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He fell asleep because we could sleep peacefully.It was an Indian soldier who got martyred today.Jai HindMilitaryThere are lights in our Diwali because someone is standing on the border in the dark.Jai Hindwhat did a soldier lose

हम चैन से सो पाए इसलिए ही वो सो गया, वो भारतीय फौजी ही था जो आज शहीद हो गया. जय हिन्द Army  हमारी दिवाली में रोशनी इसलिए हैं क्योंकि सरहद पर अँधेरे में कोई खड़ा हैं. जय हिन्द एक सैनिक ने क्या खूब कहा है. किसी गजरे की खुशबु को महकता छोड़ आया हूँ, मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूँ, मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ऐ भारत माँ, मैं अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ। जय हिन्द जहाँ हम और तुम हिन्दू-मुसलमान के फर्क में लड़ रहे हैं, कुछ लोग हम दोनों के खातिर सरहद की बर्फ में मर रहे हैं. नींद उड़ गया यह सोच कर, हमने क्या किया देश के लिए, आज फिर सरहद पर बहा हैं खून मेरी नींद के लिए. जय हिन्द जहर पिलाकर मजहब का, इन कश्मीरी परवानों को, भय और लालच दिखलाकर तुम भेज रहे नादानों को, खुले प्रशिक्षण, खुले शस्त्र है खुली हुई शैतानी है, सारी दुनिया जान चुकी ये हरकत पाकिस्तानी है, जय हिन्द फ़ौजी की मौत पर परिवार को दुःख कम और गर्व ज्यादा होता हैं, ऐसे सपूतो को जन्म देकर माँ का कोख भी धन्य हो जाता हैं. जिसकी वजह से पूरा हिन्दुस्तान चैन से सोता हैं, कड़ी ठंड, गर्मी और बरसात में अपना धैर्य न खोता ह...

कुण्डली वक्री ग्रह क्या होते हैं? ग्रहों की वक्र दृष्टि क्या होती हैं? By वनिता कासनियां पंजाब: आपको मालूम होगा कि ज्योतिषशास्त्र में हम भूकेंद्रित(geocentric model) लेते हैं, जिसमें पृथ्वी ब्रह्मांड के बीच में स्थित है, और सूर्य+सारे ग्रह, पृथ्वी के चक्कर लगाते हैं, पर असल में हमारा सौर्य मण्डल, सूर्य केंद्रित है, और सारे ग्रह, सूर्य के ही चक्कर लगाते हैं:—-> पर चूंकि, ज्योतिष शास्त्र, भूकेंद्रित मॉडल पे बना है, इसीलिए जब हम पृथ्वी को केंद्र में रख के देखते हैं, तो सूर्य और सारे ग्रह कुछ ऐसे चलते हुए मालूम चलते हैं:—→ तो अगर हम मंगल, धरती और सूर्य को बहुकेंद्रित और सूर्यकेंद्रित में साथ में देखे तो कुछ ऐसा होता है:—-> अब आपने कभी कार overtake तो की होगी, उसमें आप स्पीड में आगे वाली कार का पीछा करते हैं, फिर उसतक पहुचते हैं, और फिर उसको overtake करलेते हैं:—-> पर इसमें आखरी में ऐसा लगता है कि दूसरी कार पीछे जा रही है, जबकि वो भी आगे ही जारही है, बस आपने उसको पछाड़ दिया है, ऐसा ही बिल्कुल ग्रहों के साथ होता है, जो कि सूर्य के चक्कर लगा रहें हैं। पर क्यूंकी आपको उसको भूकेंद्रित होके देखते हैं, इसीलिए आपको लगता है कि वो पीछे जा रहें हैं, जिसको ग्रह का वक्री होना कहते हैं।। और जैसे ही सूर्य केंद्रित होने के कारण, पृथ्वी उससे आगे निकले गी, भूकेंद्रित मॉडल में, ग्रह पीछे जाते हुए दिखनी लगे गा, अर्थात वक्री हो जाएगा :→ इसीतरह, धरती से देखे जाने पे ग्रह वक्री होते हैं, वक्री ग्रह, बिल्कुल सामान्य ग्रह की तरह काम करते हैं, और उनकी दृष्टि भी मार्गी ग्रह के समान ही होती हैं, बस ज्योतिष में उनको मार्गी ग्रह से काफी शक्तिशाली माना जाता है, और यह माना जाता है, कि वो कुछ पूर्व कर्म को बैलन्स करने के लिए आपकी जन्म कुंडली में वक्री हुए हैं।

 कुण्डली वक्री ग्रह क्या होते हैं? ग्रहों की वक्र दृष्टि क्या होती हैं? By वनिता कासनियां पंजाब: आपको मालूम होगा कि ज्योतिषशास्त्र में हम  भूकेंद्रित(geocentric model)  लेते हैं, जिसमें पृथ्वी ब्रह्मांड के बीच में स्थित है, और सूर्य+सारे ग्रह, पृथ्वी के चक्कर लगाते हैं, पर असल में हमारा सौर्य मण्डल, सूर्य केंद्रित है, और सारे ग्रह, सूर्य के ही चक्कर लगाते हैं:—-> पर चूंकि, ज्योतिष शास्त्र, भूकेंद्रित मॉडल पे बना है, इसीलिए जब हम पृथ्वी को केंद्र में रख के देखते हैं, तो सूर्य और सारे ग्रह कुछ ऐसे चलते हुए मालूम चलते हैं:—→ तो अगर हम मंगल, धरती और सूर्य को बहुकेंद्रित और सूर्यकेंद्रित में साथ में देखे तो कुछ ऐसा होता है:—-> अब आपने कभी कार overtake तो की होगी, उसमें आप स्पीड में आगे वाली कार का पीछा करते हैं, फिर उसतक पहुचते हैं, और फिर उसको overtake करलेते हैं:—-> पर इसमें आखरी में ऐसा लगता है कि दूसरी कार पीछे जा रही है, जबकि वो भी आगे ही जारही है, बस आपने उसको पछाड़ दिया है, ऐसा ही बिल्कुल ग्रहों के साथ होता है, जो कि सूर्य के चक्कर लगा रहें हैं। पर क्यूंकी आपको ...

बलुवाना न्यूज पंजाब ⚫ 🚚 👩‍🌾 सेना का ट्रक गहरी खाई में गिरने से 16 जवानों की मौत ▪️ सिक्किम में भारतीय सेना के काफिले में चल रहा एक ट्रक अनियंत्रित होकर खाईं में गिर गया है. इस हादसे में 16 जवानों की जान चली गई है, जबकि 4 जवानों की हालत काफी गंभीर है. घायल जवानों को एयरलिफ्ट किया गया है और बेस अस्पताल से जोनल अस्पताल में शिफ्ट किया गया है. ये हादसा उत्तरी सिक्किम के जेमा इलाके में हुआ. जानकारी के मुताबिक, हादसे का शिकार हुआ ट्रक सड़क के घुमाव से होकर गुजर रहा था, तभी अनियंत्रित होकर नीचे गहरी खाईं में जा गिरा. हादसे का शिकार हुआ ट्रक आर्मी के तीन ट्रकों के काफिले का हिस्सा था. सेना का ये काफिला चट्टन से थांगू की तरफ बढ़ रहा था. यहां रास्ते में वो जेमा के बाद गहरी खाईं में जा गिया. इस हादसे के तुरंत बाद रेस्क्यू मिशन शुरू कर दिया गया, जिसमें सेना के 4 जवान बचा लिये गए. उन्हें एयर एंबुलेंस से इलाक के लिए आगे भेजा गया है. इस हादसे पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गहरा दुख जताया है. उन्होंने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि वो सड़क हादसे का शिकार हुए जवानों के लिए बेहद दुखी हैं. वो घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं. ⚫ राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री ने भी जताया दुख..... उत्तरी सिक्किम में हादसे की जानकारी मिलने पर देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गहरा दुख जताया है. उन्होंने कहा कि शहीद हुए जवानों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है. मैं घायल जवानों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करती हूं. PM नरेंद्र मोदी ने भी हादसे पर गहरा दुख जताया है▪️

   बलुवाना न्यूज पंजाब ⚫ 🚚 👩‍🌾 सेना का ट्रक गहरी खाई में गिरने से 16 जवानों की मौत ▪️ सिक्किम में भारतीय सेना के काफिले में चल रहा एक ट्रक अनियंत्रित होकर खाईं में गिर गया है. इस हादसे में 16 जवानों की जान चली गई है, जबकि 4 जवानों की हालत काफी गंभीर है. घायल जवानों को एयरलिफ्ट किया गया है  और बेस अस्पताल से जोनल अस्पताल में शिफ्ट किया गया है. ये हादसा उत्तरी सिक्किम के जेमा इलाके में हुआ.  जानकारी के मुताबिक, हादसे का शिकार हुआ ट्रक सड़क के घुमाव से होकर गुजर रहा था, तभी अनियंत्रित होकर नीचे गहरी खाईं में जा गिरा. हादसे का शिकार हुआ ट्रक आर्मी के तीन ट्रकों के काफिले का हिस्सा था. सेना का ये काफिला चट्टन से थांगू की तरफ बढ़ रहा था. यहां रास्ते में वो जेमा के बाद गहरी खाईं में जा गिया. इस हादसे के तुरंत बाद रेस्क्यू मिशन शुरू कर दिया गया, जिसमें सेना के 4 जवान बचा लिये गए. उन्हें एयर एंबुलेंस से इलाक के लिए आगे भेजा गया है. इस हादसे पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गहरा दुख जताया है. उन्होंने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि वो सड़क हादसे का शिकार हुए जवानों के लिए बेहद दुखी ...

*🙏🕉️ जय श्री सीताराम जी🕉️🙏* *वक़्त हो या इंसान* *क़भी भी,* *एक ही करवट नही रह सकता* *बदलाव* *सृष्टि का नियम है* *स्वीकार कीजिए..!!!* *🙏🕉️ शुभ प्रभात, 🕉️🙏* 🌹🙏🏻जय श्री राम जी 🙏🏻🌹 🙏Ram 🌹Ram 🚩ji 🙏 हमेशा अपने मालिक के शुक्रगुज़ार रहिए🙏 क्यूँकि जो आपको मिला है बहुत लोगों को वो भी नहीं मिला !! लाडला बाबा सालासर धाम जी दा 🌹🙏🏻जय श्री राम जी 🙏🏻🌹 🙏Ram 🌹Ram 🚩ji 🙏 *🌞सूर्योदय अभिवादन🌞* *दुआ और आशीर्वाद दिखते तो नही...* *पर असंभव को भी सम्भव बना देते हैं...* *प्रेम से भरी हुई आँखे, श्रद्धा से झुका हुआ सर...* *सहयोग करते हाथ, सन्मार्ग पर चलते पाँव...* *सत्य से जुड़ी हुई जीभ, ईश्वर को बहुत पसंद है...* 🌹🙏🏻जय श्री राम जी 🙏🏻🌹 *🌹जय श्री कृष्ण... राम राम... सुप्रभात🌹* 🙏Ram 🌹Ram 🚩ji 🙏 *G⭕⭕D🌹〽️⭕➰N,! * पंजाब 🌞🌹 ●▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬ *धैर्यवान मनुष्य "आत्मविश्वास" की नौका पर सवार होकर आपत्ति की नदियों को "सफलतापूर्वक" पार कर जाते हैं।* *🙏🕉️ जय श्री सीताराम जी🕉️🙏* *वक़्त हो या इंसान* *क़भी भी,* *एक ही करवट नही रह सकता* *बदलाव* *सृष्टि का नियम है* *स्वीकार कीजिए..!!!* *🙏🕉️ शुभ प्रभात, 🕉️🙏* *💐सुप्रभात,सबका दिन सुखद रहे।💐* 🌹🙏🏻जय श्री राम जी 🙏🏻🌹। 🙏Ram 🌹Ram 🚩ji 🙏 राधे राधे 🪴🌹🙏🙏🌹🪴 *जख्म लगने से पहले...!* *मरहम का इंतज़ाम हो जाता है...!* *ये सालासर का दरबार है ...!* *पलक झपकते ही काम हो जाता है...!!* 🌹🙏🏻जय श्री राम जी 🙏🏻🌹

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मुबारक हो तुमको यह शादी तुम्हारी,सदा खुश रहो तुम, ये दुआ है हमारी!azad son and seenu daughter in law को शादी की बहुत बहुत बधाई🌷🎂🌷🎂🌷*****आकाश के तारों में जितनी चमक है, आपकेजीवन में दमक उतनी ही बनी रहे,हर दिन तुम दोनों साथ में मिलकर खुशी मनाओतुम दोनों के जीवन में खुशियां सदा भरी रहे !🌷🎂🌷🎂🌷🎂🌷आसमान के सितारों में है जितनी चमक,तुम्हारे जीवन में दमक उतनी ही बनी रहे,हर दिन तुम दोनो साथ मिलकार खुशी मनाओतुम दोनो के जीवन में खुशियां सदा भारी रहे!🌷🎂🌷🎂🌷🎂🌷*****जीवन की हर पल संतुष्टि दे आपको,दिन का हर लम्हा खुशी दे आपको, जहांगम की हवा छू के भी न गुजरे,ईश्वर ऐसी जिंदगी दे आप दोनों को!🌷🎂🌷🎂🌷🎂🌷जिंदगी का हर पल संतुष्टि दे आपको,दिन का हर लम्हा खुशी दे आपको,जहां गम की हवा छू के भी ना गुजरे,ईश्वर ऐसी जिंदगी दे आप दोनो को!🌷🎂🌷🎂🌷🎂🌷*****सर पर सेहरा, शादी का है दिन कापहनावा है कोट, आज के दिन,सजी धजी घोड़ी, चले ना तेरे बीमा,मुबारक हो तुमको, शादी का यह दिन !🌷🎂🌷🎂🌷🎂🌷सर पर सहरा, शादी का है दिनपहनना है कोट, तुम्हारे आज के दिन,साजी धाजी घोड़ी, चले ना तुम्हारे बिन,मुबारक हो तुमको, शादी का यह दिन!🌷🎂🌷💞🎂💞🌷🎂🌷

मुबारक हो तुमको यह शादी तुम्हारी, सदा खुश रहो तुम, ये दुआ है हमारी! azad son and seenu daughter in law  को शादी की बहुत बहुत बधाई🌷🎂🌷🎂🌷 ***** आकाश के तारों में जितनी चमक है, आपके जीवन में दमक उतनी ही बनी रहे, हर दिन तुम दोनों साथ में मिलकर खुशी मनाओ तुम दोनों के जीवन में खुशियां सदा भरी रहे !🌷🎂🌷🎂🌷🎂🌷 आसमान के सितारों में है जितनी चमक, तुम्हारे जीवन में दमक उतनी ही बनी रहे, हर दिन तुम दोनो साथ मिलकार खुशी मनाओ तुम दोनो के जीवन में खुशियां सदा भारी रहे!🌷🎂🌷🎂🌷🎂🌷 ***** जीवन की हर पल संतुष्टि दे आपको, दिन का हर लम्हा खुशी दे आपको, जहां गम की हवा छू के भी न गुजरे, ईश्वर ऐसी जिंदगी दे आप दोनों को!🌷🎂🌷🎂🌷🎂🌷 जिंदगी का हर पल संतुष्टि दे आपको, दिन का हर लम्हा खुशी दे आपको, जहां गम की हवा छू के भी ना गुजरे, ईश्वर ऐसी जिंदगी दे आप दोनो को!🌷🎂🌷🎂🌷🎂🌷 ***** सर पर सेहरा, शादी का है दिन का पहनावा है कोट, आज के दिन, सजी धजी घोड़ी, चले ना तेरे बीमा, मुबारक हो तुमको, शादी का यह दिन ! 🌷🎂🌷🎂🌷🎂🌷 सर पर सहरा, शादी का है दिन पहनना है कोट, तुम्हारे आज के दिन, साजी धाजी घोड़ी, च...

*छठ पूजा विशेष〰️〰️🌼〰️〰️कार्तिक मास की अमावस्या को दीवाली मनाने के तुरंत बाद मनाए जाने वाले इस चार दिवसिए व्रत की सबसे कठिन और महत्वपूर्ण रात्रि कार्तिक शुक्ल षष्ठी की होती है। इसी कारण इस व्रत का नाम करण छठ व्रत हो गया। छठ पर्व षष्ठी तिथि का अपभ्रंश है।सूर्य षष्ठी व्रत होने के कारण इसे छठ कहा गया है। इस पर्व को वर्ष में दो बार मनाया जाता है। पहली बार चैत्र में और दूसरी बार कार्तिक में। चैत्र शुक्ल पक्ष षष्ठी पर मनाए जाने वाले छठ पर्व को चैती छठ व कार्तिक शुक्ल पक्ष षष्ठी पर मनाए जाने वाले पर्व को कार्तिकी छठ कहा जाता है। पारिवारिक सुख-स्मृद्धि तथा मनोवांछित फल प्राप्ति के लिए यह पर्व मनाया जाता है। छठ पर्व में सूर्य और छठी मैया की पूजा 〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️छठ पूजा में सूर्य देव की पूजा की जाती है और उन्हें अर्घ्य दिया जाता है। सूर्य प्रत्यक्ष रूप में दिखाई देने वाले देवता है, जो पृथ्वी पर सभी प्राणियों के जीवन का आधार हैं। सूर्य देव के साथ-साथ छठ पर छठी मैया की पूजा का भी विधान है। सूर्य और छठी मैया का संबंध भाई बहन का है। मूलप्रकृति के छठे अंश से प्रकट होने के कारण इनका नाम षष्ठी पड़ा। वह कार्तिकेय की पत्नी भी हैं। षष्ठी देवी देवताओं की देवसेना भी कही जाती हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार षष्ठी की पहली पूजा सूर्य ने की थी। वैज्ञानिक दृष्टि से देखें तो षष्ठी के दिन विशेष खगोलिय परिवर्तन होता है। तब सूर्य की पराबैगनी किरणें असामान्य रूप से एकत्र होती हैं और इनके कुप्रभावों से बचने के लिए सूर्य की ऊषा और प्रत्यूषा के रहते जल में खड़े रहकर छठ व्रत किया जाता है।पौराणिक मान्यता के अनुसार छठी मैया या षष्ठी माता संतानों की रक्षा करती हैं और उन्हें दीर्घायु प्रदान करती हैं।शास्त्रों में षष्ठी देवी को ब्रह्मा जी की मानस पुत्री भी कहा गया है। पुराणों में इन्हें माँ कात्यायनी भी कहा गया है, जिनकी पूजा नवरात्रि में षष्ठी तिथि पर होती है। षष्ठी देवी को ही बिहार-झारखंड में स्थानीय भाषा में छठ मैया कहा गया है।छठ पर्व परंपरा〰️〰️〰️〰️〰️यह पर्व चार दिनों तक चलता है। भैया दूज के तीसरे दिन से यह आरंभ होता है। पहले दिन सैंधा नमक, घी से बना हुआ अरवा चावल और कद्दू की सब्जी प्रसाद के रूप में ली जाती है। अगले दिन से उपवास आरंभ होता है। इस दिन रात में खीर बनती है। व्रतधारी रात में यह प्रसाद लेते हैं। तीसरे दिन डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य यानी दूध अर्पण करते हैं। अंतिम दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य चढ़ाते हैं। इस पूजा में पवित्रता का ध्यान रखा जाता है; लहसून, प्याज वर्ज्य है। जिन घरों में यह पूजा होती है, वहां भक्तिगीत गाए जाते हैं। आजकल कुछ नई रीतियां भी आरंभ हो गई हैं, जैसे पंडाल और सूर्य देवता की मूर्ति की स्थापना करना। उसपर भी रोषनाई पर काफी खर्च होता है और सुबह के अर्घ्य के उपरांत आयोजनकर्ता माईक पर चिल्लाकर प्रसाद मांगते हैं। पटाखे भी जलाए जाते हैं। कहीं-कहीं पर तो ऑर्केस्ट्रा का भी आयोजन होता है; परंतु साथ ही साथ दूध, फल, उदबत्ती भी बांटी जाती है। पूजा की तैयारी के लिए लोग मिलकर पूरे रास्ते की सफाई करते हैं।छठ व्रत 〰️〰️〰️छठ उत्सव के केंद्र में छठ व्रत है जो एक कठिन तपस्या की तरह है। यह प्रायः महिलाओं द्वारा किया जाता है किंतु कुछ पुरुष भी यह व्रत रखते हैं। व्रत रखने वाली महिला को परवैतिन भी कहा जाता है। चार दिनों के इस व्रत में व्रती को लगातार उपवास करना होता है। भोजन के साथ ही सुखद शैय्या का भी त्याग किया जाता है। पर्व के लिए बनाए गए कमरे में व्रती फर्श पर एक कंबल या चादर के सहारे ही रात बिताई जाती है। इस उत्सव में शामिल होने वाले लोग नए कपड़े पहनते हैं। पर व्रती ऐसे कपड़े पहनते हैं, जिनमें किसी प्रकार की सिलाई नहीं की होती है। महिलाएं साड़ी और पुरुष धोती पहनकर छठ करते हैं। ‘शुरू करने के बाद छठ पर्व को सालोंसाल तब तक करना होता है, जब तक कि अगली पीढ़ी की किसी विवाहित महिला को इसके लिए तैयार न कर लिया जाए। घर में किसी की मृत्यु हो जाने पर यह पर्व नहीं मनाया जाता है।’ऐसी मान्यता है कि छठ पर्व पर व्रत करने वाली महिलाओं को पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है। पुत्र की चाहत रखने वाली और पुत्र की कुशलता के लिए सामान्य तौर पर महिलाएं यह व्रत रखती हैं। किंतु पुरुष भी यह व्रत पूरी निष्ठा से रखते हैं।छठ पूजा विधि〰️〰️〰️〰️〰️छठ पूजा से पहले निम्न सामग्री जुटा लें और फिर सूर्य देव को विधि विधान से अर्घ्य दें।👉 बांस की 3 बड़ी टोकरी, बांस या पीतल के बने 3 सूप, थाली, दूध और ग्लास।👉 चावल, लाल सिंदूर, दीपक, नारियल, हल्दी, गन्ना, सुथनी, सब्जी और शकरकंदी।👉 नाशपती, बड़ा नींबू, शहद, पान, साबुत सुपारी, कैराव, कपूर, चंदन और मिठाई।👉 प्रसाद के रूप में ठेकुआ, मालपुआ, खीर-पुड़ी, सूजी का हलवा, चावल के बने लड्डू लें।सूर्य को अर्घ्य देने की विधि👉 बांस की टोकरी में उपरोक्त सामग्री रखें। सूर्य को अर्घ्य देते समय सारा प्रसाद सूप में रखें और सूप में ही दीपक जलाएँ। फिर नदी में उतरकर सूर्य देव को अर्घ्य दें।पहला दिन नहाय खाय 〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️पहला दिन कार्तिक शुक्ल चतुर्थी ‘नहाय-खाय’ के रूप में मनाया जाता है। सबसे पहले घर की सफाइ कर उसे पवित्र बना लिया जाता है। इसके पश्चात छठव्रती स्नान कर पवित्र तरीके से बने शुद्ध शाकाहारी भोजन ग्रहण कर व्रत की शुरुआत करते हैं। घर के सभी सदस्य व्रती के भोजनोपरांत ही भोजन ग्रहण करते हैं। भोजन के रूप में कद्दू-दाल और चावल ग्रहण किया जाता है। यह दाल चने की होती है।दूसरे दिन लोहंडा और खरना 〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️दूसरे दिन कार्तिक शुक्ल पंचमी को व्रतधारी दिन भर का उपवास रखने के बाद शाम को भोजन करते हैं। इसे ‘खरना’ कहा जाता है। खरना का प्रसाद लेने के लिए आस-पास के सभी लोगों को निमंत्रित किया जाता है। प्रसाद के रूप में गन्ने के रस में बने हुए चावल की खीर के साथ दूध, चावल का पिट्ठा और घी चुपड़ी रोटी बनाई जाती है। इसमें नमक या चीनी का उपयोग नहीं किया जाता है। इस दौरान पूरे घर की स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाता है।तीसरे दिन संध्या अर्घ्य 〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️तीसरे दिन कार्तिक शुक्ल षष्ठी को दिन में छठ प्रसाद बनाया जाता है। प्रसाद के रूप में ठेकुआ, जिसे कुछ क्षेत्रों में टिकरी भी कहते हैं, के अलावा चावल के लड्डू, जिसे लड़ुआ भी कहा जाता है, बनाते हैं। इसके अलावा चढ़ावा के रूप में लाया गया साँचा और फल भी छठ प्रसाद के रूप में शामिल होता है।शाम को पूरी तैयारी और व्यवस्था कर बाँस की टोकरी में अर्घ्य का सूप सजाया जाता है और व्रति के साथ परिवार तथा पड़ोस के सारे लोग अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने घाट की ओर चल पड़ते हैं। सभी छठव्रती एक नीयत तालाब या नदी किनारे इकट्ठा होकर सामूहिक रूप से अर्घ्य दान संपन्न करते हैं। सूर्य को जल और दूध का अर्घ्य दिया जाता है तथा छठी मैया की प्रसाद भरे सूप से पूजा की जाती है। इस दौरान कुछ घंटे के लिए मेले का दृश्य बन जाता है।चौथा दिन उषा अर्घ्य 〰️〰️〰️〰️〰️〰️चौथे दिन कार्तिक शुक्ल सप्तमी की सुबह उदियमान सूर्य को अघ्र्य दिया जाता है। व्रती वहीं पुनः इक्ट्ठा होते हैं जहाँ उन्होंने शाम को अर्घ्य दिया था। पुनः पिछले शाम की प्रक्रिया की पुनरावृत्ति होती है। अंत में व्रति कच्चे दूध का शरबत पीकर तथा थोड़ा प्रसाद खाकर व्रत पूर्ण करते हैं।छठ पूजा का पौराणिक महत्त्व〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️छठ पूजा की परंपरा और उसके महत्व का प्रतिपादन करने वाली अनेक पौराणिक और लोक कथाएँ प्रचलित हैं।रामायण की मान्यता〰️〰️〰️〰️〰️〰️एक मान्यता के अनुसार लंका विजय के बाद रामराज्य की स्थापना के दिन कार्तिक शुक्ल षष्ठी को भगवान राम और माता सीता ने उपवास किया और सूर्यदेव की आराधना की। सप्तमी को सूर्योदय के समय पुनः अनुष्ठान कर सूर्यदेव से आशिर्वाद प्राप्त किया था।महाभारत की मान्यता〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️एक अन्य मान्यता के अनुसार छठ पर्व की शुरुआत महाभारत काल में हुई थी। सबसे पहले सूर्य पुत्र कर्ण ने सूर्य देव की पूजा शुरू की। कर्ण भगवान सूर्य का परम भक्त था। वह प्रतिदिन घंटों कमर तक पानी में ख़ड़े होकर सूर्य को अर्घ्य देता था। सूर्य की कृपा से ही वह महान योद्धा बना था। आज भी छठ में अर्घ्य दान की यही पद्धति प्रचलित है।कुछ कथाओं में पांडवों की पत्नी द्रोपदी द्वारा भी सूर्य की पूजा करने का उल्लेख है। वे अपने परिजनों के उत्तम स्वास्थ्य की कामना और लंबी उम्र के लिए नियमित सूर्य पूजा करती थीं।पुराणों की मान्यता〰️〰️〰️〰️〰️〰️एक कथा के अनुसार राजा प्रियवद को कोई संतान नहीं थी, तब महर्षि कश्यप ने पुत्रेष्टि यज्ञ कराकर उनकी पत्नी मालिनी को यज्ञाहुति के लिए बनाई गई खीर दी। इसके प्रभाव से उन्हें पुत्र हुआ परंतु वह मृत पैदा हुआ। प्रियवद पुत्र को लेकर श्मशान गए और पुत्र वियोग में प्राण त्यागने लगे। उसी वक्त भगवान की मानस कन्या देवसेना प्रकट हुई और कहा कि सृष्टि की मूल प्रवृत्ति के छठे अंश से उत्पन्न होने के कारण मैं षष्ठी कहलाती हूं। राजन तुम मेरा पूजन करो तथा और लोगों को भी प्रेरित करो। राजा ने पुत्र इच्छा से देवी षष्ठी का व्रत किया और उन्हें पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई। यह पूजा कार्तिक शुक्ल षष्ठी को हुई थी।छठ गीत 〰️〰️〰️लोकपर्व छठ के विभिन्न अवसरों पर जैसे प्रसाद बनाते समय, खरना के समय, अर्घ्य देने के लिए जाते हुए, अर्घ्य दान के समय और घाट से घर लौटते समय अनेकों सुमधुर और भक्ति भाव से पूर्ण लोकगीत गाए जाते हैं। गीत〰️〰️'केलवा जे फरेला घवद से, ओह पर सुगा मे़ड़रायकाँच ही बाँस के बहंगिया, बहंगी लचकत जाए'सेविले चरन तोहार हे छठी मइया। महिमा तोहर अपार।उगु न सुरुज देव भइलो अरग के बेर।निंदिया के मातल सुरुज अँखियो न खोले हे।चार कोना के पोखरवाहम करेली छठ बरतिया से उनखे लागी।इस गीत में एक ऐसे ही तोते का जिक्र है जो केले के ऐसे ही एक गुच्छे के पास मंडरा रहा है। तोते को डराया जाता है कि अगर तुम इस पर चोंच मारोगे तो तुम्हारी शिकायत भगवान सूर्य से कर दी जाएगी जो तुम्हें माफ नही करेंगे। पर फिर भी तोता केले को जूठा कर देता है और सूर्य के कोप का भागी बनता है। पर उसकी भार्या सुगनी अब क्या करे बेचारी? कैसे सहे इस वियोग को ? अब तो ना देव या सूर्य कोई उसकी सहायता नहीं कर सकते आखिर पूजा की पवित्रता जो नष्ट की है उसने।केरवा जे फरेला घवद से ओह पर सुगा मेड़रायउ जे खबरी जनइबो अदिक (सूरज) से सुगा देले जुठियाएउ जे मरबो रे सुगवा धनुक से सुगा गिरे मुरझायउ जे सुगनी जे रोए ले वियोग से आदित होइ ना सहाय देव होइ ना सहायकाँच ही बाँस के बहँगिया, बहँगी लचकति जाय... बहँगी लचकति जाय... बात जे पुछेलें बटोहिया बहँगी केकरा के जाय ? बहँगी केकरा के जाय ? तू त आन्हर हउवे रे बटोहिया, बहँगी छठी माई के जाय... बहँगी छठी माई के जाय... काँच ही बाँस के बहँगिया, बहँगी लचकति जाय... बहँगी लचकति जाय... केरवा जे फरेला घवध से ओह पर सुगा मेंड़राय... ओह पर सुगा मेंड़राय... खबरि जनइबो अदित से सुगा देलें जूठियाय सुगा देलें जूठियाय... ऊ जे मरबो रे सुगवा धनुष से सुगा गिरे मुरझाय... सुगा गिरे मुरझाय... केरवा जे फरेला घवध से ओह पर सुगा मेंड़राय... ओह पर सुगा मेंड़राय... पटना के घाट पर नरियर नरियर किनबे जरूर... नरियर किनबो जरूर... हाजीपुर से केरवा मँगाई के अरघ देबे जरूर... अरघ देबे जरुर... आदित मनायेब छठ परबिया बर मँगबे जरूर... बर मँगबे जरूर... पटना के घाट पर नरियर नरियर किनबे जरूर... नरियर किनबो जरूर... पाँच पुतर अन धन लछमी, लछमी मँगबे जरूर... लछमी मँगबे जरूर... पान सुपारी कचवनिया छठ पूजबे जरूर... छठ पूजबे जरूर... हियरा के करबो रे कंचन वर मँगबे जरूर... वर मँगबे जरूर... पाँच पुतर अन धन लछमी, लछमी मँगबे जरूर... लछमी मँगबे जरूर... पुआ पकवान कचवनिया सूपवा भरबे जरूर... सूपवा भरबे जरूर... फर फूल भरबे दउरिया सेनूरा टिकबे जरूर... सेनूरा टिकबे जरुर... उहवें जे बाड़ी छठि मईया आदित रिझबे जरूर... आदित रिझबे जरूर... काँच ही बाँस के बहँगिया, बहँगी लचकति जाय... बहँगी लचकति जाय... बात जे पुछेलें बटोहिया बहँगी केकरा के जाय ? बहँगी केकरा के जाय ? तू त आन्हर हउवे रे बटोहिया, बहँगी छठी माई के जाय... बहँगी छठी माई के जाय..By वनिता कासनियां पंजाब द्वारा 🌄🌹🙏🙏🌹🌄छठ पूजा अर्घ्य मन्त्र समय〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️ॐ सूर्य देवं नमस्ते स्तु गृहाणं करूणा करं।अर्घ्यं च फ़लं संयुक्त गन्ध माल्याक्षतै युतम् ।।पहला दिन〰️〰️〰️28 अक्टूबर - नहाय-खाय👉 दिन शुक्रवार को छठ पूजा का प्रथम दिन है। ऋषिकेश में इस दिन सूर्योदय: 06:30 एवं सूर्यास्त: शाम 5:26 पर होगा। इस दिन से छठ पूजा का पर्व प्रारंभ हो जाता है।दूसरा दिन〰️〰️〰️29 अक्टूबर - खरना👉 शनिवार को छठ पूजा का दूसरा दिन है। इसदिन सूर्योदय से सूर्यास्त लेकर सूर्यास्त तक अन्न और जल दोनों का त्याग करके उपवास किया जाता है। इस दिन सूर्योदय: 06:31 औऱ सूर्यास्त: शाम 05:35 पर ही होगा । दूसरे दिन के अंत में खीर और रोटी का प्रसाद बनाया जाता है। इसे व्रत करने वाले से लेकर परिवार के सभी लोगों में बांटा जाता है। रात में चांद को जल भी दिया जाता है।तीसरा दिन〰️〰️〰️〰️तीसरे दिन 30 अक्टूबर रविवार को संध्या समय में सूर्य देवता को पहला अर्घ्य दिया जाता है। इसदिन भी पूरे दिन का उपवास किया जाता है। इस दिन सूर्योदय: 06:32 सूर्यास्त: शाम 05:34 पर होगा। तीसरे दिन शाम को सूर्यास्त से पहले सूर्य देवता को छठ पूजा का पहला अर्घ्य दिया जाता है।चौथा दिन〰️〰️〰️यह छठ पूजा का अंतिम दिना होता है। 31 अक्टूबर, सोमवार की सुबह सूर्य देवता को अर्घ्य दिया जाएगा। यह छठ पूजा का दूसरा अर्घ्य होता है जिसके बाद 36 घंटे के लंबे उपवास का समापन हो जाता है। इस दिन सूर्योदय: 06:33 तथा सूर्यास्त: 05:34 पर होगा।

*छठ पूजा विशेष 〰️〰️🌼〰️〰️ कार्तिक मास की अमावस्या को दीवाली मनाने के तुरंत बाद मनाए जाने वाले इस चार दिवसिए व्रत की सबसे कठिन और महत्वपूर्ण रात्रि कार्तिक शुक्ल षष्ठी की होती है। इसी कारण इस व्रत का नाम करण छठ व्रत हो गया। छठ पर्व षष्ठी तिथि का अपभ्रंश है। सूर्य षष्ठी व्रत होने के कारण इसे छठ कहा गया है। इस पर्व को वर्ष में दो बार मनाया जाता है। पहली बार चैत्र में और दूसरी बार कार्तिक में। चैत्र शुक्ल पक्ष षष्ठी पर मनाए जाने वाले छठ पर्व को चैती छठ व कार्तिक शुक्ल पक्ष षष्ठी पर मनाए जाने वाले पर्व को कार्तिकी छठ कहा जाता है। पारिवारिक सुख-स्मृद्धि तथा मनोवांछित फल प्राप्ति के लिए यह पर्व मनाया जाता है।  छठ पर्व में सूर्य और छठी मैया की पूजा  〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️ छठ पूजा में सूर्य देव की पूजा की जाती है और उन्हें अर्घ्य दिया जाता है। सूर्य प्रत्यक्ष रूप में दिखाई देने वाले देवता है, जो पृथ्वी पर सभी प्राणियों के जीवन का आधार हैं। सूर्य देव के साथ-साथ छठ पर छठी मैया की पूजा का भी विधान है।  सूर्य और छठी मैया का संबंध भाई बहन का है। मूलप्रकृति के छठे अंश से प...

बलुवाना न्यूज पंजाब उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ शोक व्यक्त करने पहुंचेंगे अबोहर, सुरक्षा व्यवस्था कड़ीअबोहर, 10 दिसंबर : देश के उपाष्ट्रपति जगदीप धनखड़ रविवार 10 दिसंबर को अबोहर में श्रीगंगानगर रोड पर स्थित डीपीएस स्कूल पहुंचेंगे जिसके चलते प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है व नाकाबंदी कर वाहनों की चैकिंग की जा रही है। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ यहां भाजपा नेत्री विजय लक्ष्मी भादू के पति व कुणाल भादू के पिता रायसिंह भादू के निधन पर शोक व्यक्त करने के लिए उनके निवास स्थान पर आ रहे हैं। रायसिंह भादू की रस्म पगड़ी सोमवार 11 दिसंबर को दिल्ली पब्लिक स्कूल में 12 से 2 बजे रखी गई है।फोटो: 8, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ व सुरक्षा व्यवस्था में जुटे पुलिस कर्मचारी।baluwana news punjabVice President Jagdeep Dhankhar will reach Abohar to express his condolences, security tightenedAbohar, December 10: Vice President of the country Jagdeep Dhankhar on Sunday, December 10, at Sriganganagar road in Abohar.

बलुवाना न्यूज पंजाब उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ शोक व्यक्त करने पहुंचेंगे अबोहर, सुरक्षा व्यवस्था कड़ी अबोहर, 10 दिसंबर : देश के उपाष्ट्रपति जगदीप धनखड़ रविवार 10 दिसंबर को अबोहर में श्रीगंगानगर रोड पर स्थित डीपीएस स्कूल पहुंचेंगे जिसके चलते प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है व नाकाबंदी कर वाहनों की चैकिंग की जा रही है। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ यहां भाजपा नेत्री विजय लक्ष्मी भादू के पति व कुणाल भादू के पिता रायसिंह भादू के निधन पर  शोक व्यक्त करने के लिए उनके निवास स्थान पर आ रहे हैं। रायसिंह भादू की रस्म पगड़ी सोमवार 11 दिसंबर को दिल्ली पब्लिक स्कूल में 12 से 2 बजे रखी गई है। फोटो: 8, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ व सुरक्षा व्यवस्था में जुटे पुलिस कर्मचारी। baluwana news punjab Vice President Jagdeep Dhankhar will reach Abohar to express his condolences, security tightened Abohar, December 10: Vice President of the country Jagdeep Dhankhar on Sunday, December 10, at Sriganganagar road in Abohar.

बलुवाना न्यूज पंजाब 1. वो बेटी, जो एक बड़ी उम्र तक घर के बाहर शौच जाने के लिए अभिशप्त थी.. अब वो भारत की 'राष्ट्रपति' बनने जा रही हैं। 2. वो लड़की, जो पढ़ना सिर्फ इसलिए चाहती थी कि परिवार के लिए रोटी कमा सके.. वो अब भारत की 'राष्ट्रपति' बनने जा रही हैं। 3. वो महिला, जो बिना वेतन के शिक्षक के तौर पर काम कर रही थी.. वो अब भारत की 'राष्ट्रपति' बनने जा रही हैं। 4. वो महिला, जिसे जब ये लगा कि पढ़ने-लिखने के बाद आदिवासी महिलाएं उससे थोड़ा दूर हो गई हैं तो वो खुद सबके घर जा कर 'खाने को दे' कह के बैठने लगीं.. वो अब भारत की 'राष्ट्रपति' बनने जा रही हैं। 5. वो महिला, जिसने अपने पति और दो बेटों की मौत के दर्द को झेला और आखिरी बेटे के मौत के बाद तो ऐसे डिप्रेशन में गईं कि लोग कहने लगे कि अब ये नहीं बच पाएंगी.. वो अब भारत की 'राष्ट्रपति' बनने जा रही हैं। 6. जिस गाँव में कहा जाता था राजनीति बहुत खराब चीज है और महिलाएं को तो इससे बहुत दूर रहना चाहिए, उसी गाँव की महिला अब भारत की 'राष्ट्रपति' बनने जा रही है। 7. वो महिला, जिन्होंने अपना पहला काउंसिल का चुनाव जीतने के बाद जीत का इतना ईमानदार कारण बताया कि 'वो क्लास में अपना सब्जेक्ट ऐसा पढ़ाती थीं कि बच्चों को उस सब्जेक्ट में किसी दूसरे से ट्यूशन लेने की जरूरत ही नहीं पड़ती थी और उनके 70 नम्बर तक आते थे इसीलिए क्षेत्र के सारे लोग और सभी अभिवावक उन्हें बहुत लगाव करते थे'.. वो महिला अब भारत की 'राष्ट्रपति' बनने जा रही हैं। 8. वो महिला, जो अपनी बातों में मासूमियत को जिन्दा रखते हुए अपनी सबसे बड़ी सफलता इस बात को माना कि 'राजनीति में आने के बाद मुझे वो औरतें भी पहचानने लगी जो पहले नहीं पहचानती थी'.. वो अब भारत की 'राष्ट्रपति' बनने जा रही हैं। 9. वो महिला, जो 2009 में चुनाव हारने के बाद फिर से गाँव में जा कर रहने लगी और जब वापस लौटी तो अपनी आँखों को दान करने की घोषणा की.. वो अब भारत की 'राष्ट्रपति' बनने जा रही हैं। 10. वो महिला, जो ये मानती हैं कि 'Life is not bed of roses. जीवन कठिनाइयों के बीच ही रहेगा, हमें ही आगे बढ़ना होगा। कोई push करके कभी हमें आगे नहीं बढ़ा पायेगा'.. वो अब भारत की #राष्ट्रपति बनने जा रही हैं। दशकों-दशक से ठीक कपड़ों और खाने तक से दूर रहने वाले समुदाय को देश के सबसे बड़े 'भवन' तक पहुँचा कर भारत ने विश्व को फिर से दिखा दिया है कि यहाँ रंग, जाति, भाषा, वेष, धर्म, संप्रदाय का कोई भेद नहीं चलता। जिनके प्रयासों से उनके गाँव से जुड़े अधिकतर गाँवों में आज लड़कियों के स्कूल जाने का प्रतिशत लड़कों से ज्यादा हो गया है, ऐसी #द्रौपदी मुर्मू जी का हार्दिक स्वागत है 🙏🏻 'राष्ट्रपति भवन' अब वास्तविकता में 'कनक भवन' बन रहा है और उसकी गरिमा बड़ रही है 1. That daughter, who was cursed to defecate outside the house till a very old age.. Now she is going to become the 'President' of India. 2. That girl, who wanted to study only because she could earn bread for the family.. she is now from India.

   बलुवाना न्यूज पंजाब 1. वो बेटी, जो एक बड़ी उम्र तक घर के बाहर शौच जाने के लिए अभिशप्त थी.. अब वो भारत की 'राष्ट्रपति' बनने जा रही हैं। 2. वो लड़की, जो पढ़ना सिर्फ इसलिए चाहती थी कि परिवार के लिए रोटी कमा सके.. वो अब भारत की 'राष्ट्रपति' बनने जा रही हैं। 3. वो महिला, जो बिना वेतन के शिक्षक के तौर पर काम कर रही थी.. वो अब भारत की 'राष्ट्रपति' बनने जा रही हैं। 4. वो महिला, जिसे जब ये लगा कि पढ़ने-लिखने के बाद आदिवासी महिलाएं उससे थोड़ा दूर हो गई हैं तो वो खुद सबके घर जा कर 'खाने को दे' कह के बैठने लगीं.. वो अब भारत की 'राष्ट्रपति' बनने जा रही हैं। 5. वो महिला, जिसने अपने पति और दो बेटों की मौत के दर्द को झेला और आखिरी बेटे के मौत के बाद तो ऐसे डिप्रेशन में गईं कि लोग कहने लगे कि अब ये नहीं बच पाएंगी.. वो अब भारत की 'राष्ट्रपति' बनने जा रही हैं। 6. जिस गाँव में कहा जाता था राजनीति बहुत खराब चीज है और महिलाएं को तो इससे बहुत दूर रहना चाहिए, उसी गाँव की महिला अब भारत की 'राष्ट्रपति' बनने जा रही है। 7. वो महिला, जिन्होंने अपना पहला काउंसिल...

बलुवाना न्यूज पंजाब श्री जगदीप जी धनखड़ भारत के उप राष्ट्रपति पधार रहे हैं अपने मोशा चौधरी रायसिंह भादू के निधन पर अफसोस करने #अबोहर baluwana news punjab Mr. Dhanraj ji Jakhar, Vice President of India is coming to regret the demise of his Mosha Chaudhary Raisingh Bhadu #Abohar

बलुवाना न्यूज पंजाब श्री जगदीप जी धनखड़ भारत के उप राष्ट्रपति पधार रहे हैं अपने मोशा चौधरी रायसिंह भादू के निधन पर अफसोस करने #अबोहर baluwana news punjab Mr. Jagdeep ji dhankhad, Vice President of India is coming to regret the demise of his Mosha Chaudhary Raisingh Bhadu #Abohar

सीजन में गजरे के तौर पर, पूजा पाठ, घर की सजावट और कई ऐसी चीजें और है जहां गुलाब के फूलों का इस्तेमाल किया जाता है। अक्सर इनके इस्तेमाल के बाद हम इन्हें निकाल कर फेंक देते हैं। परंतु क्या आपको मालूम है खूबसूरत गुलाब की पंखुड़ियों में कई ऐसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो आपकी त्वचा से जुड़ी समस्याओं के लिए कमाल कर सकते हैं। एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर गुलाब की पत्तियां काफी फायदेमंद होती हैं। इसलिए इन्हें भूलकर भी इस्तेमाल करने के बाद न फेंके। तो अब आप सोच रही होंगी कि आखिर इनका क्या किया जाए! तो आज हम लेकर आये हैं ऐसे ही 3 प्रभावी DIY हैक्स (Rose petals DIY hacks), जिनकी मदद से आप गुलाब की पंखुड़ियों को सही तरीके से उपयोग में ला सकती हैं। इसके साथ ही जानेंगे आखिर यह हमारी त्वचा पर किस तरह काम करती हैं।हेल्थ शॉट्स ने गुलाब की पंखुड़ियों के फायदे एवं उपयोग में लाने के तरीकों पर आयुर्वेद विशेषज्ञ और सोलट्री की टेक्निकल हेड, वनिता कासनियां पंजाब से बातचीत की। उन्होंने इससे जुड़ी कुछ जरूरी बातें बताई हैं। तो चलिए जानते हैं आखिर इन्हें किस तरह इस्तेमाल में लाना है।यहां जाने त्वचा के लिए किस तरह फायदेमंद हैं गुलाब की पंखुड़ियां1. प्रीमेच्योर एजिंग को रोकेगुलाब की पंखुरी में एंटी ऑक्सीडेंट की मात्रा मौजूद होती है जो स्किन टिशु को रीजेनरेट होने में मदद करती हैं। ऐसे में अर्ली एजिंग साइन नजर नहीं आते। एंटीऑक्सिडेंट फ्री रेडिकल से होने वाले नुकसान को रोकता है और फाइनलाइन, रिंकल जैसी समस्याओं को समय से पहले त्वचा पर नजर नहीं आने देता।gulab ke faydeप्रीमेच्योर एजिंग की समस्या में फायदेमंद। चित्र: शटरस्‍टॉक2. त्वचा को प्राकृतिक रूप से मॉइश्चराइज करेगुलाब में मॉइश्चराइजिंग प्रॉपर्टी पाई जाती है। ऐसे में यह सर्दियों के मौसम में ड्राई स्किन की समस्या का एक उचित इलाज हो सकती है। इसके लिए गुलाब के तेल का इस्तेमाल करना सबसे अच्छा रहेगा। वहीं इसकी हाइड्रेटिंग प्रॉपर्टी त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से बचाती है और आपके स्किन की सेहत को बनाए रखती हैं। यह न केवल त्वचा के लिए बल्कि स्कैल्प की सेहत के लिए भी फायदेमंद होता हैं। वहीं डैंड्रफ की समस्या में गुलाब से बने DIY हैक्स का इस्तेमाल कर सकती हैं।3. एक्सेस ऑयल को कम करने में मदद करेगुलाब के कसैले गुण खुले हुए पोर्स को बंद करने में मदद करते हैं। वहीं त्वचा के नेचुरल पीएच वैल्यू को बनाए रखने के लिए पोर्स में जमे गंदगी, तेल और सीबम को हटाते हैं। गुलाब की पंखुड़िया ड्राई स्किन के साथ-साथ ऑयली स्किन के लिए भी फायदेमंद होती हैं। यह त्वचा को उतनी ही नमी प्रदान करती हैं जितने कि उसे जरूरत है। और एक्सेस ऑयल प्रोडक्शन को रोकती है। यह त्वचा को हाइड्रेट करते हुए स्किन में पानी की मात्रा को बढ़ाती हैं।4. कोलेजन प्रोडक्शन में मदद करेगुलाब की पंखुड़ियों में विटामिन ए और विटामिन सी की भरपूर मात्रा मौजूद होती है। वहीं यह पोषक तत्व त्वचा को कोलेजन प्रोड्यूस करने में मदद करते हैं। कोलेजन एक प्रकार का प्रोटीन है जो त्वचा के लिए जरूरी होता है। इसके साथ ही विटामिन सी स्किन को ब्राइट बनाती है, दाग धब्बों को कम करने में करती हैं और हाइपरपिगमेंटेशन जैसी समस्या में भी फायदेमंद हो सकती हैं।tvcha ko de prakritik glowत्वचा को दे प्राकृतिक ग्लो। चित्र : गुगलइन 3 तरीकों से त्वचा पर करें गुलाब का इस्तेमाल (Rose petals DIY hacks)1. गुलाब की पंखुड़ियों से बना फेसपैकइसके लिए आपको चाहिएगुलाब की पंखुड़ियांगुलाब जलशहदइस तरह तैयार करेंगुलाब की कुछ पत्तियों को अच्छी तरह से क्रश कर लें।अब इसमें 7 से 8 बूंद शहद और 5 से 6 बूंद गुलाब जल डालें।फिर इन सभी को एक साथ अच्छी तरह मिला लें। और अपनी त्वचा पर अप्लाई करें।इसे 15 मिनट तक लगाए रखें उसके बाद हल्के गुनगुने पानी से त्वचा को साफ कर लें।यह DIY हैक त्वचा को फ्रेशनेस देने के साथ ही पिंपल, एक्ने जैसी समस्याओं से निजात पाने में भी मदद करेगा।2. रोज पेटल स्क्रबइसे बनाने के लिए आपको चाहिएनींबूशहदगुलाब की पंखुड़ियांचीनी (दरदरी कुटी हुई)इस तरह तैयार करेंएक छोटी सी कटोरी में नींबू का रस निचोड़ लें।अब इसमें क्रश किए हुए गुलाब की पत्तियों को डाल दें।ऊपर से 7 से 8 बूंद शहद और आधा चम्मच क्रश की हुई चीनी डालें।सभी को अच्छी तरह मिला लें और अपनी त्वचा पर लगाएं।अपनी उंगलियों को सर्कुलर मोशन में घुमाते हुए अपनी त्वचा को स्क्रब करें।उसके बाद त्वचा को हल्के गुनगुने पानी से साफ कर लें।यह पिगमेंटेशन रिमूव करने के साथ ही त्वचा पर जमे एक्सेस ऑयल, धूल और गंदगी को कम करने में मदद करेगा।faydemand hai gulabजानिए गुलाब की पंखुड़ियों के फायदे और कैसे करें त्वचा के लिए इसका इस्तेमाल। चित्र: गुगल3. रोज फेशियल ऑयलइसे बनाने के लिए आपको चाहिएआलमंड ऑयलगुलाब की पंखुड़ियांइस तरह तैयार करेंसबसे पहले 10 से 15 गुलाब की पंखुड़ियों को अच्छी तरह क्रश कर लें।6 से 7 चम्मच बादाम का तेल लें और गुलाब की पंखुड़ियों को बादाम के तेल में डालकर मिला दें।अब इसे 8 से 10 दिनों के लिए सनलाइट में रखकर छोड़ दें। फिर इसे अपनी त्वचा पर अप्लाई करें और स्किन को हल्के हाथों से मसाज दें।इसे सोने से पहले इस्तेमाल करना उचित रहेगा।

सीजन में गजरे के तौर पर, पूजा पाठ, घर की सजावट और कई ऐसी चीजें और है जहां गुलाब के फूलों का इस्तेमाल किया जाता है। अक्सर इनके इस्तेमाल के बाद हम इन्हें निकाल कर फेंक देते हैं। परंतु क्या आपको मालूम है खूबसूरत गुलाब की पंखुड़ियों में कई ऐसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो आपकी त्वचा से जुड़ी समस्याओं के लिए कमाल कर सकते हैं। एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर गुलाब की पत्तियां काफी फायदेमंद होती हैं। इसलिए इन्हें भूलकर भी इस्तेमाल करने के बाद न फेंके। तो अब आप सोच रही होंगी कि आखिर इनका क्या किया जाए! तो आज हम लेकर आये हैं ऐसे ही 3 प्रभावी DIY हैक्स (Rose petals DIY hacks), जिनकी मदद से आप गुलाब की पंखुड़ियों को सही तरीके से उपयोग में ला सकती हैं। इसके साथ ही जानेंगे आखिर यह हमारी त्वचा पर किस तरह काम करती हैं। हेल्थ शॉट्स ने गुलाब की पंखुड़ियों के फायदे एवं उपयोग में लाने के तरीकों पर आयुर्वेद विशेषज्ञ और सोलट्री की टेक्निकल हेड, वनिता कासनियां पंजाब  से बातचीत की। उन्होंने इससे जुड़ी कुछ जरूरी बातें बताई हैं। तो चलिए जानते हैं आखिर इन्हें किस तरह इस्तेमाल में लाना है। यहां ...

बलुवाना न्यूज - शोक समाचार*-------------------------------------*चौधरी राय सिंह भादू का निधन*.*चौधरी राय सिंह भादू का निधन*.*#अबोहर: यहां के प्रसिद्ध जमींदार, #दिल्ली #पब्लिक स्कूल (डीपीएस) अबोहर के प्रो. वाइस #चेयरमैन #कुणाल_भादू के पिता एवं वरिष्ठ #भाजपा नेत्री #श्रीमती_विजयलक्ष्मी_भादू vijaya laxmi bhadoo के पति चौधरी #राय_सिंह #भादू का #निधन हो गया है। वे पिछले कुछ समय से काफी अस्वस्थ थे। उनका #अंतिम #संस्कार कल यानी #शनिवार सायं 4 बजे #डीपीएस परिसर (श्रीगंगानगर रोड) में किया जाएगा।**" #बलुआना #न्यूज #परिवार #श्री #भादू के #निधन पर गहरा #शोक व्यक्त करता है।*#अत्यंत #दुखद 🙏#ईश्वर अपने श्री चरणों में निवास दे 💐💐ओम शांति शांति 🙏परमपिता परमात्मा इनकी दिव्य #आत्मा को #स्वर्ग में स्थान दें और ।ओम शांति ओम!😭😭*==================*,*Baluvana News - Grief News*,*#Chowdhary Rai Singh Bhadu's #death*.*# Abohar: The famous Zamindar of this place, #Delhi #Public School (DPS) near Abohar.http://www.facebook.com/profile.php?id=100063686560970,

बलुवाना न्यूज - शोक समाचार ------------------------------------- *चौधरी राय सिंह भादू का निधन*. *चौधरी राय सिंह भादू का निधन*. *अबोहर: यहां के प्रसिद्ध जमींदार, दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) अबोहर के प्रो. वाइस #चेयरमैन कुणाल_भादू के पिता एवं वरिष्ठ भाजपा नेत्री श्रीमती_विजयलक्ष्मी_भादू vijaya laxmi bhadoo के पति चौधरी राय_सिंह #भादू का निधन हो गया है। वे पिछले कुछ समय से काफी अस्वस्थ थे। उनका अंतिम #संस्कार कल यानी #शनिवार सायं 4 बजे डीपीएस परिसर (श्रीगंगानगर रोड) में किया जाएगा।* *" बलुआना न्यूज परिवार श्री भादू के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करता है।* अत्यंत दुखद 🙏 ईश्वर अपने श्री चरणों में निवास दे 💐💐 ओम शांति शांति 🙏 परमपिता परमात्मा इनकी दिव्य आत्मा को #स्वर्ग में स्थान दें और ।ओम शांति ओम!😭😭 *==================* , *Baluvana News - Grief News* , *#Chowdhary Rai Singh Bhadu's #death*. *# Abohar: The famous Zamindar of this place, #Delhi #Public School (DPS) near Abohar. http://www.facebook.com/profile.php?id=100063686560970

अपनी सफलता का राज क्या है? कर्म तो सभी करते हैं। जो लोग सही दिशा में कर्म करते हैं। वह पूर्ण रूप से सफलता हासिल करते हैं। रिक्शावाला भी कर्म करता हैपरंतु भाग्य उसका साथ नहीं देता है। मेरी सफलता का राज है ज्योतिष शास्त्र का मार्गदर्शन और गुरु की कृपा।

अपनी सफलता का राज क्या है? कर्म तो सभी करते हैं। जो लोग सही दिशा में कर्म करते हैं। वह पूर्ण रूप से सफलता हासिल करते हैं। रिक्शावाला भी कर्म करता है परंतु भाग्य उसका साथ नहीं देता है। मेरी सफलता का राज है ज्योतिष शास्त्र का मार्गदर्शन और गुरु की कृपा।