एंटी ऑक्सीडेंट की मात्रा मौजूद होती है जो स्किन टिशु को रीजेनरेट होने में मदद करती हैं। ऐसे में अर्ली एजिंग साइन नजर नहीं आते। एंटीऑक्सिडेंट फ्री रेडिकल से होने वाले नुकसान को रोकता है और फाइनलाइन, रिंकल जैसी समस्याओं को समय से पहले त्वचा पर नजर नहीं आने देता।gulab ke faydeप्रीमेच्योर एजिंग की समस्या में फायदेमंद। चित्र: शटरस्‍टॉक2. त्वचा को प्राकृतिक रूप से मॉइश्चराइज करेगुलाब में मॉइश्चराइजिंग प्रॉपर्टी पाई जाती है। ऐसे में यह सर्दियों के मौसम में ड्राई स्किन की समस्या का एक उचित इलाज हो सकती है। इसके लिए गुलाब के तेल का इस्तेमाल करना सबसे अच्छा रहेगा। वहीं इसकी हाइड्रेटिंग प्रॉपर्टी त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से बचाती है और आपके स्किन की सेहत को बनाए रखती हैं। यह न केवल त्वचा के लिए बल्कि स्कैल्प की सेहत के लिए भी फायदेमंद होता हैं। वहीं डैंड्रफ की समस्या में गुलाब से बने DIY हैक्स का इस्तेमाल कर सकती हैं।3. एक्सेस ऑयल को कम करने में मदद करेगुलाब के कसैले गुण खुले हुए पोर्स को बंद करने में मदद करते हैं। वहीं त्वचा के नेचुरल पीएच वैल्यू को बनाए रखने के लिए पोर्स में जमे गंदगी, तेल और सीबम को हटाते हैं। गुलाब की पंखुड़िया ड्राई स्किन के साथ-साथ ऑयली स्किन के लिए भी फायदेमंद होती हैं। यह त्वचा को उतनी ही नमी प्रदान करती हैं जितने कि उसे जरूरत है। और एक्सेस ऑयल प्रोडक्शन को रोकती है। यह त्वचा को हाइड्रेट करते हुए स्किन में पानी की मात्रा को बढ़ाती हैं।4. कोलेजन प्रोडक्शन में मदद करेगुलाब की पंखुड़ियों में विटामिन ए और विटामिन सी की भरपूर मात्रा मौजूद होती है। वहीं यह पोषक तत्व त्वचा को कोलेजन प्रोड्यूस करने में मदद करते हैं। कोलेजन एक प्रकार का प्रोटीन है जो त्वचा के लिए जरूरी होता है। इसके साथ ही विटामिन सी स्किन को ब्राइट बनाती है, दाग धब्बों को कम करने में करती हैं और हाइपरपिगमेंटेशन जैसी समस्या में भी फायदेमंद हो सकती हैं।tvcha ko de prakritik glowत्वचा को दे प्राकृतिक ग्लो। चित्र : गुगलइन 3 तरीकों से त्वचा पर करें गुलाब का इस्तेमाल (Rose petals DIY hacks)1. गुलाब की पंखुड़ियों से बना फेसपैकइसके लिए आपको चाहिएगुलाब की पंखुड़ियांगुलाब जलशहदइस तरह तैयार करेंगुलाब की कुछ पत्तियों को अच्छी तरह से क्रश कर लें।अब इसमें 7 से 8 बूंद शहद और 5 से 6 बूंद गुलाब जल डालें।फिर इन सभी को एक साथ अच्छी तरह मिला लें। और अपनी त्वचा पर अप्लाई करें।इसे 15 मिनट तक लगाए रखें उसके बाद हल्के गुनगुने पानी से त्वचा को साफ कर लें।यह DIY हैक त्वचा को फ्रेशनेस देने के साथ ही पिंपल, एक्ने जैसी समस्याओं से निजात पाने में भी मदद करेगा।2. रोज पेटल स्क्रबइसे बनाने के लिए आपको चाहिएनींबूशहदगुलाब की पंखुड़ियांचीनी (दरदरी कुटी हुई)इस तरह तैयार करेंएक छोटी सी कटोरी में नींबू का रस निचोड़ लें।अब इसमें क्रश किए हुए गुलाब की पत्तियों को डाल दें।ऊपर से 7 से 8 बूंद शहद और आधा चम्मच क्रश की हुई चीनी डालें।सभी को अच्छी तरह मिला लें और अपनी त्वचा पर लगाएं।अपनी उंगलियों को सर्कुलर मोशन में घुमाते हुए अपनी त्वचा को स्क्रब करें।उसके बाद त्वचा को हल्के गुनगुने पानी से साफ कर लें।यह पिगमेंटेशन रिमूव करने के साथ ही त्वचा पर जमे एक्सेस ऑयल, धूल और गंदगी को कम करने में मदद करेगा।faydemand hai gulabजानिए गुलाब की पंखुड़ियों के फायदे और कैसे करें त्वचा के लिए इसका इस्तेमाल। चित्र: गुगल3. रोज फेशियल ऑयलइसे बनाने के लिए आपको चाहिएआलमंड ऑयलगुलाब की पंखुड़ियांइस तरह तैयार करेंसबसे पहले 10 से 15 गुलाब की पंखुड़ियों को अच्छी तरह क्रश कर लें।6 से 7 चम्मच बादाम का तेल लें और गुलाब की पंखुड़ियों को बादाम के तेल में डालकर मिला दें।अब इसे 8 से 10 दिनों के लिए सनलाइट में रखकर छोड़ दें। फिर इसे अपनी त्वचा पर अप्लाई करें और स्किन को हल्के हाथों से मसाज दें।इसे सोने से पहले इस्तेमाल करना उचित रहेगा। सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

He fell asleep because we could sleep peacefully.It was an Indian soldier who got martyred today.Jai HindMilitaryThere are lights in our Diwali because someone is standing on the border in the dark.Jai Hindwhat did a soldier lose

हम चैन से सो पाए इसलिए ही वो सो गया, वो भारतीय फौजी ही था जो आज शहीद हो गया. जय हिन्द Army  हमारी दिवाली में रोशनी इसलिए हैं क्योंकि सरहद पर अँधेरे में कोई खड़ा हैं. जय हिन्द एक सैनिक ने क्या खूब कहा है. किसी गजरे की खुशबु को महकता छोड़ आया हूँ, मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूँ, मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ऐ भारत माँ, मैं अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ। जय हिन्द जहाँ हम और तुम हिन्दू-मुसलमान के फर्क में लड़ रहे हैं, कुछ लोग हम दोनों के खातिर सरहद की बर्फ में मर रहे हैं. नींद उड़ गया यह सोच कर, हमने क्या किया देश के लिए, आज फिर सरहद पर बहा हैं खून मेरी नींद के लिए. जय हिन्द जहर पिलाकर मजहब का, इन कश्मीरी परवानों को, भय और लालच दिखलाकर तुम भेज रहे नादानों को, खुले प्रशिक्षण, खुले शस्त्र है खुली हुई शैतानी है, सारी दुनिया जान चुकी ये हरकत पाकिस्तानी है, जय हिन्द फ़ौजी की मौत पर परिवार को दुःख कम और गर्व ज्यादा होता हैं, ऐसे सपूतो को जन्म देकर माँ का कोख भी धन्य हो जाता हैं. जिसकी वजह से पूरा हिन्दुस्तान चैन से सोता हैं, कड़ी ठंड, गर्मी और बरसात में अपना धैर्य न खोता ह...

सीजन में गजरे के तौर पर, पूजा पाठ, घर की सजावट और कई ऐसी चीजें और है जहां गुलाब के फूलों का इस्तेमाल किया जाता है। अक्सर इनके इस्तेमाल के बाद हम इन्हें निकाल कर फेंक देते हैं। परंतु क्या आपको मालूम है खूबसूरत गुलाब की पंखुड़ियों में कई ऐसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो आपकी त्वचा से जुड़ी समस्याओं के लिए कमाल कर सकते हैं। एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर गुलाब की पत्तियां काफी फायदेमंद होती हैं। इसलिए इन्हें भूलकर भी इस्तेमाल करने के बाद न फेंके। तो अब आप सोच रही होंगी कि आखिर इनका क्या किया जाए! तो आज हम लेकर आये हैं ऐसे ही 3 प्रभावी DIY हैक्स (Rose petals DIY hacks), जिनकी मदद से आप गुलाब की पंखुड़ियों को सही तरीके से उपयोग में ला सकती हैं। इसके साथ ही जानेंगे आखिर यह हमारी त्वचा पर किस तरह काम करती हैं।हेल्थ शॉट्स ने गुलाब की पंखुड़ियों के फायदे एवं उपयोग में लाने के तरीकों पर आयुर्वेद विशेषज्ञ और सोलट्री की टेक्निकल हेड, वनिता कासनियां पंजाब से बातचीत की। उन्होंने इससे जुड़ी कुछ जरूरी बातें बताई हैं। तो चलिए जानते हैं आखिर इन्हें किस तरह इस्तेमाल में लाना है।यहां जाने त्वचा के लिए किस तरह फायदेमंद हैं गुलाब की पंखुड़ियां1. प्रीमेच्योर एजिंग को रोकेगुलाब की पंखुरी में एंटी ऑक्सीडेंट की मात्रा मौजूद होती है जो स्किन टिशु को रीजेनरेट होने में मदद करती हैं। ऐसे में अर्ली एजिंग साइन नजर नहीं आते। एंटीऑक्सिडेंट फ्री रेडिकल से होने वाले नुकसान को रोकता है और फाइनलाइन, रिंकल जैसी समस्याओं को समय से पहले त्वचा पर नजर नहीं आने देता।gulab ke faydeप्रीमेच्योर एजिंग की समस्या में फायदेमंद। चित्र: शटरस्‍टॉक2. त्वचा को प्राकृतिक रूप से मॉइश्चराइज करेगुलाब में मॉइश्चराइजिंग प्रॉपर्टी पाई जाती है। ऐसे में यह सर्दियों के मौसम में ड्राई स्किन की समस्या का एक उचित इलाज हो सकती है। इसके लिए गुलाब के तेल का इस्तेमाल करना सबसे अच्छा रहेगा। वहीं इसकी हाइड्रेटिंग प्रॉपर्टी त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से बचाती है और आपके स्किन की सेहत को बनाए रखती हैं। यह न केवल त्वचा के लिए बल्कि स्कैल्प की सेहत के लिए भी फायदेमंद होता हैं। वहीं डैंड्रफ की समस्या में गुलाब से बने DIY हैक्स का इस्तेमाल कर सकती हैं।3. एक्सेस ऑयल को कम करने में मदद करेगुलाब के कसैले गुण खुले हुए पोर्स को बंद करने में मदद करते हैं। वहीं त्वचा के नेचुरल पीएच वैल्यू को बनाए रखने के लिए पोर्स में जमे गंदगी, तेल और सीबम को हटाते हैं। गुलाब की पंखुड़िया ड्राई स्किन के साथ-साथ ऑयली स्किन के लिए भी फायदेमंद होती हैं। यह त्वचा को उतनी ही नमी प्रदान करती हैं जितने कि उसे जरूरत है। और एक्सेस ऑयल प्रोडक्शन को रोकती है। यह त्वचा को हाइड्रेट करते हुए स्किन में पानी की मात्रा को बढ़ाती हैं।4. कोलेजन प्रोडक्शन में मदद करेगुलाब की पंखुड़ियों में विटामिन ए और विटामिन सी की भरपूर मात्रा मौजूद होती है। वहीं यह पोषक तत्व त्वचा को कोलेजन प्रोड्यूस करने में मदद करते हैं। कोलेजन एक प्रकार का प्रोटीन है जो त्वचा के लिए जरूरी होता है। इसके साथ ही विटामिन सी स्किन को ब्राइट बनाती है, दाग धब्बों को कम करने में करती हैं और हाइपरपिगमेंटेशन जैसी समस्या में भी फायदेमंद हो सकती हैं।tvcha ko de prakritik glowत्वचा को दे प्राकृतिक ग्लो। चित्र : गुगलइन 3 तरीकों से त्वचा पर करें गुलाब का इस्तेमाल (Rose petals DIY hacks)1. गुलाब की पंखुड़ियों से बना फेसपैकइसके लिए आपको चाहिएगुलाब की पंखुड़ियांगुलाब जलशहदइस तरह तैयार करेंगुलाब की कुछ पत्तियों को अच्छी तरह से क्रश कर लें।अब इसमें 7 से 8 बूंद शहद और 5 से 6 बूंद गुलाब जल डालें।फिर इन सभी को एक साथ अच्छी तरह मिला लें। और अपनी त्वचा पर अप्लाई करें।इसे 15 मिनट तक लगाए रखें उसके बाद हल्के गुनगुने पानी से त्वचा को साफ कर लें।यह DIY हैक त्वचा को फ्रेशनेस देने के साथ ही पिंपल, एक्ने जैसी समस्याओं से निजात पाने में भी मदद करेगा।2. रोज पेटल स्क्रबइसे बनाने के लिए आपको चाहिएनींबूशहदगुलाब की पंखुड़ियांचीनी (दरदरी कुटी हुई)इस तरह तैयार करेंएक छोटी सी कटोरी में नींबू का रस निचोड़ लें।अब इसमें क्रश किए हुए गुलाब की पत्तियों को डाल दें।ऊपर से 7 से 8 बूंद शहद और आधा चम्मच क्रश की हुई चीनी डालें।सभी को अच्छी तरह मिला लें और अपनी त्वचा पर लगाएं।अपनी उंगलियों को सर्कुलर मोशन में घुमाते हुए अपनी त्वचा को स्क्रब करें।उसके बाद त्वचा को हल्के गुनगुने पानी से साफ कर लें।यह पिगमेंटेशन रिमूव करने के साथ ही त्वचा पर जमे एक्सेस ऑयल, धूल और गंदगी को कम करने में मदद करेगा।faydemand hai gulabजानिए गुलाब की पंखुड़ियों के फायदे और कैसे करें त्वचा के लिए इसका इस्तेमाल। चित्र: गुगल3. रोज फेशियल ऑयलइसे बनाने के लिए आपको चाहिएआलमंड ऑयलगुलाब की पंखुड़ियांइस तरह तैयार करेंसबसे पहले 10 से 15 गुलाब की पंखुड़ियों को अच्छी तरह क्रश कर लें।6 से 7 चम्मच बादाम का तेल लें और गुलाब की पंखुड़ियों को बादाम के तेल में डालकर मिला दें।अब इसे 8 से 10 दिनों के लिए सनलाइट में रखकर छोड़ दें। फिर इसे अपनी त्वचा पर अप्लाई करें और स्किन को हल्के हाथों से मसाज दें।इसे सोने से पहले इस्तेमाल करना उचित रहेगा।


सीजन में गजरे के तौर पर, पूजा पाठ, घर की सजावट और कई ऐसी चीजें और है जहां गुलाब के फूलों का इस्तेमाल किया जाता है। अक्सर इनके इस्तेमाल के बाद हम इन्हें निकाल कर फेंक देते हैं। परंतु क्या आपको मालूम है खूबसूरत गुलाब की पंखुड़ियों में कई ऐसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो आपकी त्वचा से जुड़ी समस्याओं के लिए कमाल कर सकते हैं। एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर गुलाब की पत्तियां काफी फायदेमंद होती हैं। इसलिए इन्हें भूलकर भी इस्तेमाल करने के बाद न फेंके। तो अब आप सोच रही होंगी कि आखिर इनका क्या किया जाए! तो आज हम लेकर आये हैं ऐसे ही 3 प्रभावी DIY हैक्स (Rose petals DIY hacks), जिनकी मदद से आप गुलाब की पंखुड़ियों को सही तरीके से उपयोग में ला सकती हैं। इसके साथ ही जानेंगे आखिर यह हमारी त्वचा पर किस तरह काम करती हैं।

हेल्थ शॉट्स ने गुलाब की पंखुड़ियों के फायदे एवं उपयोग में लाने के तरीकों पर आयुर्वेद विशेषज्ञ और सोलट्री की टेक्निकल हेड, वनिता कासनियां पंजाब  से बातचीत की। उन्होंने इससे जुड़ी कुछ जरूरी बातें बताई हैं। तो चलिए जानते हैं आखिर इन्हें किस तरह इस्तेमाल में लाना है।

यहां जाने त्वचा के लिए किस तरह फायदेमंद हैं गुलाब की पंखुड़ियां

1. प्रीमेच्योर एजिंग को रोके

गुलाब की पंखुरी में एंटी ऑक्सीडेंट की मात्रा मौजूद होती है जो स्किन टिशु को रीजेनरेट होने में मदद करती हैं। ऐसे में अर्ली एजिंग साइन नजर नहीं आते। एंटीऑक्सिडेंट फ्री रेडिकल से होने वाले नुकसान को रोकता है और फाइनलाइन, रिंकल जैसी समस्याओं को समय से पहले त्वचा पर नजर नहीं आने देता।

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प्रीमेच्योर एजिंग की समस्या में फायदेमंद। चित्र: शटरस्‍टॉक

2. त्वचा को प्राकृतिक रूप से मॉइश्चराइज करे

गुलाब में मॉइश्चराइजिंग प्रॉपर्टी पाई जाती है। ऐसे में यह सर्दियों के मौसम में ड्राई स्किन की समस्या का एक उचित इलाज हो सकती है। इसके लिए गुलाब के तेल का इस्तेमाल करना सबसे अच्छा रहेगा। वहीं इसकी हाइड्रेटिंग प्रॉपर्टी त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से बचाती है और आपके स्किन की सेहत को बनाए रखती हैं। यह न केवल त्वचा के लिए बल्कि स्कैल्प की सेहत के लिए भी फायदेमंद होता हैं। वहीं डैंड्रफ की समस्या में गुलाब से बने DIY हैक्स का इस्तेमाल कर सकती हैं।

3. एक्सेस ऑयल को कम करने में मदद करे

गुलाब के कसैले गुण खुले हुए पोर्स को बंद करने में मदद करते हैं। वहीं त्वचा के नेचुरल पीएच वैल्यू को बनाए रखने के लिए पोर्स में जमे गंदगी, तेल और सीबम को हटाते हैं। गुलाब की पंखुड़िया ड्राई स्किन के साथ-साथ ऑयली स्किन के लिए भी फायदेमंद होती हैं। यह त्वचा को उतनी ही नमी प्रदान करती हैं जितने कि उसे जरूरत है। और एक्सेस ऑयल प्रोडक्शन को रोकती है। यह त्वचा को हाइड्रेट करते हुए स्किन में पानी की मात्रा को बढ़ाती हैं।

4. कोलेजन प्रोडक्शन में मदद करे

गुलाब की पंखुड़ियों में विटामिन ए और विटामिन सी की भरपूर मात्रा मौजूद होती है। वहीं यह पोषक तत्व त्वचा को कोलेजन प्रोड्यूस करने में मदद करते हैं। कोलेजन एक प्रकार का प्रोटीन है जो त्वचा के लिए जरूरी होता है। इसके साथ ही विटामिन सी स्किन को ब्राइट बनाती है, दाग धब्बों को कम करने में करती हैं और हाइपरपिगमेंटेशन जैसी समस्या में भी फायदेमंद हो सकती हैं।

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त्वचा को दे प्राकृतिक ग्लो। चित्र : गुगल

इन 3 तरीकों से त्वचा पर करें गुलाब का इस्तेमाल (Rose petals DIY hacks)

1. गुलाब की पंखुड़ियों से बना फेसपैक

इसके लिए आपको चाहिए

गुलाब की पंखुड़ियां
गुलाब जल
शहद

इस तरह तैयार करें

गुलाब की कुछ पत्तियों को अच्छी तरह से क्रश कर लें।

अब इसमें 7 से 8 बूंद शहद और 5 से 6 बूंद गुलाब जल डालें।

फिर इन सभी को एक साथ अच्छी तरह मिला लें। और अपनी त्वचा पर अप्लाई करें।

इसे 15 मिनट तक लगाए रखें उसके बाद हल्के गुनगुने पानी से त्वचा को साफ कर लें।

यह DIY हैक त्वचा को फ्रेशनेस देने के साथ ही पिंपल, एक्ने जैसी समस्याओं से निजात पाने में भी मदद करेगा।

2. रोज पेटल स्क्रब

इसे बनाने के लिए आपको चाहिए

नींबू
शहद
गुलाब की पंखुड़ियां
चीनी (दरदरी कुटी हुई)

इस तरह तैयार करें

एक छोटी सी कटोरी में नींबू का रस निचोड़ लें।

अब इसमें क्रश किए हुए गुलाब की पत्तियों को डाल दें।

ऊपर से 7 से 8 बूंद शहद और आधा चम्मच क्रश की हुई चीनी डालें।

सभी को अच्छी तरह मिला लें और अपनी त्वचा पर लगाएं।

अपनी उंगलियों को सर्कुलर मोशन में घुमाते हुए अपनी त्वचा को स्क्रब करें।

उसके बाद त्वचा को हल्के गुनगुने पानी से साफ कर लें।

यह पिगमेंटेशन रिमूव करने के साथ ही त्वचा पर जमे एक्सेस ऑयल, धूल और गंदगी को कम करने में मदद करेगा।

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जानिए गुलाब की पंखुड़ियों के फायदे और कैसे करें त्वचा के लिए इसका इस्तेमाल। चित्र: गुगल

3. रोज फेशियल ऑयल

इसे बनाने के लिए आपको चाहिए

आलमंड ऑयल
गुलाब की पंखुड़ियां

इस तरह तैयार करें

सबसे पहले 10 से 15 गुलाब की पंखुड़ियों को अच्छी तरह क्रश कर लें।

6 से 7 चम्मच बादाम का तेल लें और गुलाब की पंखुड़ियों को बादाम के तेल में डालकर मिला दें।

अब इसे 8 से 10 दिनों के लिए सनलाइट में रखकर छोड़ दें। फिर इसे अपनी त्वचा पर अप्लाई करें और स्किन को हल्के हाथों से मसाज दें।

इसे सोने से पहले इस्तेमाल करना उचित रहेगा।

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बलुवाना न्यूज 6 कोरोना वायरस का प्रसार:बीते 24 घंटे में देश में 19,100 नया केस, महाराष्ट्र-केरल के ब

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*💐💐💐 ज्ञान की पोटली 💐💐💐* *सदैव प्रथम स्थान पर रहें_* *मुस्कराने में...*, *प्रशंसा करने में....*, *सहयोग करने में...* *क्षमा करने में..."* *और,**अपनी गलती मान लेने में ॥* 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹*तकलीफ़ तो खुद ही* *कम हो गयी**जब लोगों कि उम्मीद* *हमसे कम हो गयी*🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹वनिता कासनियां पंजाब *आपके प्रयत्न केवल आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिये न हों, बल्कि परिवार में विवेक जागृत करने के लिये भी हो।* *जिंदगी में खुशियाँ आपके पास पैसा कितना है इस बात पर कम व आपके पास धैर्य कितना है, इस बात पर ज्यादा निर्भर करता है।* *आप में परिवार के अन्दर की समस्याओं और बाहरी द्वेष से विवेकपूर्ण ढंग से निपटने की तथा गलत को गलत कहने की क्षमता कितनी हे।**!!!....एक शांत मन* *चुनौतियों के खिलाफ* *सबसे बड़ा* *हथियार होता है...!!!**💐💐💐💐शुभ प्रभात 💐💐💐**🌷🌷आपका दिन मंगलमय हो 🌷🌷*

*💐💐💐 ज्ञान की पोटली 💐💐💐*  *सदैव प्रथम स्थान पर रहें_*        *मुस्कराने में...*,  *प्रशंसा करने में....*,        *सहयोग करने में...*  *क्षमा करने में..."*              *और,* *अपनी गलती मान लेने में ॥*    🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 *तकलीफ़ तो खुद ही*  *कम हो गयी* *जब लोगों कि उम्मीद*  *हमसे कम हो गयी* 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 वनिता कासनियां पंजाब               *आपके प्रयत्न केवल आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिये न हों, बल्कि परिवार में विवेक जागृत करने के लिये भी हो।*               *जिंदगी में खुशियाँ आपके पास पैसा कितना है इस बात पर कम व आपके पास धैर्य कितना है, इस बात पर ज्यादा निर्भर करता है।*           *आप में परिवार के अन्दर की समस्याओं और बाहरी द्वेष से विवेकपूर्ण ढंग से निपटने की तथा गलत को गलत कहने की क्षमता कितनी हे।* *!!!....एक शांत मन*  *चुनौतियों के खिलाफ*...

,,आप पारद शिवलिंग में पारे के ठोस अवस्था में रूपांतरण की व्याख्या कैसे करेंगे? By वनिता कासनियां पंजाब पारद शिवलिंग को भगवान शिव का स्वरूप माना गया है। ताम्र को माता पार्वती का स्वरूप माना जाता है। इन दोनों के समन्वय से शिव और शक्ति का सशक्त रूप उभर कर सामने आ जाता है।सभी शिवलिंगों में पारद के शिवलिंग का स्थान सबसे ऊपर है इसका कारण है इसकी पूजन करने के लाभपारद शिवलिंग की महिमा अलग है। ठोस पारद के साथ ताम्र को जब उच्च तापमान पर गर्म करते हैं तो ताम्र का रंग स्वर्णमयी हो जाता है। इसीलिए ऐसे शिवलिंग को "सुवर्ण रसलिंग" भी कहते हैं। पारद शिव लिंग की महिमा का वर्णन रूद्र संहिता, पारद संहिता, रसमार्तंड ग्रन्थ, ब्रह्म पुराण, शिव पुराण आदि में मिलता है। योग शिखोपनिषद ग्रन्थ में पारद के शिवलिंग को स्वयंभू भोलेनाथ का प्रतिनिधि माना गया है। इस ग्रन्थ में इसे "महालिंग" की उपाधि मिली है और इसमें शिव की समस्त शक्तियों का वास मानते हुए पारद से बने शिवलिंग को सम्पूर्ण शिवालय की भी मान्यता मिली है ।पारा को धातुओं में सर्वोत्तम माना गया है। यह अपनी चमत्कारिक और हीलिंग प्रापर्टीज के लिए वैज्ञानिक तौर पर भी मशहूर है। पारद के शिवलिंग को शिव का स्वयंभू प्रतीक भी माना गया है। रूद्र संहिता में रावण के शिव स्तुति की जब चर्चा होती है तो पारद के शिवलिंग का विशेष वर्णन मिलता है।अगर आप अध्यात्म पथ पर आगे बढऩा चाहते हों, योग और ध्यान में आपका मन लगता हो और मोक्ष के प्राप्ति की इच्छा हो तो आपको पारे से बने शिवलिंग की पूजा एवं उपासना करनी चाहिए। ऐसा करने से आपको मोक्ष की प्राप्ति भी हो सकती है।यदि आपको जीवन में कष्टों से मुक्ति नहीं मिल रही हो, लोग आपसे विश्वासघात कर देते हों तो पारद के शिवलिंग को यथाविधि शिव परिवार के साथ पूजन करें। ऐसा करने से आपकी समस्त कष्ट दूर हो जायेगे।संकटों से मुक्ति के लिए किसी भी माह में प्रदोष के दिन पारद के शिवलिंग की षोडशोपचार पूजा करके शिव महिमा मन्त्र से अभिषेक करें। फिर हर दिन पूजन करते रहें, कुछ ही समय में आर्थिक स्थिति ठीक होने लगती है। कर्ज मुक्ति होती है।अगर आपके घर या व्यापार स्थल पर अशांति, क्लेश आदि बना रहता हो। तो पारद के शिवलिंग की पूजा करे।आप को नींद ठीक से नहीं आती हो, घर के सदस्यों में टकराव और वैचारिक मतभेद बना रहता हो तो आपको पारद निर्मित एक कटोरी में जल डाल कर घर के मध्य भाग में रखना चाहिए। उस जल को रोज़ बाहर किसी गमले में डाल देना चाहिए। ऐसा करने से धीरे-धीरे घर में सदस्यों के बीच में प्रेम बढऩा शुरू हो जाएगा और मानसिक शान्ति की अनुभूति भी होगी। मेरे घर मे जो जल पारद के शिवलिंग पर चढ़ता है, वही गमले मे डाल दिया जाता है।पारद शिवलिंग का विधिपूर्वक पूजन करने से समस्त दोषों से मुक्ति मिल जाती है। इसका यथाविधि पूजन करने से मानसिक, शारीरिक, तामसिक या अन्य कई विकृतियां स्वत: ही समाप्त हो जाती हैं। घर में सुख और समृद्धि बनी रहती है।पारद के शिवलिंग के दर्शन मात्र से आपकी सभी इच्छा पूरी हो जाती हैं। इनकी पूजा करने से स्वास्थ्य और धन-यश की इच्छा पूर्ण होती है।जो भी भक्त पारद शिवलिंग की पूजा करते हैं, उनकी रक्षा स्वयं महाकाल और महाकाली करते हैं।इस शिवलिंग के स्पर्श मात्र से दैवीय शक्तियां व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर जाती हैं।आत्मविश्वास की कमी है तो करे पारद के शिवलिंग की पूजा। जो लोग अपनी बात सार्वजनिक रूप से खुलकर नही रख पाते है।लोग आपको दब्बू की संज्ञा देते हैं तो आपको नियमित रूप से पारद शिवलिंग की पूजा करना चाहिए। इससे मस्तिष्क को उर्वरता प्राप्त होती है। वाक सिद्धि प्राप्त होती है। हजारों लोगों को अपनी वाणी से सम्मोहित करने की क्षमता आ जाती है।पारद शिवलिंग की पूजा करने से धन से संबंधित, परिवार से संबंधित, स्वास्थ्य से संबंधित और आपके जीवन से जुड़ी हुई हर छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी समस्या का अंत होता है।यह शिवलिंग घर की बुरी शक्तियों को दूर करती है |किसी भी तरह का जादू टोना घर के सदस्यों पर होने से रोकता है |परिवार के सदस्यों को असीम शांति और सौभाग्य की प्राप्ति होती है |यह घर के सभी प्रकार के वास्तु दोष को दूर करता हैअगर घर का कोई सदस्य बीमार हो जाए तो उसे पारद शिवलिंग पर अभिषेक किया हुआ पानी पिलाने से वह ठीक होने लगता है।यदि किसी को पितृ दोष हो तो उसे प्रतिदिन पारद शिवलिंग की पूजा करनी चाहिए। इससे पितृ दोष समाप्त हो जाता है।य़दि बहुत प्रचण्ड तान्त्रिक प्रयोग या अकाल मृत्यु या वाहन दुर्घटना योग हो तो ऐसा शुद्ध पारद शिवलिंग उसे अपने ऊपर ले लेता है | ऐसी स्थिति में यह अपने आप टूट जाता है, और साधक की रक्षा करता है |ऐसे करे पारद के शिवलिंग की पूजासर्वप्रथम शिवलिंग को सफेद कपड़े पर आसन पर रखें।स्वयं पूर्व-उत्तर दिशा की ओर मुँह करके बैठ जाए।अपने आसपास जल, गंगाजल, रोली, मोली, चावल, दूध और हल्दी, चन्दन रख लें।सबसे पहले पारद शिवलिंग के दाहिनी तरफ दीपक जला कर रखो।थोडा सा जल हाथ में लेकर तीन बार निम्न मन्त्र का उच्चारण करके पी लें।प्रथम बार ॐ मुत्युभजाय नम:दूसरी बार ॐ नीलकण्ठाय: नम:तीसरी बार ॐ रूद्राय नम:चौथी बार ॐशिवाय नम:हाथ में फूल और चावल लेकर शिवजी का ध्यान करें और मन में ''ॐ नम: शिवाय`` का 5 बार स्मरण करें और चावल और फूल को शिवलिंग पर चढ़ा दें।इसके बाद ॐ नम: शिवाय का निरन्तर उच्चारण करते रहे।फिर हाथ में चावल और पुष्प लेकर ''ॐ पार्वत्यै नम:`` मंत्र का उच्चारण कर माता पार्वती का ध्यान कर चावल पारा शिवलिंग पर चढ़ा दें।इसके बाद ॐ नम: शिवाय का निरन्तर उच्चारण करें।फिर मोली को और इसके बाद बनेऊ को पारद शिवलिंग पर चढ़ा दें।इसके पश्चात हल्दी और चन्दन का तिलक लगा दे।चावल अर्पण करे इसके बाद पुष्प चढ़ा दें।मीठे का भोग लगा दे।भांग, धतूरा और बेलपत्र शिवलिंग पर चढ़ा दें।फिर अन्तिम में शिव की आरती करे और प्रसाद आदि ले लो।जो व्यक्ति इस प्रकार से पारद शिवलिंग का पूजन करता है इसे शिव की कृपा से सुख समृद्धि आदि की प्राप्ति होती है।मेरे घर के पारद के शिवलिंगमेरे घर के पूजा घर के दो जगहों पर दो पारद के शिवलिंग थे । एक पूजा घर से चोरी हो गया या ग़ायब हो गया नही पता चला।उस शिवलिंग का पता नही चला उसकी मैं पूजा और ध्यान किया करता था। मुझे काफी लाभ मिला था । उस शिवलिंग पर मुझे बहुत श्रद्धा थी। चोरी हो गया अफसोस है , शायद मुझसे ज्यादा उसको जरूरत होगी ।ये पारद शिवलिंग है मेरे घर के पूजा घर मे है ।पारद का शिवलिंग बहुत कम देखने को मिलता है , पारद का शिवलिंग बनाने की एक विधि होती है । मेरे गुरुजी के शिष्य ने ये विद्या गुरुजी से सीखी थी , उन्होंने बना कर दो हम लोगो को दिया था , एक छोटा था , एक बड़ा था । उस शिष्य ने जब इस विद्या का धंधा शुरू कर दिया तो गुरुजी ने उसे आश्रम से निकाल दिया तब से आज तक उससे मुलाकात नही हो पाई।पारद के शिवलिंग का महत्वप्राचीन ग्रंथों में पारद को स्वयं सिद्ध धातु माना गया है। इसका वर्णन चरक संहिता आदि महत्वपूर्ण ग्रन्थों में भी मिलता है। शिवपुराण में पारद को शिव का वीर्य कहा गया है। वीर्य बीज है, जो संपूर्ण जीवों की उत्पत्ति का कारक है। इसी के माध्यम से भौतिक सृष्टि का विस्तार होता है। पारे को प्राकृतिक रूप से प्रबल ऊर्जा प्रदान करने वाला रासायनिक तत्व कहा गया है। पारे से बने शिवलिंग को समस्त प्रकार की वस्तुओं से बने शिवलिंगों में सर्वश्रेष्ठ कहा गया है और इसकी पूजा सर्वमनोकामना पूर्ण करने वाली कही गई है। ग्रंथों में शिव लिंग को ब्रम्हांड का प्रतीक माना गया है। जानकारों के अनुसार रुद्र संहिता में शिव लिंगों के भी प्रकार बताए गए हैं, जो सृष्टि में व्याप्त अलग-अलग ब्रम्हांडों के प्रतीक माने जाते हैं। वैदिक ग्रंथों में पारे को संसार के समस्त राग, द्वेष, विकार का विनाशक माना गया है। जो लोग अध्यात्म की राह पर चलना चाहते हैं, उनके लिए पारद शिवलिंग की पूजा अवश्य करना चाहिए। समस्त प्रकार के सांसारिक सुखों की प्राप्ति के लिए भी पारद शिवलिंग की पूजा की जाती है। शास्त्रों में इस बात का भी उल्लेख है कि पारे के शिव लिंग को यदि निश्चित आकार में घर पर रखा जाए तो सारे वास्तुदोष्ज्ञ स्वत: समाप्त हो जाते हैं। इस शिवलिंग को पूरे शिव परिवार के साथ रखा जाना चाहिए। पूजन विधि में, समस्त मनोकामनाओं की पूर्ति में पारद से बने शिवलिंग एवं अन्य आकृतियों का विशेष महत्व होता है।सरल नही है पारद का शिवलिंग बनानापारद शिव लिंग का निर्माण क्रमशः तीन मुख्य धातुओ के रासायनिक संयोग से होता है. “अथर्वन महाभाष्य में लिखा है क़ि-“द्रत्यान्शु परिपाकेनलाब्धो यत त्रीतियाँशतः. पारदम तत्द्वाविन्शत कज्जलमभिमज्जयेत. उत्प्लावितम जरायोगम क्वाथाना दृष्टोचक्षुषः तदेव पारदम शिवलिंगम पूजार्थं प्रति गृह्यताम।इस प्रकार कम से कम सत्तर प्रतिशत पारा, सोना, चाँदी,ताबा, पंद्रह प्रतिशत मणि फेन या मेगनीसियम तथा दस प्रतिशत कज्जल या कार्बन तथा पांच प्रतिशत अंगमेवा या पोटैसियम कार्बोनेट होना चाहिए। इन सब को मिलाकर ठोस रूप दिया जाता है।पारद का शोधन अत्यंत कठिन कार्य होता है। इसको शोधित करने जैसी कठिन एवं जटिल प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है, तब जाकर पारा ठोस आकार ग्रहण करता है पारद शिवलिंग बनाने की एक विद्या होती है जिसको सीखना पड़ता है । इसे ठोस बनाने के लिए वैदिक क्रियाओं सहित चौसठ दिव्य औषधियों का मिश्रण करना पड़ता है। निर्माण के बाद उसे मांत्रिक क्रियाओं के जरिए रससिद्ध एवं चैतन्य किया जाता है, तब जाकर पारद शिवलिंग पूर्ण सक्षम एवं प्रभावयुक्त बनता है तो उसकी पूजा होती है। असली पारद शिवलिंग का निर्माण एक विशेष समय अवधि में ही होता है | इस विशेष समय को विजयकाल के नाम से जाना जाता है | बाजार में दिखावे के भी पारद शिवलिंग भी मिलते है जो ठग विद्या के लिए बने है | इन्हे खरीदने से पहले इनकी अच्छे से जांच कर लेनी चाहिएवनिता कासनियां पंजाबकहाँ होता है निर्माणभोपाल से 142 किमी दूर नर्मदा नदी के किनारे बने बापौली-मांगरोल आश्रम में इन दिनों पारद शिवलिंग बनाए जा रहे हैं। 8 महीने में 64 जड़ी-बूटियों के साथ सोना-चांदी-ताबा मिलाकर इन्हें तैयार किया जा रहा है। इनकी कीमत 11000 रुपए से शुरू होकर 1 करोड़ तक होती है। यहाँ साल भर में 30 से 35 पारद शिवलिंग बनते है। रायसेन जिले के बरेली तहसील में नर्मदा किनारे मांगरौल आश्रम बना है। यहां बरसों से पारद शिवलिंग बनाया जाता है। देश के कई हिस्सों से लोग साल भर यहां शिवलिंग बनवाने आते हैं। ये काम पूरे साल चलता रहता है। सावन सोमवार और महाशिवरात्रि आने पर इनकी मांग बढ़ जाती है। पारद शिवलिंग को बनाना बेहद मुश्किल काम है। बिना किसी मशीनी मदद से पारे को साफ करने के लिए 8 संस्कार किए जाते हैं। अष्ट संस्कार में 6 महीने लग जाते हैं। 2 महीने 15 दिन से लगते हैं बाकी क्रियाओं में और इसके बाद पारद शिवलिंग बन कर तैयार होता है बाद सभी 64 औषधियां मिलाकर पारद को ठोस बनाया जाता है। कपारद का प्रभाव बढ़ाने के लिए सोना-चांदी भी मिलाया जाता है।स्रोत इमेज गूगल/ मेरा फोनस्रोत लिंकसमस्त सुखों की प्राप्ति के लिए कीजिए पारद शिवलिंग की पूजापारद शिवलिंग का महत्व महिमा और इसे पूजने से होने वाले लाभघर में रखें पारद शिवलिंग, जानें इनकी पूजा के कितने हैं फायदेपारद शिवलिंगपारद शिवलिंग

,, आप पारद शिवलिंग में पारे के ठोस अवस्था में रूपांतरण की व्याख्या कैसे करेंगे? By वनिता कासनियां पंजाब पारद शिवलिंग को भगवान शिव का स्वरूप माना गया है। ताम्र को माता पार्वती का स्वरूप माना जाता है। इन दोनों के समन्वय से शिव और शक्ति का सशक्त रूप उभर कर सामने आ जाता है। सभी शिवलिंगों में पारद के शिवलिंग का स्थान सबसे ऊपर है इसका कारण है इसकी पूजन करने के लाभ पारद शिवलिंग की महिमा अलग है। ठोस पारद के साथ ताम्र को जब उच्च तापमान पर गर्म करते हैं तो ताम्र का रंग स्वर्णमयी हो जाता है। इसीलिए ऐसे शिवलिंग को "सुवर्ण रसलिंग" भी कहते हैं। पारद शिव लिंग की महिमा का वर्णन रूद्र संहिता, पारद संहिता, रसमार्तंड ग्रन्थ, ब्रह्म पुराण, शिव पुराण आदि में मिलता है। योग शिखोपनिषद ग्रन्थ में पारद के शिवलिंग को स्वयंभू भोलेनाथ का प्रतिनिधि माना गया है। इस ग्रन्थ में इसे "महालिंग" की उपाधि मिली है और इसमें शिव की समस्त शक्तियों का वास मानते हुए पारद से बने शिवलिंग को सम्पूर्ण शिवालय की भी मान्यता मिली है । पारा को धातुओं में सर्वोत्तम माना गया है। यह अपनी चमत्कारिक और हीलिंग प्रापर्टीज क...