भाषा पीडीएफ डाउनलोड करें घड़ी संपादन क सीमेंट एक बाइंडर है , By Vnita Kasina Punjab ✌️ 🇮🇳 निर्माण में इस्तेमाल होने वाला एक क पदार्थ जो जमता है , कठोर होता है और अन्य सामग्रियों को आपस में जोड़ने के लिए उनसे चिपक जाता है। सीमेंट का इस्तेमाल अकेले शायद ही कभी किया जाता है, बल्कि इसका इस्तेमाल रेत और बजरी ( एग्रीगेट ) को आपस में जोड़ने के लिए किया जाता है। सीमेंट को महीन एग्रीगेट के साथ मिलाकर चिनाई के लिए गारा बनाया जाता है , या रेत और बजरी के साथ मिलाकर कंक्रीट बनाया जाता है। कंक्रीट दुनिया में सबसे ज़्यादा इस्तेमाल होने वाली सामग्री है और पानी के बाद दुनिया का सबसे ज़्यादा खपत वाला संसाधन है। [ 2 ] एक बैग में सीमेंट पाउडर, समुच्चय और पानी के साथ मिश्रण करने के लिए तैयार। [ 1 ] 1905 में टोलेडो, ओहियो की मल्टीप्लेक्स मैन्युफैक्चरिंग कंपनी द्वारा सीमेंट ब्लॉक निर्माण के उदाहरण निर्माण में प्रयुक्त सीमेंट आमतौर पर अ...
आजकल गुर्दे में पथरी होना जैसा सामान्य हो गया है। इसके लक्षण नजर आते ही तुरंत पथरी का इलाज करना चाहिए. आइये जानते हैं किडनी की पथरी किन कारणों से होती है। By वनिता कासनियां पंजाब ? कम मात्रा में पानी पीना इसका एक मुख्य कारण हैयूरीन में केमिकल की अधिकताशरीर में मिनरल्स की कमीडिहाइड्रेशनविटामिन डी की अधिकताजंक फूड का अति सेवन।किडनी में पथरी का एक बहुत बड़ा कारण खानपान में लापरवाही को भी माना जाता है। नमक व दूसरे मिनरल्स जब एक-दूसरे के संपर्क में आते हैं तो पथरी बनने लगती है। किडनी में जब ऑक्जलेट्स की मात्रा बढ़ जाती है तो स्टोन का खतरा ज्यादा हो जाता है। शरीर में पोटैशियम, प्रोटीन, सोडियम और शुगर की कमी के कारण किडनी में पथरी की समस्या हो जाती है। वहीं, शरीर में फ्लूईड्स की मात्रा कम होने से, डाइट फैक्टर्स और आनुवांशिक कारणों से भी गुर्दे में पथरी देखने को मिलती है👉और पढ़ें... पेट में पथरी के क्या है आयुर्वेदिक इलाजचित्र स्रोत गूगल इमेज
आजकल गुर्दे में पथरी होना जैसा सामान्य हो गया है। इसके लक्षण नजर आते ही तुरंत पथरी का इलाज करना चाहिए. आइये जानते हैं किडनी की पथरी किन कारणों से होती है।
By वनिता कासनियां पंजाब ?
- कम मात्रा में पानी पीना इसका एक मुख्य कारण है
- यूरीन में केमिकल की अधिकता
- शरीर में मिनरल्स की कमी
- डिहाइड्रेशन
- विटामिन डी की अधिकता
- जंक फूड का अति सेवन।
किडनी में पथरी का एक बहुत बड़ा कारण खानपान में लापरवाही को भी माना जाता है। नमक व दूसरे मिनरल्स जब एक-दूसरे के संपर्क में आते हैं तो पथरी बनने लगती है। किडनी में जब ऑक्जलेट्स की मात्रा बढ़ जाती है तो स्टोन का खतरा ज्यादा हो जाता है। शरीर में पोटैशियम, प्रोटीन, सोडियम और शुगर की कमी के कारण किडनी में पथरी की समस्या हो जाती है। वहीं, शरीर में फ्लूईड्स की मात्रा कम होने से, डाइट फैक्टर्स और आनुवांशिक कारणों से भी गुर्दे में पथरी देखने को मिलती है👉और पढ़ें... पेट में पथरी के क्या है आयुर्वेदिक इलाज
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